Saturday, November 23"खबर जो असर करे"

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विकास न बने विनाश का कारण

विकास न बने विनाश का कारण

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- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भले ही जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनिया के देश लाख चिंता जता रहे हों। शिखर सम्मेलनों में नित नए प्रस्ताव पारित किए जा रहे हों। पर वास्तविकता तो यही है कि दुनिया के देश पिछले आठ साल से लगातार सबसे ज्यादा गर्मी से जूझते आ रहे हैं। पिछले सालों में ग्लेशियरों के पिघलने की रफ्तार जिस तरह से बढ़ रही है। जिस तरह से जंगलों में दावानल हो रहा है। जिस तरह से समुद्री तूफान, चक्रवात या सुनामियां आए दिन अपना असर दिखा रही हैं। वास्तव में यह अत्यधिक चिंता का विषय बनता जा रहा है। इस क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों का तो यहां तक मानना है कि ग्लेशियर किनारे बसे शहरों के अस्तित्व का संकट भी मुंह बाये खड़ा दिखाई देने लगा है। हालांकि समय पर सूचनाओं और डिजास्टर मैनेजमेंट व्यवस्था में सुधार का यह तो असर साफ दिखने लगा है कि प्राकृतिक आपदाओं के चलते जनहानि तो न्यूनतम हो रही है पर जिस तर...
ज्ञान केवल सूचना नहीं होता

ज्ञान केवल सूचना नहीं होता

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- हृदयनारायण दीक्षित भाषा मानव जीवन की सर्वोत्तम उपलब्धि है। दुनिया के सभी समाजों के गठन में भाषा ही संवाद का माध्यम होती है। भाषा के प्रयोग का उद्देश्य संवाद होता है अपनी बात को समझाना होता है। भाषा वाक्यों से बनती है और वाक्य शब्दों से। शब्द भाषा के घटक होते हैं। प्रत्येक शब्द के भीतर उसका अर्थ छुपा होता है। पतंजलि ने महाभाष्य में बताया है, 'एक ही शब्द किसी वाक्य में विशेष स्थान में प्रयुक्त होकर भिन्न भिन्न अर्थ देता है। शब्द का सम्यक ज्ञान और सम्यक प्रयोग ही अपेक्षित परिणाम देता है। शब्द की शक्ति बड़ी होती है।' भारत लोकतंत्र के उद्भव का प्रथम स्थान है। यहां वैदिक काल में भी सभा और समितियां जैसी लोकतंत्री संस्थाएं थीं। सुंदर और सरल बोलना सभ्य होना था। सभ्य सभा के योग्य माने जाते थे। भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्राचीनतम जनतंत्र है। हम भारत के लोगों ने संसदीय जनतंत्र अपनाया है। यहां संविधान...
गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में विश्व को राह दिखाता भारत

गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में विश्व को राह दिखाता भारत

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- प्रहलाद सबनानी भारत में विशेष रूप से कोरोना महामारी के बीच एवं इसके बाद केंद्र सरकार द्वारा गरीब वर्ग के लाभार्थ चलाए गए विभिन्न कार्यक्रमों के परिणाम अब सामने आने लगे हैं। विशेष रूप से प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के अंतर्गत देश के 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त अनाज की जो सुविधा प्रदान की गई है एवं इसे कोरोना महामारी के बाद भी जारी रखा गया है, इसके परिणामस्वरूप देश में गरीब वर्ग को बहुत लाभ हुआ है। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत में गरीबी के अनुमान पर एक वर्किंग पेपर जारी किया है। जिसमें अलग-अलग मान्यताओं के आधार पर भारत में गरीबी को लेकर अनुमान व्यक्त किए गए हैं। इस वर्किंग पेपर के अनुसार, हाल ही में भारत में 1.2 करोड़ नागरिक अति गरीबी रेखा के ऊपर आ गए हैं। वर्ष 2022 में विश्व बैंक द्वारा जारी किए गए एक अन्य प्रतिवेदन के अनुसार, वर्ष 2011 में भारत में 22.5 प...
जनसंख्या वृद्धि खुशी के साथ चिंता भी!

