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गंगोत्री में जाम में फंसे मप्र के तीन श्रद्धालुओं की मौत, मुख्यमंत्री ने जताया दुख

चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का ऐलान

भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश से चारधाम यात्रा पर गए तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। मृत तीनों श्रद्धालु अलग-अलग शहर इंदौर, सागर और नीमच के रहने वाले थे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इन श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने का ऐलान किया है।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बुधवार देर रात सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि चार धाम यात्रा पर गए मध्यप्रदेश के तीन श्रद्धालुओं के हार्ट अटैक के कारण असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुखद एवं पीड़ादायक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं की शांति एवं परिजनों को यह गहन दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। मृतकों के परिवारजनों को मध्यप्रदेश शासन की ओर से 4-4 लाख रुपये की अंतरिम सहायता राशि प्रदान की जायेगी।

बताया गया है कि सागर के रहने वाले 71 वर्षीय राम गोपाल, नीमच की 62 वर्षीय संपत्ति बाई और इंदौर के 39 वर्षीय रामप्रसाद की मौत हुई है। राम गोपाल और संपत्ति बाई की मौत 10 मई और रामप्रसाद की मौत 14 मई को हुई। अधिकारियों ने अनुसार तीनों की मौत यमुनौत्री धाम की यात्रा के दौरान हुई है। मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है।

मध्य प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा में फंसे श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि चार धाम यात्रा पर गए प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए हेल्प लाइन नं. 011-26772005, 0755-2708055 एवं 0755-2708059 जारी किया गया है। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर सहायता के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

दरअसल, उत्तराखंड में यमुनोत्री धाम की यात्रा अक्षय तृतीया से शुरू हुई है। यमुनोत्री धाम की कठिन पैदल यात्रा के दौरान कई बार ऑक्सीजन की कमी और ठंड के कारण तीर्थ यात्रियों की तबीयत बिगड़ जाती है। ऐसे में श्रद्धालुओं को पहाड़ी यात्रा को रुक-रुककर पूरा करने की सलाह दी जाती है। वहीं, इसके अलावा सैकड़ों यात्री गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर बिना रजिस्ट्रेशन के पहुंचने के कारण फंस गए हैं। इसके चलते सरकार की व्यवस्था चरमरा गई है। लोग जाम में फंसने के कारण भी परेशान हो रहे हैं।