नई चेतना का भारत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
नई संसद का निर्माण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छाशक्ति से सम्भव हुआ। अन्यथा विपक्षी पार्टियों ने इसे बाधित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उस समय परिस्थितियां अत्यंत प्रतिकूल थीं। कोरोना आपदा का समय था। वैसे संसद के नए भवन का निर्माण यूपीए सरकार के समय होना अपेक्षित था। लेकिन उस सरकार ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। जब नरेन्द्र मोदी ने सेंट्रल विस्टा के निर्माण का निर्णय लिया, तब यूपीए के वही लोग हमलावर हो गए। कोरोना संकट की दुहाई दी। इसके मूल में विचार यह था कि नई संसद के निर्माण का श्रेय नरेन्द्र मोदी को नहीं मिलना चाहिए। लेकिन मोदी दृढ़ निश्चय कर चुके थे। दिल्ली की केजरीवाल सरकार मजदूरों को बाहर निकालने का काम कर रही थी। सेंट्रल विस्टा निर्माण में मोदी सरकार ने तीस हजार श्रमिकों को उस समय आजीविका प्रदान की।
प्रधानमंत्री मोदी ने नई संसद में कहा भी की वह समय ...