नई दिल्ली। वैश्विक मंदी की आशंका के बीच भारतीय मुद्रा रुपये (Indian currency rupee) में गिरावट का दौर जारी है। मुद्रा विनिमय बाजार (money exchange market) में बुधवार को रुपया रिकॉर्ड गिरावट के बीच पहली बार 80 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर (80 rupees per US dollar) के स्तर पर बंद हुआ। रुपये में गिरावट की वजह आयातकों की ओर से डॉलर की मांग (Dollar demand) और कच्चे तेल (crude oil prices rise) की कीमतों में इजाफा है। इससे एक दिन पहले मंगलवार को रुपये में हल्की मजबूती देखने को मिली थी। दिनभर के कारोबार के अंत में रुपया निचले स्तर 80.05 से उबरकर डॉलर के मुकाबले 6 पैसे की तेजी दर्शाता हुआ 79.92 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इससे पहले अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 79.91 के भाव पर मज़बूती से खुला था, लेकिन थोड़ी ही देर में यह 79.96 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। इस तरह एक दिन पहले की तुलना में रुपये में 4 पैसे की गिरावट आई।
दरअसल, चालू वित्त वर्ष में अभी तक भारतीय मुद्रा रुपया अपने वैल्यू से 7 फीसदी से अधिक गिर चुका है। वहीं, इस बीच वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में जानकारी दी कि साल 2014 से 2022 के बीच में डॉलर के मुकाबले रुपया 25 फीसदी से ज्यादा कमजोर हुआ है। (एजेंसी, हि.स.)