आइजोल। मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों के लिए मतदान आज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। चुनाव आयोग द्वारा जारी सूचना के अनुसार राज्य में कुल 77.61 प्रतिशत मतदान हुआ है। दूर-दराज के इलाकों से मतदान की पूरी सूचना उपलब्ध नहीं हो सकी है, इसलिए आंकड़े में बदलाव भी आ सकता है।
ज्ञात हो कि आज सुबह 07 बजे से मतदान शुरू हुआ था। चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य के प्रमुख विधानसभा क्षेत्रों आइजोल में 73.09 प्रतिशत, चम्फाई में 78.15, हनहथियार में 84.16, ख्वाजवाल में 82.39, कोलाशिव में 82.77, लंगतलाई में 78.73, लुंगलेई में 77.99, ममित में 84.23, साइत्वाल में 75.13, शेरचीप में 84.49, और शियाहा में 76.41 प्रतिशत मतदान हुआ है।
उल्लेखनीय है कि मिजोरम की सभी 40 सीटों के लिए कुल 174 उम्मीदवार मैदान में हैं। मिजोरम विधानसभा चुनाव में 8.57 लाख से अधिक मतदाता उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे। मिजोरम में 1276 मतदान केंद्रों पर सुबह मतदान शुरू हुआ था।
4.39 लाख महिलाओं सहित 8.57 लाख से अधिक मतदाताओं ने चुनाव में भाग लिया, जो 174 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी दल ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने सभी निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार खड़े किए हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 23 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने चार विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं और 27 स्वतंत्र उम्मीदवार मैदान में हैं।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पड़ोसी देश म्यांमार और बांग्लादेश से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा को पूरी तरह से सील किया गया था। अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती मतदान केंद्रों को संवेदनशील की श्रेणी में चिह्नित किया गया था। शांतिपूर्ण मतदान के लिए राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों को भी तैनात किया गया था।
वहीं, मुख्यमंत्री जोरामथांगा जब अपना मतदान करने के लिए पहुंचे तो मशीन में गड़बड़ी आने के चलते उन्हें लौटना पड़ा। इसके कुछ घंटे बाद दोबारा जाकर वोट दिया। मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि राज्य में फिर से उनकी ही सरकार बनेगी। हालांकि, मतगणना के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी कि राज्य की सत्ता किसको मिलती है।