
प्रवक्ता ने कहा कि- डोनाल्ड ट्रंप, जो खुद को “शांति दूत” के रूप में याद किया जाना चाहते हैं, कई बार कह चुके हैं कि वे यूक्रेन में तीन साल से जारी “रक्तपात” को खत्म करना चाहते हैं। ट्रंप का प्रशासन अब इस युद्ध को अमेरिका और रूस के बीच एक “प्रॉक्सी युद्ध” के रूप में देखता है, जो रूस के नजरिए से मेल खाता है।
पेस्कोव ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और पुतिन की मुलाकात की संभावनाएं बनी हुई हैं, लेकिन अभी इस दिशा में “संयम और धैर्य” के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “संबंधों की बहाली में समय और गंभीर प्रयास लगते हैं।”
वहीं शांति की पहल के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि “कुछ हद तक बातचीत सही दिशा में जा रही है, लेकिन एक बिंदु आता है जब या तो आगे बढ़ना पड़ता है या चुप रहना होता है।”
दूसरी ओर, यूरोपीय देशों और यूक्रेन ने 2022 में शुरू हुए इस युद्ध को पुतिन की “साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षा” बताया है, जबकि रूस इसे पश्चिम की “उकसावे वाली राजनीति” का जवाब मानता है। फिलहाल रूस, यूक्रेन के लगभग पांचवें हिस्से पर नियंत्रण बनाए हुए है। (हि.स.)