– सागर गौरव दिवस समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री, कहा-यह सरकारी नहीं, जन-जन का आयोजन
– सागर की विभूतियों को सागर रत्न से किया सम्मानित
– 120 करोड़ 50 लाख रुपये के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण
– पदमश्री रामसहाय पाण्डे, गायक उदित नारायण एवं अन्य कलाकारों ने दी प्रस्तुतियाँ
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गौरव दिवस सरकारी नहीं, जन-जन का आयोजन है। किसी भी शहर, गाँव अथवा क्षेत्र का विकास केवल सरकार नहीं कर सकती, जब तक उसके साथ समाज का पूरा सहयोग न हो। अपने शहर, गाँव, क्षेत्र के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। साथ ही इस पावन दिवस पर पाँच संकल्प लें- अपने जन्म-दिन पर एक पौधा जरूर लगायेंगे, आँगनवाड़ियों में सहयोग देंगे, बेटी के जन्म पर खुशियाँ मनाएंगे, पानी की प्रत्येक बूँद बचाएंगे और शहर को नशामुक्त बनाएंगे।
मुख्यमंत्री चौहान शनिवार शाम को सागर गौरव दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. हरिसिंह गौर की 153वीं जयंती को सागर गौरव दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने सागर की अनेक विभूतियों को “सागर रत्न” से सम्मानित किया। उन्होंने रिमोट का बटन दबा कर 120 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोर्कापण भी किया। कार्यक्रम स्थल पर मनमोहक आतिशबाजी की गई। पदमश्री रामसहाय पाण्डे, गायक उदित नारायण एवं अन्य कलाकारों ने कार्यक्रम में आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं।
अदभुत थे गौर बाबा, उनकी जीवनी को पाठयक्रम में शामिल किया जायेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सागर के विकास में सर डॉ. हरिसिंह गौर के सहयोग को भुलाया नहीं जा सकता। अद्भुत थे गौर बाबा, उन्होंने सागर को ज्ञान का सागर दिया। वे संविधान निर्माण सभा के सदस्य और प्रसिद्ध कानूनविद थे। उन्होंने अपना सारा धन सागर विश्वविद्यालय बनाने के लिये खर्च कर दिया। इस विश्वविद्यालय में आचार्य रजनीश और सुदर्शन जी जैसी अनेक हस्तियाँ पढ़ी हैं। मेरा सागर से गहरा रिश्ता है। मुझे भी कुछ समय सागर विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र की पढ़ाई करने का अवसर प्राप्त हुआ। डॉ. गौर के त्याग को विद्यार्थी समझ सकें इसके लिये पाठय-पुस्तकों में उनकी जीवनी को शामिल किया जायेगा।
आगामी एक वर्ष में सागर में होंगे 4770 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य
उन्होंने कहा कि आगामी एक वर्ष में सागर में 4770 करोड़ रुपये से अधिक के कार्य कराये जाएंगे। स्मार्ट सिटी योजना में सागर का इंदौर एवं भोपाल नगरों की तरह ही महानगर के रूप में विकास किया जा रहा है। सागर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक क्रांति हो रही है। मध्यप्रदेश सरकार गरीबों को तत्काल वित्तीय सहायता देने के लिये माइक्रो फायनेंस योजना प्रारंभ करने जा रही है, जिसमें 5 हजार रुपये की तुरंत सहायता दी जायेगी। इस राशि को हितग्राही बिना ब्याज के अपनी सुविधानुसार वापस कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि सागर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिये राजघाट बांध की ऊँचाई दो मीटर बढ़ाई जायेगी। इस पर लगभग 200 करोड़ रुपये अतिरिक्त व्यय आयेगा, जिसका प्रावधान अगले वित्त वर्ष में कर दिया जायेगा। तीर्थ-दर्शन योजना में अयोध्या के लिये ट्रेन भी चलाई जायेगी।
केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने हर गाँव, हर शहर का गौरव दिवस मनाने की जो परिकल्पना दी है, वह अत्यंत सराहनीय है। इससे क्षेत्रों का समग्र विकास तो होगा ही, साथ ही हर व्यक्ति क्षेत्र के प्राचीन गौरव को जान सकेगा। उन्होंने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर ने सागर के विकास में अद्वितीय योगदान दिया है। हम उनके बताये मार्ग पर चलें।
मुख्यमंत्री ने पदमश्री रामसहाय पाण्डे, पदमश्री डॉ. कपिल तिवारी, प्रसिद्ध सिने अभिनेता मुकेश तिवारी, सेवानिवृत्त आईआरएस अशोक मिश्रा, पूर्व यूजीसी चेयरमेन प्रो. डीपी सिंह, सेवानिवृत्त आईएएस बीआर नायडू, प्रो. जीएस वाजपेई, प्रो. गौरीशंकर पाराशर, पत्रकार शिवकुमार विवेक, राजेश सिरोठिया, शरद द्विवेदी और अमित जैन, विष्णु आर्य, एडवोकेट चतुर्भुज सिंह राजपूत, कैलाश सिंघई और विरदी चंद जैन को सागर रत्न से सम्मानित किया।
मकरोनिया आरओबी का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने आज सागर में 36 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत से निर्मित मकरोनिया देवल रेलवे ओवर ब्रिज का लोकार्पण भी किया। इससे क्षेत्रीय रहवासियों को आवागमन में सुविधा होगी। साथ ही समय और अर्थ की बचत भी होगी। मुख्यमंत्री ने सागर के गौरव दिवस पर सागरवासियों को यह बड़ी सौगात दी। (एजेंसी, हि.स.)