Saturday, September 21"खबर जो असर करे"

कॉलेज संचालक के इकलोते बेटे की हत्या कर शव को लगाई आग

-सात लाख रूपए के लिए नगर निगम कर्मचारी ने अपने दो साथियों के साथ हत्या को दिया अंजाम
-विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार ने थाने पहुंचकर परिजनों को दी सांत्वना
ग्वालियर। सात लाख रूपए के लेन-देन के लिए कॉलेज संचालक के इकलोते बेटे की हत्या कर दी गई। शव को कार की डिग्गी में डालकर थाना सीपरी बाजार में जंगल मे झाडियो मे फेंक दिया। शव को कोई पहचान सके इसलिए आग भी लगा दी। लेकिन हत्यारों की करतूत ज्यादा देर छुप नहीं सकी। संचालक ने जैस ही बेटे के गायब होने की शिकायत थाने में दर्ज कराई। पुलिस तुरंत ही अलर्ट हुई और एक संदेही नगर निगम कर्मचारी को दबोच लिया। पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया। उसने कबूल किया कि हत्या को अंजाम उसने और उसके दो साथियों ने मिलकर की है। फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। देर रात को पुलिस ने दूसरे आरोपी को भी दबोच लिया। पुलिस अब तीसरे साथी को तलाश कर रही है। इधर हत्या का मामला सामने आने पर विधायक डॉ सतीश सिकरवार विश्वविद्यालय थाने पहुंचे और पिता को संात्वना दी।
सिटी सेंटर सत्यम रेजीडेंसी में रहने वाले प्रशांत सिंह परमार स्कूल-कॉलेज संचालक हैं। उनका बेटा प्रखर सिंह परमार (23) उर्फ पप्पू भी पिता के साथ कॉलेज संचालित करता है। परिजनों ने बताया कि मंगलवार दोपहर प्रखर को करन वर्मा बुलाकर ले गया था।  करन वर्मा नगर निगम में क्लर्क है। जब रात तक घर नहीं लौटे तो उन्हें तलाश किया। उसका फोन भी नहीं लग रहा था। करन को फोन किया तो उसका भी फोन नहीं लगा। उसके दोस्तों को बताया तो वह भी तलाश में जुट गए। रात करीब करीब 12 बजे विश्वविद्यालय थाना पहुंचे। उन्होंने करन वर्मा पर संदेह जताया। क्योकि सोमवार को ही प्रखर की करन से बहस हुई थी। पुलिस ने रात में ही करन को हिरासत में ले लिया। पूछताछ की तो उसने अपने साथी गोरव और भानू के साथ हत्या करना कबूल किया। उसने बताया कि प्रखर के शव को झांसी के थाना सीपरी बाजार क्षेत्र मे जंगल में फेका है। पुलिस जब वहां पहुची तो प्रखर की अधजली लाश मिली। हत्यारों ने उसकी लाश को जला दिया था, ताकि कोई पहचान न सके।
रस्सी से गला दबाया फिर गोली मारी
करन ने पुलिस को बताया है कि वह दोपहर में प्रखर को बुलाकर ले गया था। वहां से दो साथियों के साथ कार से निकला। कलेक्ट्रेट के पीछे न्यू पंचायत भवन के पास कार में बैठे प्रखर का गला रस्सी से कस दिया। इसी समय, ड्राइविंग सीट पर बैठे भानू ने उसे गोली मार दी। फिर शव को कार की डिग्गी मे डालकर झांसी की तरफ लेकर गए। वहां थाना सीपरी बाजार इलाके में जंगल मे ंजाकर शव को फेंका।
पुलिस को बरगलाने के लिए ससुराल गया
करन ने पुलिस को बरगलाने के लिए एक चाल चली। प्रखर की हत्या को अंजाम देकर वह बरूआ सागर अपनी ससुराल भी गया। वहां बोला कि  किसी काम से आया था। कुछ देर रूकने के बाद वह और उसके साथी लौट आए। उसने यह चाल पुलिस को बरगलाने के लिए चली, ताकि अगर पुलिस पूछताछ करे तो वह बोल देगा कि ससुराल गया था।
पैसों के  लेन-देन में हत्या
प्रशांत परमार ने बताया कि करन वर्मा उनके कॉलेज का छात्र रहा है। करीब एक साल पहले नगर निगम में उससे मुलाकात हुई थी। उन्होने करन से डीडी नगर में कॉलेज भवन के निर्माण की अनुमति के लिए कहा था, जिस पर उसने कहा कि वह दिला देगा।  उसने करीब 7-8 लाख रुपए में अनुमति दिलाने के मांगे थे। इस पर  मैंने बेटे प्रखर को पैसे लेकर भेजा , कहा था पैसे जमा कर रसीद लेकर आना। उसने करन को पैसे दे दिए थे, लेकिन रसीद नहीं दी। रसीद के लिए करन टालता रहा। उसने डेढ़ लाख रुपए और उधार लिए थे। मेरे कहने पर प्रखर रोजाना उससे रुपए मांगने जाता था।
पिता ने कहा पुलिस ने लापरवाही दिखाई
्रप्रखर के पिता प्रशांत ने बताया कि रात को ही कार में ब्लड देखकर अनहोनी की आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। करीब दो घंटे तो एफआईआर करने मे लगा दिए। फिर दो सिपाही भेजे भी वह नाश्ता करने मे जुट गए। अगर पुलिस गंभीरता से उसे तलाश करती तो शायद उनके बेटे की जान बच जाती
कॉलेज संचालक के ईओडब्लू का पड़ चुका है छापा
कॉलेज संचालक प्रशांत परमार के ठिकानों पर ईओडब्लू ने मार्च महीने में उसके एक दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. मूलत: राजस्थान के रहने वाले प्रशांत ने साल 2006 में संविदा शिक्षक के रूप में नौकरी शुरू की थी। जांच में प्रशांत के पास 27 कॉलेज, 4 द तर, 2 मकान, जमीन, बैंक एकाउंट और लॉकर्स के दस्तावेज मिले थे। आय से अधिक संपत्ति की एक गोपनीय शिकायत की जांच के बाद ईओडब्लू ने प्रशांत के सत्यम टावर स्तिथ घर के साथ-साथ कई ठिकानों पर रेड की थी।
कौन है करन
जिस नगर निगम कर्मचारी करन को पुलिस ने उठाया है, वह पहले भी अपर आयुक्त का ऑडियो वायरल करने पर चर्चा में आ चुका है। उस समय उसे सस्पेंड कर दिया गया था। बाद में वह बहाल हो गया था।
सीधी बात
पैसों के लेन-देन पर कॉलेज संचालक के बेटे की हत्या की गई है। उसका शव थाना सीपरी बाजार इलाके के जंगल में अधजला मिला है। हत्या मे नगर निगम कर्मचारी और उसके दो साथी शामिल है। फिलहाल कुछ आरोपी पकड़ लिए है। बचे आरोपी की तलाश की जा रही है।
रत्नेश तोमर, सीएसपी विश्वविद्यालय