Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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हम मध्यप्रदेश को वैभवशाली बनाने में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ हैं : श्रीश्री रविशंकर

हम मध्यप्रदेश को वैभवशाली बनाने में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ हैं : श्रीश्री रविशंकर

देश, मध्य प्रदेश
- बेंगलुरू में आर्ट ऑफ लिविंग सेंटर के सत्संग में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव भोपाल (Bhopal)। आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर (Spiritual Guru Sri Sri Ravi Shankar) ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) मध्यप्रदेश के उज्जैयिनी नगरी (Ujjaini city of Madhya Pradesh) से संबंध रखते हैं, जो कि 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक महाकालेश्वर और महान न्यायप्रिय सम्राट विक्रमादित्य की अवंतिका नगरी के रूप में विख्यात है। उज्जैन नगर काल की गणना के रूप में विख्यात रहा है। उज्जैन नगरी की भव्यता आज देखते ही बनती है। पूरे क्षेत्र का वातावरण धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश का हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश है। यदि हमारा हृदय स्वस्थ रहेगा तो पूरा शरीर स्वस्थ रहेगा। मध्यप्रदेश की आर्थिक समृद्धि के लिये आर्ट ऑफ लिविंग सेंटर हमेशा मुख्यमंत्री डॉ. यादव के स...
हम विकास के डबल इंजन, राहुल-प्रियंका कांग्रेस के डबल मनोरंजनः शिवराज

हम विकास के डबल इंजन, राहुल-प्रियंका कांग्रेस के डबल मनोरंजनः शिवराज

देश, मध्य प्रदेश, राजनीति
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भाजपा प्रत्याशियों सुवासरा, मंदसौर, सैलाना, बड़नगर, उज्जैन उत्तर, घट्टिया, उदयपुरा, शमशाबाद, गंजबासोदा, विदिशा और नरेला में विशाल चुनावी सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार डबल इंजन की सरकार है, डबल इंजन की सरकार में मोदी वहां हैं और मामा यहां हैं, लेकिन कांग्रेस में केवल मनोरंजन है। हम डबल इंजन हैं तो वो दोनों भाई-बहन डबल मनोरंजन हैं। दोनों भाई-बहन मनोरंजन करने ही मध्यप्रदेश आते हैं और लगातार झूठ बोलते हैं। प्रियंका गांधी कहती हैं कि तीन साल में केवल 21 लोगों को रोजगार मिला। कभी वो बता देती हैं कि भगवान राम को 13 साल के लिए वनवास हुआ था.. अब उनको यही पता नहीं है की राम भगवान को वनवास कितने साल हुआ था। राहुल गांधी भी कुछ भी बोलते रहते हैं, ये भाई बहन रोज झूठ बोलते हैं। ...
आखिर हम कब जागेंगे?

आखिर हम कब जागेंगे?

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र पिछले कई दिनों से दिल्ली की सुबह ऐसी हो रही है कि धुँध के बीच सूरज छिप जा रहा है और हवा जहरीली हो गई। घर से बाहर निकलने में डर लगता है। पर उससे भी काम नहीं चलता क्योंकि वही हवा घर के भीतर भी पहुँच रही है। जीने के लिए साँस लेनी होगी और साँस लेते हुए जहर निगलना ही पड़ेगा। इस हालात का बच्चों और बूढ़ों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। अस्पतालों में श्वांस के रोगी बहुत बढ़ गए हैं। हृदय और मधुमेह के रोगियों की मुसीबत और बढ़ गयी है। गौर तलब है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र (एनसीआर) का प्रदूषण स्तर गाजा की बारूदी युद्धभूमि की तुलना में बीस है। यह समाचार भी तैर रहा था कि करवाचौथ के दिन भारतीयों ने पंद्रह हजार करोड़ की खरीदारी की। निश्चय ही यह तथ्य बताता है कि लोगों की क्रय शक्ति में इजाफा हुआ है। ऐसे में बाजार की धमाचौकड़ी बढ़ती है। इसी के साथ सड़कों पर मोटर ...
आजादी हमें सहजता से नहीं, हजारों लोगों के बलिदान से मिली है: शिवराज

