Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

आफत की बारिश का सिलसिला जारी, फसलों को चौतरफा नुकसान

बैतूल। बीते लगभग ढ़ाई माह से जिले भर में हो रही बारिश अब आफत का सबब बन गई है। लगातार हो रही बारिश से फसलों को हो रहे चौतरफा नुकसान से अन्नदाता परेशान हैं। अतिवृष्टि से फसलों को हो रहे नुकसान से उत्पादन में जबरदस्त गिरावट की आशंका कृषि वैज्ञानिकों द्वारा जताई जा रही है। 6 सितम्बर तक बैतूल जिले में औसत लगभग 34 इंच वर्षा होना था परंतु 54.40 इंच वर्षा हो चुकी है। जो 160 प्रतिशत है।
जिले में अभी तक कोटे से 11.73 इंच एवं गत वर्ष वर्षाकाल में हुई बारिश की 19.73 इंच अधिक वर्षा हो चुकी है। मौसम विभाग ने आगामी तीन चार दिनों तक बैतूल जिले में झमाझम बारिश होने की संभावना जताकर यलो अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश से दिन और रात के तापमान में आयी गिरावट से मौसम में ठण्डक घुल गई है। बैतूल में अधिकतम तापमान 29 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री रिकार्ड किया गया।
बादलों की गरज के साथ झमाझम बारिश
बैतूल में मौसम साफ नजर आ रहा था। दोपहर को अच्छी धूप भी खिली थी परंतु दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे मौसम ने अचानक करवट बदली और आसमान पर घने बादल छा गए। थोड़ी देर में बादलों की गडग़ड़ाहट के साथ झमाण्म बारिश का दौर शुरू हो गया। रूक-रूककर हुई तेज और धीमी बारिश ने समूचे शहर को पानी-पानी कर दिया। जिला मुख्यालय के अलावा जिले के अन्य इलाकों में भी बारिश की खबर है।
भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी
म.प्र. में नया सिस्टम बनने से फिर एक बार बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने आगामी तीन-चार दिनों में बैतूल सहित म.प्र. के डेढ़ दर्जन जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताकर यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के मुताबिक यदि आगामी दिनों में जिले में भारी बारिश होती है तो औसत बारिश का आंकड़ा 60 इंच के करीब पहुंच सकता है।
घोड़ाडोंगरी और भीमपुर में 70 इंच से अधिक वर्षा
इस वर्षाकाल में बैतूल जिले में हो रही रिकार्ड बारिश से वर्षाकाल खत्म होने के लगभग एक माह पूर्व ही कोटे से 12 इंच अधिक बारिश हो चुकी है। वर्षाकाल में बैतूल जिले की औसत सामान्य वर्षा 42.67 इंच है। जबकि अभी तक जिले में औसत 54.40 इंच वर्षा हो चुकी है। जिले में सर्वाधिक 72.26 इंच वर्षा घोड़ाडोंगरी में एवं 70.62 इंच भीमपुर में रिकार्ड की गई है।
खरीफ सहित सब्जी फसलों को जबरदस्त नुकसान
जिले में हो रही अतिवृष्टि से खरीफ के साथ ही सब्जी फसलें भी बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है। कृषि विज्ञान केंद्र बैतूल बाजार के प्रमुख डॉ. व्हीके वर्मा के मुताबिक लगातार वर्षा और धूप नहीं निकलने से फसलों को चौतरफा नुकसान हो रहा है। लगातार बारिश से खेतों में हुए जल भराव से फसलों की ग्रोथ प्रभावित होने के साथ-साथ बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. व्हीके वर्मा के मुताबिक अत्यधिक बारिश से मक्का, मूंगफल्ली, सोयाबीन, गन्ना, अरहर सहित सब्जी फसलों को ज्यादा नुकसान हो रहा है।