– नीलामी में 1.50 लाख करोड़ रुपये की लगी बोली, रिलायंस जियो अव्वल
– दूसरे स्थान पर रही भारती एयरटेल ने 19867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा
नई दिल्ली। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Telecom Minister Ashwini Vaishnav) ने सोमवार को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी (5G spectrum auction) संपन्न होने के बाद कहा है कि देश में हाई स्पीड की इंटरनेट सेवा (High speed internet service in the country) उपलब्ध कराने के लिए 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 7 दिन बाद समाप्त हो गई है। 12 अगस्त तक अग्रिम भुगतान लेने, अनुमोदन और आवंटन सहित सभी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम अक्टूबर तक देश में 5जी लॉन्च कर पाएंगे।
दूरसंचार मंत्री वैष्णव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी अच्छे तरीके से सफलतापूर्वक संपन्न हुई। नीलामी में कुल 1,50,173 करोड़ रुपये की बोली कंपनियों ने लगाई। इसमें कुल 72,098 मेगाहर्ट्ज में से 51,236 मेगाहर्ट्ज की बिकवाली हुई है। नीलामी में 71 फीसदी स्पेक्ट्रम बिक चुके हैं। 12 अगस्त तक अग्रिम भुगतान लेने, अनुमोदन और आवंटन सहित सभी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम अक्टूबर तक देश में 5जी लॉन्च कर पाएंगे।
वैष्णव ने बताया कि स्पेक्ट्रम की नीलामी में सबसे ज्यादा बोली रिलायंस जियो इंफोकॉम ने अपने नाम की है। रिलायंस ने कुल 24,740 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की है। रिलायंस ने इसमें 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लगाई। वैष्णव ने बताया कि वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड ने इस नीलामी में कुल 6228 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की है। वोडाफोन-आइडिया ने इसमें 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लगाई है।
उन्होंने बताया कि इसी तरह अडाणी डेटा नेटवर्क लिमिटेड ने नीलामी में कुल 400 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की है। इसके अलावा भारती एयरटेल ने नीलामी में कुल 19,867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की। एयरटेल ने इसमें 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लगाई है। अब सरकार कंपनियों को 15 अगस्त से पहले 5जी स्पेक्ट्रम का आवंटन करेगी।
दूरसंचार विभाग ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 4.3 लाख करोड़ रुपये के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम ब्लॉक को नीलामी के लिए रखा था। इसकी वैलिडिटी 20 साल की होगी। देश में 5जी सर्विस आने से इंटरनेट की गति 4जी के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा हो जाएगी। 5जी स्पेक्ट्रम के लिए चार प्रमुख दूरसंचार मोबाइल कंपनियों ने 21,800 करोड़ रुपये बतौर धरोहर राशि जमा कराई है।
5जी स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार को मिला 1.5 लाख करोड़ रुपये राजस्व
देश में हाई स्पीड की इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सात दिन बाद सोमवार को समाप्त हुई। 5जी एयरवेव्स की नीलामी से सरकार को 1,50,173 करोड़ रुपये की कमाई हुई है। इसके लिए रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अडाणी समूह की कंपनी अडाणी डेटा नेटवर्क्स ने बोली लगाई है। अब सरकार कंपनियों को 15 अगस्त से पहले 5जी स्पेक्ट्रम का आवंटन करेगी
5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए 7 दिन में कुल 40 राउंड की बोलियां लगाई गई। टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की नीलामी समाप्त होने पर सरकार को 150, 173 करोड़ रुपये (1.5 ट्रिलियन रुपये) राजस्व मिला, जो आखिरी दिन 43 करोड़ रुपये रहा। स्पेक्ट्रम के लिए रिलायंस जियो ने सबसे अधिक 80 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बोली लगाई। इसके बाद भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और अडाणी समूह का स्थान रहा है।
सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 1.50 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा जुटाने के साथ ही आय का पिछला रिकॉर्ड पार कर लिया है। नीलामी से अर्जित राशि सरकार की अपेक्षा से कहीं ज्यादा है। यह साल 2010 के बाद 2015 में 4जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से मिले 113,932 करोड़ रुपये से बेहतर है।
दूरसंचार विभाग ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 4.3 लाख करोड़ रुपये के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम ब्लॉक को नीलामी के लिए रखा था। इसकी वैलिडिटी 20 साल की होगी। देश में 5जी सर्विस आने से इंटरनेट की गति 4जी के मुकाबले करीब 10 गुना ज्यादा हो जाएगी। 5जी स्पेक्ट्रम के लिए चार प्रमुख दूरसंचार मोबाइल कंपनियों ने 21,800 करोड़ रुपये बतौर धरोहर राशि जमा कराई है।
अत्यधिक उच्च गति की इंटरनेट सेवा देने में सक्षम 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी छह दिन पहले शुरू हुई थी। पिछले छह दिनों में 1,50,130 करोड़ रुपये की बोलियां मिली थी, जबकि रविवार को आयोजित सात नए दौर की बोली में 163 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई थी। सरकार को स्पेक्ट्रम की पहली नीलामी से करीब एक लाख करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी, जबकि कुल 4.3 लाख करोड़ रुपये के 72 गीगाहर्ट्ज नीलामी के लिए रखे गए थे। (एजेंसी, हि.स.)