-यूपीआई लेन-देन एक लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 139 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा
नई दिल्ली (New Delhi)। देश (Country) में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लेन-देन (Unified Payments Interface (UPI) transactions) का आंकड़ा लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। यूपीआई लेन-देन वित्त वर्ष 2017-18 के 92 करोड़ रुपये (Rs 92 crore.) से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 (financial year 2022-23) में 8,375 करोड़ रुपये (increase to Rs 8,375 crore) हो गया था। इसमें वॉल्यूम के लिहाज से सालाना आधार पर 147 फीसदी की वृद्धि हुई है। चालू वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान यूपीआई के जरिए 11 दिसंबर तक 8,572 करोड़ लेन-देन किया जा चुका है।
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक बयान में बताया कि यूपीआई से लेन-देन वित्त वर्ष 2017-18 के 92 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 8,375 करोड़ हो गया था। इसमें सालाना आधार पर 147 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है। इसी तरह यूपीआई से लेन-देन का मूल्य वित्त वर्ष 2017-18 के एक लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 168 फीसदी की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ 139 लाख करोड़ रुपये हो गया।
मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान यूपीआई के जरिए 11 दिसंबर, 2023 तक 8,572 करोड़ लेनदेन किया जा चुका है। इसी तरह प्रचलन में मौजूद बैंक नोटों के मूल्य में साल-दर-साल वृद्धि वित्त वर्ष 2021-22 में 9.9 फीसदी से घटकर वित्त वर्ष 2022-23 में 7.8 फीसदी हो गई है।