आजादी हमें सहजता से नहीं, हजारों लोगों के बलिदान से मिली है: शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- "आजादी का महापर्व कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री चौहान भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि भारत (India) को आजादी सहजता (freedom not easily) से नहीं, हजारों लोगों के त्याग, तपस्या और बलिदान (Sacrifice, penance and sacrifice thousands people) से मिली है। आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारियों की भूमिका को कभी नहीं भुलाया जा सकता। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के क्रांतिकारियों ने भी आजादी की लडाई में बढ़ -चढ़कर हिस्सा लिया था। मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार शाम को स्वतंत्रता दिवस की संध्या पर रविन्द्र भवन में अमृत महोत्सव अंतर्गत संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित "आजादी का महापर्व'' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिवशेखर शुक्ला और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे...
मेरी प्रार्थना पंत के साथ, हम उनकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं : जय शाह

मेरी प्रार्थना पंत के साथ, हम उनकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं : जय शाह

खेल
नई दिल्ली। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शुक्रवार सुबह रुड़की, उत्तराखंड के पास कार दुर्घटना में चोटिल हो गई। उन्हें सक्षम अस्पताल मल्टीस्पेशियलिटी और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां उनका शुरुआती इलाज किया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के बयान के अनुसार, ऋषभ के माथे पर दो कट लगे हैं, उनके दाहिने घुटने में लिगामेंट फट गया है और उनकी दाहिनी कलाई, टखने और पैर के अंगूठे में भी चोट लगी है और उनकी पीठ पर घर्षण की चोट लगी है। मीडिया के साथ साझा किए गए बीसीसीआई के बयान के अनुसार, ऋषभ की हालत स्थिर बनी हुई है, और उन्हें अब मैक्स अस्पताल, देहरादून में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां उनके आगे के इलाज के लिए एमआरआई स्कैन किया जाएगा। बयान के मुताबिक, बीसीसीआई ऋषभ के परिवार से लगातार संपर्क में है जबकि मेडिकल टीम ऋषभ का इलाज कर रहे डॉक्टरों से लगातार संपर्क में है। ...
हम किसी धर्म को क्यों मानते हैं?

हम किसी धर्म को क्यों मानते हैं?

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक धर्म परिवर्तन संबंधी दो-तीन घटनाओं ने आज मेरा ध्यान खींचा। उ.प्र. के सीतापुर गांव में तीन लोगों को इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया कि वे गांव के लोगों को डंडे के जोर पर ईसाई बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने लोगों को कुछ लालच भी दिए और पवित्र क्रास भी बांटे। धर्म परिवर्तन करवाने वाले कुछ भारतीय ईसाइयों के साथ ब्राजील के चार पादरीनुमा टूरिस्ट भी थे। उधर मध्यप्रदेश के बस्तर जिले में लगभग 60 ईसाई परिवारों को भागकर एक स्टेडियम में शरण लेनी पड़ी, क्योंकि उन पर कुछ लोगों ने हमले शुरू कर दिए थे। हमलावरों का आरोप है कि पादरी लोग आदिवासियों को गुमराह करके ईसाई बना डालते हैं। इसी तरह बड़ोदरा के पास एक गांव में एक ईसाई को लोगों ने सिर्फ इसलिए पीट दिया कि वह क्रिसमस के अवसर पर सांता क्लाज के कपड़े पहनकर लोगों को चाॅकलेट बांट रहा था। उधर कर्नाटक विधानसभा में एक ऐसा विधेयक लाने की तैयार...
हमें राष्ट्रहित में सब कुछ करने को तैयार रहना चाहिए: डॉ. मोहन भागवत

