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विश्व को वृक्ष-वनस्पति प्रेमी विकास तंत्र की आवश्यकता

विश्व को वृक्ष-वनस्पति प्रेमी विकास तंत्र की आवश्यकता

अवर्गीकृत
- हृदयनारायण दीक्षित वातावरण में तनाव है। पृथ्वी का ताप बढ़ रहा है। सभी जीव व्यथित हैं। प्रकृति में अनेक जीव हैं। सब शुद्ध प्राण वायु पर निर्भर हैं। प्राण वायु का मुख्य स्रोत वनस्पतियां हैं। भारतीय राष्ट्रजीवन में वनस्पतियां, औषधियां देवता की श्रेणी में हैं। पीपल, बरगद, नीम, बेल आदि वृक्षों की उपासना होती है। गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया कि, ''पीपल का वृक्ष मैं ही हूं।'' भारत की तरह दुनिया के किसी भी अन्य देश, संस्कृति व सभ्यता में वनस्पतियों और वृक्षों को नमस्कार नहीं किया गया। वनस्पतियों के कारण पर्यावरण शुद्ध रहता है। दुर्भाग्य से सारी दुनिया में वन क्षेत्र घटा है। भूमण्डलीय ताप बढ़ा है। वर्षा चक्र गड़बड़ाया है। यहां भारत में वैदिक काल से लेकर पुराण और महाभारत में वनस्पतियों और वृक्षों को विशेष आदर के साथ याद किया गया है। उन्हें देवता जाना गया है। हिन्दू मन वृक्ष वनस्पति की कटान...
दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज बाइनेंस पर 18.82 करोड़ रुपये का जुर्माना

दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज बाइनेंस पर 18.82 करोड़ रुपये का जुर्माना

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। भारत (India) की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (एफआईयू-आईएनडी) (Financial Intelligence Unit (FIU-IND) ने दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज (World's largest crypto currency exchange) बाइनेंस (Binance) पर 18.82 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही बाइनेंस को भारतीय निवेशकों से जुड़े लेन-देन के सभी रिकार्ड को मेंटेन करने और भारतीय नियमों का अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है। फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने कुछ समय पहले ही 9 विदेशी क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंजों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) 2002 का अनुपालन नहीं करने और भारत में रजिस्ट्रेशन नहीं कराने के आरोप में ब्लॉक किया था। फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट की जांच में पिछले साल दिसंबर में इस बात का पता चला था कि बाइनेंस समेत होऊबी, कुकॉइन और ओकेएक्स जैसे 9 विदेशी क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज भ...
भारत समेत दुनिया के केंद्रीय बैंक बढ़ा रहे अपने स्वर्ण भंडार

भारत समेत दुनिया के केंद्रीय बैंक बढ़ा रहे अपने स्वर्ण भंडार

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विदेशी बैंकों में रखे भारत के 100 टन सोने को ब्रिटेन से वापस लाया गया है। यह सोना भारत ने ब्रिटेन के बैंक में रिजर्व के तौर पर रखा था और इस पर भारत प्रतिवर्ष कुछ फीस भी ब्रिटेन के बैंक को अदा करता रहा है। समस्त देशों के केंद्रीय बैंक अपने यहां सोने के भंडार रखते हैं ताकि इस भंडार के विरुद्ध उस देश में मुद्रा जारी की जा सके (भारत में 308 टन सोने के विरुद्ध रुपए के रूप में मुद्रा जारी की गई है, यह सोने के भंडार भारतीय रिजर्व बैंक के पास जमा हैं) और यदि उस देश की अर्थव्यवस्था में कभी परेशानी खड़ी हो एवं उस देश की मुद्रा का तेजी से अवमूल्यन होने लगे तो इस प्रकार की परेशानियों से बचने के लिए उस देश को अपने स्वर्ण भंडार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचना पड़ सकता है। इस कारण से विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक अपने पास स्वर्ण के भंडार रखते हैं...
मध्य प्रदेश के दो सीएम राइज़ स्कूलों का दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 10 स्कूलों में चयन

