भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में पांच फरवरी से 25 फरवरी तक चलने वाली विकास यात्रा के माध्यम से हितग्राहियों को लाभान्वित करने और उनकी समस्याओं का निराकरण करने में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जाए। जन-प्रतिनिधियों के साथ यात्रा में संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहें। विकास यात्रा का आयोजन अच्छे ढंग से हो।
मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार की रात मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा जन-प्रतिनिधियों एवं जिलों के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग उपस्थित थे। अन्य मंत्रीगण, विधायक, जन-प्रतिनिधि और जिलों के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में वर्चुअली उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि कुछ जिलों में अच्छे नवाचार किए गए हैं। उन्होंने गुना, मंडला, राजगढ़, सीहोर, श्योपुर, झाबुआ, इंदौर, नर्मदापुरम , जबलपुर, शहडोल, रतलाम और कटनी जिले में किए जा रहे नवाचारों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विकास यात्रा केवल कर्मकांड नहीं जनता की जिंदगी बदलने का अभियान है। विकास यात्रा में स्वीकृति पत्रों का वितरण, विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ देने के साथ-साथ छात्रावासों और आँगनबाड़ियों में जाना है, बच्चों से बात करना है। आमजनों को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ना है। कोई भी पात्र व्यक्ति लाभ लेने से वंचित नहीं रहे। कई जगह विकास यात्रा का अच्छा रिस्पोंस है। जहाँ व्यवस्थाओं में कमी है वहां उन्हें सुधारकर बेहतर विकास यात्रा निकाली जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मेरे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता विकास यात्रा है। इसे सार्थक बनाना है। आडियो-वीडियो के द्वारा गीतों को चलाया जाए। अभी तक प्रदेश की 230 विधानसभाओं में 46 हजार 300 ग्राम यात्रा के रुट में जोड़े गए हैं। अब तक 553 करोड़ के लोकार्पण और 502 करोड़ के भूमिपूजन हुए हैं। जनता के आवेदन भी मिल रहे हैं जिनका निराकरण शत प्रतिशत हो।
उन्होंने कहा कि विकास यात्रा को इंटरेस्टिंग और उपयोगी बनाया जाए। विकास यात्रा के बीच-बीच में मैं भी शामिल होने आऊंगा। प्रभारी मंत्री विकास यात्रा की रोज समीक्षा करें और मुझे प्रतिवेदन भेजें। जनता इस यात्रा से प्रसन्न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर जल लाने का कार्य चल रहा है। समूह पेयजल योजना, सिंचाई की योजनाओं के पूरा होने पर कलश पूजन कराएं और ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी भी दें। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान रचनात्मक कार्य किए जाना अभिनंदनीय है। लाड़ली बहना योजना और पेसा अधिनियम की चर्चा गाँव-गाँव में हो।
चौहान ने कहा कि विकास यात्रा में उत्साह के साथ नवाचार करते रहें। लाड़ली बहना योजना के कारण जो उत्साह बहनों में देखने को मिल रहा है, उसको और अधिक ढंग से प्रचारित करें। प्रिंट, इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रति दिन प्रचार-प्रसार हो। यात्रा के प्रति लोगों की उत्सुकता बढ़े। यात्रा में विशिष्ट हस्तियों को जोड़ने और जन-भागीदारी को बढ़ावा देने की कोशिश करें। जनता और हितग्राहियों के बीच बेहतर संवाद हो। यात्रा को उत्सुकतापूर्ण और बहुआयामी बनाया जाए। विकास यात्रा की कलेक्टर्स अपने स्तर पर प्रति दिन समीक्षा करें। हर तीन दिन में मैं भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से विकास यात्रा की समीक्षा करता रहूँगा।
मुख्यमंत्री ने विकास यात्रा के संबंध में कलेक्टर्स से जानकारी ली। मंत्रियों, विधायकों और जन-प्रतिनिधियों ने भी विकास यात्रा के संबंध में जानकारी और सुझाव दिए। (एजेंसी, हि.स.)