नई दिल्ली (New Delhi)। सावर्जनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (Public Sector Bank of Baroda) ने बुधवार को यहां केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री (Union Minister of Finance and Corporate Affairs) निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 2514.22 करोड़ रुपये का लाभांश चेक सौंपा है।
वित्त मंत्री कार्यालय ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) देबदत्त चंद से वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 2514.22 करोड़ रुपये का लाभांश चेक प्राप्त किया। इस अवसर पर बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि बैंक ऑफ बड़ौदा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। यह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के बाद इस क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है।
बैंक ऑफ इंडिया सीईओ ने सौंपा 935.44 करोड़ रुपये का लाभांश चेक
सावर्जनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने बुधवार को यहां केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 935.44 करोड़ रुपये का लाभांश चेक सौंपा है।
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि निर्मला सीतारमण ने बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रजनीश कर्नाटक से वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 935.44 करोड़ रुपये का लाभांश चेक प्राप्त किया। इस अवसर पर बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि बैंक ऑफ इंडिया सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है। बैंक का मुख्यालय मुंबई में स्थित है।
इंडिया एक्सिम बैंक सीईओ ने सौंपा 252 करोड़ रुपये का लाभांश चेक
सावर्जनिक क्षेत्र के इंडिया एक्सिम बैंक ने बुधवार को केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 252 करोड़ रुपये का लाभांश चेक सौंपा है।
वित्त मंत्रालय ने जारी एक बयान में बताया कि निर्मला सीतारमण ने इंडिया एक्सिम बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हर्षा बंगारी से वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 252 करोड़ रुपये का लाभांश चेक प्राप्त किया। इस अवसर पर बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र का एक्जिम बैंक भारतीय निर्यातकों और आयातकों को वित्तीय सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला मुहैया करता है। इसे देश में भारतीय निर्यात-आयात बैंक के तौर पर 1982 में स्थापित किया गया था।