Friday, November 22"खबर जो असर करे"

आपके सपने और संकल्प बड़े होने चाहिए, आपका सपना ही मेरा संकल्पः प्रधानमंत्री मोदी

– सिंधिया स्कूल के 125वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए प्रधानमंत्री

ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आपके सपने और संकल्प दोनों बड़े होने चाहिए। आपका सपना ही मेरा संकल्प है। हमेशा आउट ऑफ बॉक्स सोचिए। अपने आइडिया, सपने नमो एप पर शेयर करिए। उन्होंने कहा कि शॉर्टकट तात्कालिक लाभ पहुंचता है, लेकिन लॉन्ग टर्म की सोच के साथ काम करना होगा। जो भी व्यक्ति तात्कालिक स्वार्थ के लिए काम करता है। उससे समाज व राष्ट्र का नुकसान होता है।

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार शाम को ग्वालियर में सिंधिया स्कूल फोर्ट के 125वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज आजाद हिंद सरकार का स्थापना दिवस भी है। सभी देशवासियों को इसकी बधाई देता हूं। इस गौरवमयी इतिहास से जुड़ने का मौका दिया। यह इतिहास सिंधिया स्कूल का भी है और एतिहासिक ग्वालियर शहर का भी है। संगीत सम्राट तानसेन, महादजी सिंधिया, विजयाराजे सिंधिया, अटल बिहारी बाजपेयी, उस्ताद अमजद अली जैसे लोगों का निर्माण ग्वालियर की धरती करती है। यह धरती नारी शक्ति और वीरांगनाओं की तपस्या स्थली है।

ग्वालियर से तीन वजहों से नाता, एक ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्वालियर आना अपने आप में बहुत सुखद होता है। दो और वजहों से ग्वालियर से नाता है। एक, काशी का सांसद हूं, हमारी संस्कृति संरक्षण में सिंधिया परिवार की भूमिका रही है। काशी में कई घाट बनवाए हैं। आज जिस प्रकार काशी का विकास हो रहा है, उसे देखकर महारानी बैजाबाई, महाराज माधवराज को प्रसन्नता होती होगी। ग्वालियर से दूसरा कनेक्शन ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद हैं। इस नाते भी ग्वालियर से रिश्तेदारी है। मेरा गांव गायकवाड़ स्टेट का गांव है। मेरे गांव में प्राथमिक स्कूल गायकवाड़ परिवार ने बनवाया।

माधवराव प्रथम की सोच भविष्यगामी थी
उन्होंने कहा कि हमारे यहां कहा गया है कि सज्जन व्यक्ति जैसा मन में सोचते हैं, वैसा कहते भी हैं और करते भी हैं। यही एक कर्त्तव्य परायण व्यक्ति की पहचान होती है। कर्त्तव्यनिष्ठ व्यक्ति तात्कालिक लाभ के नहीं, आगामी पीढ़ियों के भविष्य के लिए काम करते हैं। यदि एक शताब्दी का सोच रहे हैं तो शिक्षा से जुड़ी संस्थाएं बनाइए। माधवराव प्रथम ने इस बात को पूरा किया। उनकी यही सोच भी आने वाली पीढ़ियों को उज्ज्वल बनाने के लिए काम किया। सिंधिया स्कूल उनकी दूरगामी सोच का परिणाम थी। आने वाली पीढि़यों के लिए जल संरक्षण पर भी ध्यान दिया। उस समय पानी के लिए एक बड़ी व्यवस्था बनाई। हरसी डेम 150 साल बाद भी एसिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है। आज भी यह काम आ रहा है।

हमारी सरकार ने पेडिंग काम किए
उन्होंने कहा कि देश ने 2014 में जब प्रधानसेवक का दायित्व दिया, हमने अलग-अलग समय सीमा रखकर काम किया है। पिछले 10 सालों में लांगटर्म फैसले लिए। देश को कितने ही पैंडिंग बोझ से दूर किया। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया। पूर्व फौजियों को वन रैंक वन पेंशन दी। जीएसटी को लागू किया। तीन तलाक के खिलाफ भी कानून हमारी सरकार के दौरान बनाया। कुछ सप्ताह पहले महिलाओं को रिजर्वेशन के अधिनियम को लागू किया। कोशिश यही है कि यंग जनरेशन के लिए देश में एक पॉजिटिव माहौल बने। एक ऐसा माहौल जिसमें आपकी जनरेशन के पास अवसरों की कमी न हो। ऐसा माहौल हो कि देश का युवा बड़े सपने देखे और प्राप्त करे।

अगले 25 साल में देश को विकसित राष्ट्र बनाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें संकल्प लेना है कि अगले 25 सालों में देश को विकसित बनाकर दिखाएंगे। यह आपको करना है। भारत की यंग जनरेशन को करना है। आपके सामर्थ्य पर विश्वास है। 25 साल आपके लिए जरूरी है, उतने ही भारत के लिए जरूरी हैं। यह सोच कर काम करें कि मैं बनाऊंगा विकसित भारत। मैं नेशन फर्स्ट की सोच की तहत काम करूंगा।

स्पेस स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रहा है देश
उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। ग्वालियर में एयरफोर्स का बड़ा बेस स्टेशन है। आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। भारत का बढ़ता हुआ सामर्थ्य आपके लिए पासिबिलिटी बना रहा हे। 2014 से पहले महज 100 स्टार्टअप हुआ करते थे। आज एक लाख के करीब पहुंच रहा है। सिंधिया स्कूल के बच्चों को यूनीकोन बनाने हैं। सरकार के तौर हमने नए सेक्टर ओपन किए हैं। पहले सेटेलाइट सरकार बनाती है। लेकिन अब स्पेश स्पेश सेक्टर को ओपन कर दिए। डिफेंस सेक्टर को भी आप के लिए ओपन कर दिए। कई सेक्टर आपके लिए बन रहे हैं। मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाना है।

छात्रों को नौ टास्क
इस असर पर प्रधानमंत्री ने छात्रों को नौ टास्क दिए। जलसंरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करें। डिजिटल लेनदेन के लिए लोगों को जागरूक करें। अपने शहर को स्वच्छता में पहले नंबर लाने के लिए काम करें। लोकल फॉर वोकल को प्रमोट करिए। पहले अपना देश देखिए। नेचुरल फार्मिग के लिए काम करें। मिलेट्स को अपने जीवन में शामिल करिए। फिटनेस को अपने जीवन का हिस्सा बनाइए। कम से कम एक गरीब परिवार हैंड होल्डिंग करिए।

समारोह को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संबोधित किया। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, जितेन्द्र सिंह, राज्यपाल मंगुभाई पटेल समेत अन्य अतिथि मौजूद रहे।