जनसंख्या वृद्धि खुशी के साथ चिंता भी!

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- प्रमोद भार्गव भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जहां दुविधा और विरोधाभास प्रगति के समानान्तर चलते हैं। अतैव जनसंख्या बल जहां शक्ति का प्रतीक है, वहीं उपलब्ध संसाधनों पर बोझ भी है। इसलिए अनेक समस्याएं भी सुरसामुख बन खड़ी होती रहती हैं। हालात तब और कठिन हो जाते हैं, जब संसाधनों के बंटवारे में विसंगति बढ़ती चली जा रही हो? गोया कहा जा सकता है कि बढ़ती आबादी वरदान नहीं बोझ है। नतीजतन 'संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष' की रिपोर्ट ने जब ये आंकड़े जारी किए कि भारत की आबादी चीन से अधिक बढ़ गई है, तो चिंता बढ़नी स्वाभाविक है। हालांकि यह संभावना बहुत पहले से जताई जा रही थी कि भारत आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। बावजूद इसके कुछ जनसंख्या विशेषज्ञ इस बात को लेकर आशंका जता रहे हैं कि यह समय अभी नहीं जून में आना था। परंतु आम आदमी को आंकड़ों की बाजीगरी न तो आसानी से समझ आती है और न ही वह किसी निष्कर्ष ...
भारत विश्व के केन्द्र में, जिसके बिना दुनिया नहीं चल सकती, पाकिस्तान भी चाहता है मोदी जैसा नेतृत्व: शिवराज

भारत विश्व के केन्द्र में, जिसके बिना दुनिया नहीं चल सकती, पाकिस्तान भी चाहता है मोदी जैसा नेतृत्व: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
उज्जैन (Ujjain)। पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो नींव रखी, उसे श्रद्धेय अटल जी व आडवाजी जी ने आगे बढ़ाने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, गृह मंत्री अमित शाह जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने भाजपा (BJP) को विशाल रूप देकर विश्व का सबसे बड़ा संगठन (world's largest organization) बनाया। हमारी पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी अपने काम की वजह से है। इसका एक उदाहरण रूस यूक्रेन युद्ध (russia ukraine war) है, जिसमें भारतीय बच्चों को सुरक्षित भारत लाया गया। आज भारत विश्व के केन्द्र में है, जिसके बिना दुनियाँ नही चल सकती। पाकिस्तानी भी मोदी जैसा नेतृत्व चाहते है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार शाम को उज्जैन के विक्रम कीर्ति मंदिर मे युवा मोर्चा द्वारा आयोजित युवा चौपाल के अंतर्गत नव मतदाता सम्मेल...
मुकेश अंबानी दुनिया के 9वें सबसे अमीर, अडाणी 23वें स्थान पर

मुकेश अंबानी दुनिया के 9वें सबसे अमीर, अडाणी 23वें स्थान पर

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। दुनिया के सबसे अमीर लोगों (richest people in the world) की टॉप-10 सूची (top-10 list) में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन (Reliance Industries Limited (RIL) chairman) और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भी शामिल हैं। वहीं, अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) इस सूची में दूसरे स्थान से फिसलकर 23वें पायदान पर आ गए हैं। मुकेश अंबानी 8200 करोड़ डॉलर की संपत्ति के साथ इस सूची में 9वें स्थान पर हैं। टॉप-10 अरबपतियों की सूची में मुकेश अंबानी एकमात्र भारतीय हैं। रिसर्च प्लेटफॉर्म हुरून ने बुधवार को रियल एस्टेट कंपनी एम3एम के साथ मिलकर अमीरों की सूची जारी की है। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2023 में इस बार टॉप-10 में मुकेश अंबानी एकमात्र भारतीय अरबपति के रूप में शामिल हैं। गौतम अडाणी इस साल सूची में 23वें पायदान पर खिसक गए है। हुरुन की नई सूची...
राम राज्य दुनिया की सभी राजव्यवस्था का आदर्श