मध्य प्रदेश के दो सीएम राइज़ स्कूलों का दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 10 स्कूलों में चयन

देश, मध्य प्रदेश
- दोनों स्कूल वर्ल्ड बेस्ट स्कूल पुरस्कारों के टॉप 10 में, स्कूल शिक्षा मंत्री ने दी बधाई और शुभकामनाएं भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के दो सीएम राइज़ स्कूलों (Two CM Rise schools) को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ 10 स्कूलों (World's best 10 schools) में चुना गया है। अंतरराष्ट्रीय संस्थाए ''टी-4 एज्युकेशन'' (International organizations “T-4 Education”) द्वार गुरुवार को घोषित परिणामों के अनुसार सीएम राइज विनोबा स्कूल, रतलाम को 'इनोवेशन' श्रेणी में तथा सीएम राइज मॉडल उच्चतर माध्यमिक स्कूल, झाबुआ को 'सपोर्टिंग हेल्दी लाइफ्स' श्रेणी में चयनित किया गया है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में मध्य प्रदेश के दो सीएम राइज स्कूलों के चयन पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने इन स्कूलों के शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ ही विभाग की समूची टीम को बधाई दी है। उन्हों...
क्या भारत कभी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाएगा?

क्या भारत कभी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन पाएगा?

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं इतिहासकार श्री एंग्स मेडिसिन के अनुसार वर्ष 1820 तक भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। 1820 आते-आते चीन भारत से आगे निकल गया था। 1820 से 1870 के बीच चीन एवं भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में पूरे विश्व में सबसे आगे थे। वर्ष 1870 से 1900 के बीच ब्रिटेन विश्व की सबसे तेज गति से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया परंतु ब्रिटेन पर यह ताज अधिक समय तक नहीं टिक सका क्योंकि इसके तुरंत बाद अमेरिका विश्व में सबसे तेज गति से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया था। इसके बाद तो आर्थिक प्रगति के मामले में अमेरिका एवं यूरोपीयन देश लगातार आगे बढ़ते रहे, विकसित अर्थव्यवस्थाएं बने और एशिया के देशों (विशेष रूप से भारत एवं चीन) का वर्चस्व वैश्विक अर्थव्यवस्था में लगभग समाप्त सा हो गया था। परंतु, अब एक बार पुनः समय चक्र बदल रहा है एवं अमेरिका एवं यूरोपीयन दे...
एप्पल को पछाड़कर दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बनी एनवीडिया

एप्पल को पछाड़कर दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बनी एनवीडिया

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। अमेरिका (America) की सेमीकडक्टर चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया (semiconductor chip maker Nvidia) एप्पल (Apple) को पछाड़कर दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी (World's second most valuable company) बन गई है। शेयर में आई तेजी से एनवीडिया का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) उछलकर 3.011 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 251 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया है। वहीं, एप्पल का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 250 लाख करोड़) है। सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली कंपनी की एनवीडिया कॉर्प और दुनिया की सबसे वैल्युएबल कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के बाजार पूंजीकरण में सिर्फ 3.15 ट्रिलियन डॉलर का अंतर है। दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी माइक्रोसॉफ्ट 3.151 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप के साथ पहले नंबर है, जबकि 3.011 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप के साथ एनवीडिया कॉर्प दूसरे स्थान पर है। एप्पल 3.003 ट्रिलियन डॉलर मार्केट कैप ...
भारत का ग्रोथ रेट सात फीसदी के साथ दुनिया में नंबर वन : एस जयशंकर

