
सुशासन और संस्कृति का संदेश
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुशासन और संस्कृति का सुंदर समन्वय किया है। इसमें सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास समाहित है। यह उनके शासन का स्थाई तत्व है। नवरात्र में इसका सहज प्रमाण मिला। योगी बड़ी कुशलता से सुशासन और संस्कृति का समन्वय करते हैं। वह गौरक्ष पीठाधीश्वर हैं। इस रूप में वह कलश स्थापना अनुष्ठान के लिए गोरखपुर गए। इस रूप में इसी दिन उन्होंने विकास कार्यों को भी आगे बढ़ाया। गोरखपुर को पहला ग्रामीण स्टेडियम मिला। विंध्याचल, अयोध्या और काशी की उनकी यात्रा सांस्कृतिक ही नहीं सुशासन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही। सभी जगह उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा की।वस्तुतः सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सुशासन भाजपा का संबल है।
उसका मानना है कि राष्ट्रीय स्वाभिमान किसी देश को शक्तिशाली बनाने में सहायक होता है। देश में इसी विचार के जागरण हो रहा है। अयोध्या में श्रीराम मं...