Friday, September 20"खबर जो असर करे"

तुर्किए और सीरिया में मरने वालों की संख्या पांच हजार से अधिक हुई

– एर्दोगन ने 10 प्रांतों में लगाया तीन माह का आपात काल

अंकारा/दमिश्क। तुर्किए और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,000 से अधिक हो गई है। वहीं भूकंप के झटकों से धराशाई इमारतों, सडक़ों पर बिखरे शवों और बेहद खराब मौसम ने हालात को बेहद खौफनाक बना दिया है। वहीं हजारों इमारतों में राहत बचाव कार्य जोरो से जारी है। दुनियाभर के देशों ने बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए टीम भेजी है। तुर्किए की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 24,400 से अधिक आपातकालीन कर्मी मौके पर मौजूद हैं।

वहीं राष्ट्रपति एर्दोगन ने बड़े पैमाने पर भूकंप प्रभावित 10 प्रांतों में अगले तीन महीने तक आपात स्थिति की घोषणा की है। तुर्की में भूकंप के बाद हालात बेहद खराब हो गए हैं।

राष्ट्रपति एर्दोगन के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी इस बारे में ट्वीट किया गया है। उनके ट्वीट में जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि तुर्किये के संविधान के अनुच्छेद 119 का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रपति एर्दोगन ने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित 10 प्रांतो में राहत और बचाव अभियान को तेज़ी से चलाने के लिए आपातकाल लगाने का फैसला किया है। राष्ट्रपति ने तुर्की के पांचवें सबसे बड़े शहर अंताल्या में भूकंप से बेघर हुए लोगों को वहां के कमर्शियल होटलों में ठिकाना देने की योजना का भी ऐलान किया।

भीषण भूकंप से सिर्फ तुर्किए में ही लगभग 6,000 इमारतों के ढहने की पुष्टि की गई है। आपदा में बचे हुए लोगों तक पहुंचने के प्रयास में शून्य से नीचे का तापमान और करीब 200 की संख्या में आए भूकंप के बाद के झटके भी बाधा बन रहे हैं, इससे अस्थिर ढांचों के भीतर लोगों को खोजना काफी खतरनाक हो गया है।

अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के केंद्र के दक्षिण पूर्व में स्थित हते में करीब 1500 इमारतें जमींदोज हो गईं और कई लोगों ने अपने परिजनों के मलबे में फंसे होने और किसी बचाव दल या मदद के नहीं पहुंचने की शिकायत की है।

तुर्किये के दक्षिण-पूर्वी प्रांत कहमनमारस में केंद्रित भूकंप ने दमिश्क और बेरूत के निवासियों को सडक़ पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया। सीरिया में डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के मिशन प्रमुख सेबस्टियन गे ने कहा कि उत्तरी सीरिया में चिकित्सा कर्मी जी जान से जुटे हैं जो भारी संख्या में आए घायलों के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।

तुर्किये के हते प्रांत में हजारों लोगों ने खेल केंद्रों या मेला हॉल में आश्रय लिया, जबकि अन्य लोगों ने बाहर रात बिताई और अलाव का सहारा लिया।

इस्केंदरून बंदरगाह के एक इलाके से काला-घना धुआं उठ रहा है, जहां दमकल कर्मी अभी तक आग बुझाने में सफल नहीं हुए हैं। यह आग भूकंप के कारण पलटे मालवाहक कंटेनर (शिपिंग कंटेनर) में लगी थी।

तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुअत ओकते ने बताया कि तुर्किए में भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या 3400 से अधिक है और 20,534 लोग घायल हुए हैं। तुर्किये और सीरिया में भूकंप से 5021 लोगों की मौत हुई है और 1602 लोग घायल हैं।

अधिकारियों को आशंका है कि सोमवार तडक़े आए भूकंप और बाद के झटकों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि बचावकर्मी मंगलवार को भी मलबे में फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। कम तापमान और भूकंप के बाद के करीब 200 झटके महसूस किए जाने के कारण बचाव कर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

अंतरराष्ट्रीय मदद की नवीनतम प्रतिद्धता के तहत दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक एओल ने कहा कि वह 60 सदस्ईय बचाव दल के साथ-साथ चिकित्सा सामग्री और 50 सैनिकों को तेजी

से भेजने की तैयारी में हैं। पाकिस्तान की सरकार ने मंगलवार तडक़े राहत सामग्री और 50 सदस्ईय खोज और बचाव दल को एक विमान से तुर्किये भेजा। पाकिस्तान ने कहा कि सीरिया और तुर्किए के लिए बुधवार से दैनिक सहायता उड़ानें होंगी।
भारत ने कहा कि वह विशेष रूप से श्वान दस्तों और चिकित्सा कर्मियों सहित दो खोज और बचाव दल पहुंच गया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नाटो सहयोगी तुर्किए के लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करने और सहायता की पेशकश करने के लिए एर्दाेआन से फोन पर बातचीत की। अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस ने कहा कि वह तुर्किये के प्रयासों में मदद के लिए खोज और बचाव दल भेज रहा है।

सीरियाई शहर अलेप्पो और तुर्किए के दियारबाकिर शहर के बीच के 330 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैले इलाके में हजारों इमारतों के ध्वस्त होने की खबर है।

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने सोमवार को आए भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी जिसका केंद्र जमीन के नीचे 18 किलोमीटर था। शायद पहले भूकंप के कारण दूसरा भूकंप 100 किलोमीटर दूर आया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.5 थी। (एजेंसी, हि.स.)