बढ़ती तकनीक और भीषण होते रेल हादसे!
- ऋतुपर्ण दवे
बेशक बालासोर रेल दुर्घटना देश क्या दुनिया के भीषणतम हादसों में एक है। याद भी नहीं कि देश में कभी एक साथ तीन रेलें इस तरह टकराई हों, जिसमें दो सवारी गाड़ी हों। दुर्घटना से जो एक सच सामने आया है वो बेहद दुखद और चौंकाने वाला है। रिजर्व बोगियों के अलावा बहुत-सी मौतें जनरल बोगियों में सवारों की भी हुईं जिनकी पहचान कैसे हो पाएगी? उससे भी बड़ी सच्चाई ये कि देश की अब तक सबसे ज्यादा रेल दुर्घटनाएं स्टेशनों पर पहुंचने से थोड़ा पहले हुईं जिसका मतलब जब अप और डाउन दोनों ट्रैक किसी स्टेशन पर पहुंचने से पहले यात्री सुविधाओं की दृष्टि से कई लूप ट्रैक में विभाजित हो यात्रियों खातिर प्लेटफॉर्म पर गाड़ियों को पहुंचाते हैं। यहां आगे जा रही या पीछे से आ रही ट्रेनों की स्थिति और निगरानी की जरा-सी चूक हादसों में बदल जाती है। यकीनन ट्रेनों के परिचालन के लिए नित नई उन्नत और नवीनतम तकनीक विकसित होती ...