राम राज्य दुनिया की सभी राजव्यवस्था का आदर्श

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- हृदयरायण दीक्षित श्रीराम मंगल भवन हैं। वो अमंगलहारी हैं। वे भारत के मन में रमते हैं। मिले तो राम राम, अलग हुए तो राम राम। राम का नाम हम सब बचपन से सुनते आए हैं। वे धैर्य हैं। सक्रियता हैं। परम शक्तिशाली हैं। भाव श्रद्धा में वे ईश्वर हैं। राम तमाम असंभवों का संगम हैं। युद्ध में पौरुष पराक्रम और निजी जीवन में मर्यादा के पुरुषोत्तम। राम भारतीय आदर्श व आचरण के शिखर हैं। भारतीय मनीषा ने उन्हें ब्रह्म या ईश्वर जाना है। श्रीकृष्ण भी विष्णु के अवतार हैं। वे अर्जुन को गीता (10.31) में बताते हैं ''पवित्र करने वालों में मैं वायु हूं और शास्त्रधारियों में राम हूं।'' राम महिमावान हैं। श्रीकृष्ण भी स्वयं को राम बताते हैं। श्रीराम प्रतिदिन प्रतिपल उपास्य हैं लेकिन विजयादशमी व उसके आगे पीछे श्रीराम के जीवन पर आधारित पूरे देश में श्रीराम लीला के उत्सव होते हैं। संप्रति देश के कोने कोने रामलीला उत्सव हो...
दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान परस्पर स्नेहिल भावना से संभव: शिवराज

दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान परस्पर स्नेहिल भावना से संभव: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने जी-20 देशों के प्रतिनिधियों को किया संबोधित, कहा-विश्व की धरा पर हम सब एक हैं भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान (solution to all the world's problems) आपसी एवं परस्पर स्नेहिल भावना से संभव है। विश्व की धरा पर हम सब एक हैं। देश का खानपान, संस्कार, संस्कृति अलग हो सकते हैं लेकिन हम सब एक हैं। विश्व के लोगों में वसुधैव कुटुंबकम (Vasudhaiva Kutumbakam) के विचार प्रभावी हो जाये तो आपसी भेदभाव, लड़ाई, झगड़े सब बंद हो सकते हैं। सीमावर्ती देश लड़ना छोड़ सकते हैं, मनुष्य एक है तो भेदभाव क्यों? मुख्यमंत्री चौहान बुधवार शाम को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो (World Heritage Site Khajuraho) में जी-20 समिट (G-20 Summit) में भाग लेने आए सदस्य एवं विदेशी अतिथि देशों के प्रतिनिधियों के सम्मान समारोह को सं...
बाइडन की यूक्रेन यात्रा के निहितार्थ

बाइडन की यूक्रेन यात्रा के निहितार्थ

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की यूक्रेन यात्रा ने सारी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है। वैसे पहले भी कई अमेरिकी राष्ट्रपति जैसे जाॅर्ज बुश, बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप अफगानिस्तान में गए हैं लेकिन उस समय तक इन देशों में अमेरिकी फौजों का वर्चस्व कायम हो चुका था लेकिन यूक्रेन में न तो अमेरिकी फौजें हैं और न ही वहां युद्ध बंद हुआ है। वहां अभी रूसी हमला जारी है। दोनों देशों के डेढ़ लाख से ज्यादा सैनिक मर चुके हैं। हजारों मकान ढह चुके हैं और लाखों लोग देश छोड़कर परदेश भागे चले जा रहे हैं। यूक्रेन फिर भी रूस के सामने डटा हुआ है। आत्मसमर्पण नहीं कर रहा है। इसका मूल कारण अमेरिका का यूक्रेन को खुला समर्थन है। अमेरिका के समर्थन का अर्थ यही नहीं है कि अमेरिका सिर्फ डाॅलर और हथियार यूक्रेन को दे रहा है, उसकी पहल पर यूरोप के 27 नाटो राष्ट्र भी यूक्रेन की रक्षा के लिए कमर कसे हुए ह...