Friday, November 22"खबर जो असर करे"

आने वाले दिनों में सोने चांदी में उछाल आने के आसार

नई दिल्ली। सोना और चांदी के कारोबार के लिहाज से शुक्रवार को खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह फ्यूचर सौदों के लिए जहां तेजी वाला सप्ताह बना, वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में आई मामूली गिरावट के कारण घरेलू बाजार में भी हाजिर सौदे के दौरान चमकीली धातुओं की कीमत में मामूली गिरावट दर्ज की गई।

फ्यूचर सौदों के लिहाज से शुक्रवार को सोने की कीमत 1 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर सोने का अक्टूबर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट 51,864 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचकर बंद हुआ। दूसरी ओर वैश्विक बाजार में हाजिर सौदे में सोने की कीमत 1,800 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर तक पहुंचने के बाद लुढ़क कर 1,774 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक आ गई।

शुक्रवार को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में हाजिर सौदे के दौरान सोने की कीमत में 9 रुपये प्रति 10 ग्राम की सांकेतिक कमजोरी दर्ज की गई। इस कमजोरी के साथ दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 52,592 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ। दिल्ली सर्राफा बाजार में हाजिर सौदे के दौरान चांदी की कीमत में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई। चांदी 487 रुपये की गिरावट के साथ 58,477 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुआ।

मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का मानना है कि सोने के कारोबार के लिए लिहाज से वैश्विक और घरेलू दोनों बाजारों में अब लगातार उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहने वाली है। इसकी मूल वजह दुनिया की भू-राजनैतिक (जियो-पॉलिटिकल) परिस्थितियां हैं। यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। दूसरी ओर नैंसी पोलेसी के ताइवान दौरे के बाद से ही चीन और अमेरिका में तनातनी चरम स्तर तक पहुंच गई है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के फाइटर जेट लगातार ताइवान की हवाई सीमा का उल्लंघन कर रहे हैं। जाहिर है कि दुनिया की भू-राजनैतिक परिस्थितियां निवेशकों के हितों के लिहाज से काफी प्रतिकूल है। ऐसे में सुरक्षित निवेश के लिए एक बार फिर निवेशकों का रुख चमकीली धातु यानी सोने में निवेश करने की ओर हो सकता है।

इसी तरह धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि सोने का ओवरऑल आउटलुक लगातार अच्छा बना हुआ है। इस चमकीली धातु की कीमत में मजबूती या तेजी का दौर निकट भविष्य में कभी भी शुरू हो सकता है। हालांकि मुद्रा बाजार में डॉलर इंडेक्स के 105 के स्तर से ऊपर पहुंच जाने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुनाफावसूली के आसार बनते नजर आने लगे हैं। धामी के मुताबिक अगर ऐसा होता है, तो सोना और चांदी की कीमत में प्राथमिक तौर पर कुछ गिरावट आ सकती है। उसके बाद सोना और चांदी दोनों ही धातुओं की कीमत में तेजी का नया दौर शुरू हो सकता है। (एजेंसी, हि.स.)