Friday, November 22"खबर जो असर करे"

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने ग्वालियर में ड्रोन के जरिए वर्चुअली फहराया तिरंगा

-ड्रोन से दिखाईं शहर की प्रमुख विकास परियोजनाओं की तस्वीरें

भोपाल (Bhopal)। आजादी के अमृत महोत्सव (Amrit Mahotsav of Independence) के रंग में उस समय एक नया रंग और जुड़ गया, जब केन्द्रीय नागरिक उड्डन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार शाम को ग्वालियर (Gwalior) में ड्रोन के जरिए वर्चुअली तिरंगा (Tricolor hoisted virtually through drone) फहराया। इस दौरान ड्रोन से शहर के विकास की उन परियोजनाओं की लाइव तस्वीरें भी दिखाईं, जो केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट हैं।

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कुछ नया करने के लिए जाने जाते हैं। इसी क्रम में उन्होंने नया प्रयोग करते हुए ग्वालियर में ड्रोन के जरिए तिरंगा फहराया। इस दौरान 15 मिनट में ड्रोन जिन नौ विकास कार्य के स्थलों से गुजरा, वहां की तस्वीरें भी दिखाईं। ड्रोन स्वर्णरेखा नदी के ऊपर बन रहे 1300 करोड़ रुपये की एलिवेटेड रोड के ऊपर से गुजरा, तो दूसरी तरफ यह शहर के सौन्द्रर्यीकरण एवं नागरिकों की सुविधा के लिए 300 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे ग्वालियर थीम रोड, मल्टी लेवल कार पार्किंग प्रोजेक्ट और बाड़ा पर हो रहे सौन्द्रर्यीकरण के चित्र भी दर्शकों तक पहुंचाए। साथ ही अन्य विकास कार्यों को भी कवर किया, जिनमें शहर में बन रहे चार प्रवेश द्वार, मुरार नदी का सौन्द्रर्यीकरण, नव संचालित 1000 बिस्तर अस्पताल, मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल इत्यादि शामिल हैं।

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि आज हर घर तिरंगा के तहत ग्वालियरवासियों ने अपने विकसित होते और बदलते ग्वालियर का भव्य स्वरूप देखा। ड्रोन के माध्यम से ग्वालियर के नौ विकास कार्यों को दिखाया जाना, निश्चित ही हम सभी के लिए एक अविस्मरणीय पल था। ये परियोजनाएं, ग्वालियर के लोगों के प्रति डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं जो कालांतर में ग्वालियर के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बताया कि देश के ड्रोन क्षेत्र में काम करने वाली दो महत्वपूर्ण कंपनियों के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। ये कंपनियां है भारत ड्रोन एसोसिएशन और गरुड़ एरोस्पेस। यह ऐतिहसिक क्षण न सिर्फ भारत के अमृतकाल की पहचान बन गया, बल्कि ग्वालियर शहर में नागर विमानन क्षेत्र के बढ़ते प्रभाव का भी प्रतीक बन गया है। यह कार्यक्रम-आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रगतिशील और भारत के 75 वर्ष पूरे होने और यहां के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के जश्न का हिस्सा बना और देश के गौरव-तिरंगे को 400 फीट की ऊंचाई पर फहराया गया है।