इस्लामाबाद। पाकिस्तान का वजीरिस्तान सूबा पाकिस्तानी सेना के लिए सिरदर्द बना हुआ है। पाकिस्तानी सेना ने उत्तरी और दक्षिणी वजीरिस्तान में अफगान तालिबान और पाकिस्तान तालिबान (टीटीपी) को खदेड़ने के लिए एक बड़ा सैन्य अभियान चलाया हुआ है। हालांकि, पाकिस्तानी सेना को इस सैन्य अभियान की भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। पाकिस्तानी सेना के प्रॉपगैंडा विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने शुक्रवार को बताया कि उत्तर और दक्षिण वजीरिस्तान में दो अलग-अलग ऑपरेशनों में छह सैनिक मारे गए, जबकि 12 चरमपंथियों की भी मौत हुई। वजीरिस्तान, अफगानिस्तान से सटा हुआ है। ऐसे में इन इलाकों में अफगान तालिबान का काफी ज्यादा प्रभाव रहता है।
पाकिस्तानी सेना ने क्या बताया
आईएसपीआर के जारी बयान में कहा गया, “19/20 सितंबर 2024 को उत्तर और दक्षिण वजीरिस्तान जिलों में हमारे सैनिकों और चरमपंथियों के बीच दो भीषण मुठभेड़ हुईं, जिसके परिणामस्वरूप 12 ख्वारिज [चरमपंथी] मारे गए।” बयान के अनुसार, सुरक्षाबलों ने सात चरमपंथियों के एक समूह की गतिविधि का पता लगाया, जो उत्तर वजीरिस्तान जिले के स्पिनवाम क्षेत्र में अफगानिस्तान सीमा के माध्यम से पाकिस्तान में घुसने की कोशिश कर रहे थे। आईएसपीआर ने दावा किया कि पाकिस्तानी सैनिकों की भारी गोलीबारी में सभी सात चरमपंथी मारे गए और घुसपैठ की कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया। आईएसपीआर ने कहा कि घटनास्थल से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए।
वजीरिस्तान में मारे गए छह सैनिक
इस बीच, दूसरी घटना दक्षिणी वजीरिस्तान के लाधा के सामान्य क्षेत्र में हुई, जब “ख्वारिज” के एक समूह ने पाकिस्तानी सुरक्षाबलों की चौकी पर हमला किया। आईएसपीआर ने कहा, “हमारे सैनिकों ने बहादुरी से लड़ाई लड़ी, घुसपैठ के प्रयासों को विफल किया और पांच ख्वारिज को मार गिराया। हालांकि, भीषण गोलीबारी के दौरान, पाकिस्तानी सेना के छह सैनिक भी मारे गए। इसने आगे कहा कि क्षेत्र में मौजूद किसी भी अन्य आतंकवादी को खत्म करने के लिए सफाई अभियान चलाया जा रहा है। आईएसपीआर ने आगे कहा, “पाकिस्तान के सुरक्षा बल देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्प हैं और हमारे बहादुर सैनिकों के ऐसे बलिदान हमारे संकल्प को और मजबूत करते हैं।”