भारत का ग्रोथ रेट सात फीसदी के साथ दुनिया में नंबर वन : एस जयशंकर

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली (New Delhi)। विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) ने रविवार शाम कचहरी स्थित बनारस क्लब में विभिन्न सामाजिक संगठनों (Social organizations) की ओर से आयोजित कार्यक्रम 'भारत राइज इन ग्लोबल डिप्लोमाी (India Rises in Global Diplomacy) कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में वाराणसी सहित पूरे देश में आयोजित जी20 समिट का उल्लेख कर विदेश मंत्री ने कहा कि “जी-20 को हमने देश के करीब 60 शहरों में आयोजित किया लेकिन जी20 के देश बनारस में हुए हुए अपने स्वागत को लेकर खूब चर्चा करते हैं। बनारस में हुए कार्यक्रम का उनपर गहरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि दुनिया में आज अस्थिरता का माहौल चल रहा है। फिर भी भारत तेजी से विकास कर रहा है। आज रूस यूक्रेन युद्ध हो, मिडल ईस्ट में गाजा-इजराइल विवाद हो, साउथ चाइना सी से जुड़ा विवाद हो, हर तरफ अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। इसके साथ ही आर्थिक...
भारतीय नृत्य संस्कृति की संसार ने हमेशा सराहना की

भारतीय नृत्य संस्कृति की संसार ने हमेशा सराहना की

अवर्गीकृत
- डॉ. रमेश ठाकुर नृत्य दुनिया भर की संस्कृतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। नृत्य एक कला भी है और शिक्षा भी। मानव शरीर को स्वस्थ रखने की साधना भी। आज ‘अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस’ है जिसकी शुरुआत 29 अप्रैल 1982 से हुई थी। आज का ये खास दिन नृत्य कला के महान सुधारक जीन-जॉर्जेस नोवरे की जन्म स्मृति पर आधारित है। जहां तक भारतीय नृत्यों की बात है, दुनिया भर में हमेशा से मशहूर रहे हैं। भरतनाट्यम और कथक नृत्य का आज भी कोई जवाब नहीं। इंग्लैंड की महारानी हों, या पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो से लेकर कई देशों के प्रमुखों का पसंदीदा कथक नृत्य ही रहा। कथक नृत्य की वेशभूषा आज भी लोगों को आकर्षित करती है। आज का ये विशेष दिन यूनेस्को के अंतरराष्ट्रीय थिएटर इंस्टीट्यूट की अंतरराष्ट्रीय डांस कमेटी ने 29 अप्रैल को नृत्य दिवस के रूप में सर्वसम्मति से मनाने का निर्णय लिया था। वर्ष-2023 में ‘अं...
दुनिया को समझना होगा ‘माता भूमि, पुत्रोह्म पृथिव्या:’ का निहितार्थ

दुनिया को समझना होगा ‘माता भूमि, पुत्रोह्म पृथिव्या:’ का निहितार्थ

अवर्गीकृत
- कुल भूषण उपमन्यु आज प्लास्टिक, मिट्टी, पानी, और वायु का प्रदूषक बनता जा रहा है। जमीन पर पड़े हुए प्लास्टिक से धूप के कारण अपर्दन से टूटकर सूक्ष्म कण मिट्टी में मिल जाते हैं और मिट्टी के उपजाऊपन को नष्ट करने का काम करते हैं। पानी में मिल कर मछलियों के शरीर में पहुंच कर खाद्य शृंखला का भाग बन कर मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बन जाते हैं। जलाए जाने पर वायु में अनेक विषैली गैसें वायु मंडल में छोड़ते हैं जिससे वैश्विक तापमान वृद्धि के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे पैदा हो रहे हैं। प्लास्टिक दैनिक जीवन का ऐसा भाग बन गया है कि इससे बचना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। प्लास्टिक का प्रयोग कम करना, पुनर्चक्रीकरण, और जो बच जाए उसको उत्तम धुआं रहित प्रज्वलन तकनीक से ताप विद्युत बनाने में प्रयोग किया जा सकता है। हालांकि इससे भी थोड़ा गैस उत्सर्जन तो होता है किन्तु जिस तरह शहरी कचरा डंपिंग...