निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1 अप्रैल को सुबह भोपाल पहुंच जाएंगे। वे यहां शनिवार को संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे। इसके बाद दोपहर 3.02 बजे रानी कमलापति स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन भोपाल से दिल्ली की बीच 708 किमी की दूरी सिर्फ 7.45 घंटे में तय करेगी। फिलहाल इस ट्रेन के परिचालन के संबंध में अधिसूचना जारी नहीं हुई है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही भोपाल-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के स्टॉपेज, किराए और टाइम के बारे में स्थिति स्पष्ट हो सकती है।
राजधानी के 37 विद्यालयों के विद्यार्थी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नजदीक से देखने और मिलने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। यह उत्साह वंदे भारत ट्रेन में पहले दिन सफर करने को लेकर है। प्रधानमंत्री से क्या कहें, मिलकर क्या सवाल पूछेंगे, उसके लिए वे तैयारियों में जुटे हैं। इसके लिए दूरदर्शन केंद्र में विद्यार्थियों की ग्रूमिंग कराई जा रही है। प्रधानमंत्री से किस तरह मिलना है, उनसे बातचीत कैसे करें, खुद को कैसे प्रस्तुत करना है, प्रधानमंत्री से बात करते समय चेहरे की क्या भाव-भंगिमा होगी, इसे लेकर विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया है।
इस संबन्ध में पश्चिम मध्य रेल बोर्ड ने स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी को पत्र लिखा था। रेलवे ने कुछ स्कूलों से 10-10 विद्यार्थियों का चयन करने के लिए अनुरोध किया। इसके बाद शिक्षा विभाग ने निबंध लेखन प्रतियोगिता कराकर राजधानी के 37 स्कूलों के 216 विद्यार्थियों का चयन किया।
सीएम राइज व उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थी हैं शामिल
विभाग ने राजधानी के आठ सीएम राइज स्कूल, उत्कृष्ट विद्यालय और कुछ निजी स्कूलों को आठवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के बीच निबंध व पेंटिंग प्रतियोगिता कराने का सुझाव दिया था। इसमें वंदे भारत ट्रेन, आजादी का अमृत महोत्सव, स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत, एक भारत श्रेष्ठ भारत आदि विषयों पर निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। सभी स्कूलों ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले और विजेता विद्यार्थियों का नाम शामिल किया है। ये सभी विद्यार्थी प्रधानमंत्री से मिलने के लिए सवाल तैयार करने में जुटे हैं।
उत्कृष्ट विद्यालय की छात्रा रक्षा शर्मा ने कहा कि अभी तक प्रधानमंत्री को परीक्षा पे चर्चा, मन की बात और टेलीविजन पर ही देखा है। अब उन्हें सामने से देखने का मौका मिलेगा। छात्रा उन्मुक्त तिवारी का कहना है कि प्रधानमंत्री के लिए कविता लिखी है। मौका मिला तो उन्हें सुनाएंगे। छात्र यशोधन गुप्ता का कहना है कि बहुत खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिलेगा। (हि.स.)