हमें राष्ट्रहित में सब कुछ करने को तैयार रहना चाहिए: डॉ. मोहन भागवत

देश
गुवाहाटी। राष्ट्र का हित सर्वोपरि (national interest paramount) है। हम सभी को देशहित में छोटे-छोटे स्वार्थ से बचकर देशहित में कार्य (work in national interest) करना चाहिए। हमें देश के कल्याण के लिए सभी प्रकार के कार्य करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यह बातें रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) (Rashtriya Swayamsevak Sangh - RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Sarsanghchalak Dr. Mohan Bhagwat) ने कहीं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा 9 से 11 दिसंबर तक आयोजित प्रेरणा शिविर के समापन समारोह आज गुवाहाटी के समीपवर्ती चंद्रपुर में स्थित हजोंगबाड़ी विद्या भारती प्रकल्प में आयोजित किया गया था। आरएसएस के उत्तर असम क्षेत्रीय स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं के लिए रविवार को विद्या भारती बहुउद्देशीय परियोजना, हजोंगबाड़ी, चंद्रपुर में तीन दिवसीय प्रेरणा शिविर आयोजित किया गया था। प्रेरणा शिविर के समापन सम...
भारत के टी 20 विश्व कप से बाहर होने पर निराश कोहली ने कहा-हम मजबूत वापसी करेंगे

भारत के टी 20 विश्व कप से बाहर होने पर निराश कोहली ने कहा-हम मजबूत वापसी करेंगे

खेल
नई दिल्ली। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में भारत के टी 20 विश्व कप से बाहर होने पर निराशा व्यक्त किया और कहा कि टीम मजबूत वापसी करेगी। कोहली ने टी-20 विश्वकप में छह मैचों में 98.66 की औसत से 296 रन बनाए। कोहली ने टूर्नामेंट में चार अर्धशतक लगाए, जिसमें सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 50 रन शामिल थे, जिसे भारत ने गुरुवार को एडिलेड ओवल में 10 विकेट से गंवा दिया। कोहली ने ट्विट कर कहा कि हार से हम निराश हैं। टीम हर टूर्नामेंट से कुछ सकारात्मक लेकर आती है और हम जोरदार वापसी करेंगे। कोहली ने ट्विट किया, "हम अपने अधूरे सपने और निराशा के साथ ऑस्ट्रेलिया छोड़ रहे हैं, लेकिन हम एक समूह के रूप में कई यादगार पलों को वापस ले सकते हैं और यहां से बेहतर होने का लक्ष्य रखते हैं।" सूर्यकुमार यादव ने ट्वीट किया, " मैं हमारे प्रशंसकों का हमेशा आभारी हूं, जो बेहतर का माहौल बनाते हैं...
प्रदूषण से माता पृथ्वी की रक्षा हम सबका राष्ट्रधर्म

प्रदूषण से माता पृथ्वी की रक्षा हम सबका राष्ट्रधर्म

अवर्गीकृत
- हृदय नारायण दीक्षित पृथ्वी का अस्तित्व संकट में है। पर्यावरण विश्व बेचैनी है। भारत में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण चिंताजनक है। प्रातः टहलने वाले लोग प्रदूषित वायु में सांस लेने को बाध्य हैं। काफी लम्बे समय से अक्टूबर- नवम्बर के महीनों में भारत के बड़े हिस्सों में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है। पराली जलाने सहित इस प्रदूषण के अनेक कारण हैं। क्षिति, जल, पावक, गगन व समीर अव्यवस्थित हो रहे हैं। तुलसीदास ने रामचरितमानस में पृथ्वी संकट का उल्लेख किया है। लिखा है, ‘‘अतिशय देखि धरम कै हानी/परम सभीत धरा अकुलानी- धर्म की ग्लानि को बढ़ते देखकर पृथ्वी भयग्रस्त हुई। देवों के पास पहुंची। अपना दुःख सुनाया- निज संताप सुनाइस रोई।- पृथ्वी ने रोकर अपना कष्ट बताया। शंकर ने पार्वती को बताया कि वहां बहुत देवता थे। मैं भी उनमें एक था। तुलसी के अनुसार आकाशवाणी हुई, ‘‘हे धरती धैर्य रखो। मैं स्वयं सूर्यवं...