Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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MP: खेती के लिए पानी और बिजली की कमी न रहे, CM ने की समीक्षा

MP: खेती के लिए पानी और बिजली की कमी न रहे, CM ने की समीक्षा

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने अपने निवास कार्यालय में गुरुवार को प्रदेश में हो रही सामान्य से कम वर्षा (below normal rainfall) को देखते हुए आगामी माहों में सिंचाई के लिए पानी और बिजली की उपलब्धता (water and electricity availability) की समीक्षा (Review) की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बिजली के निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रख-रखाव पर विशेष ध्यान दिया जाए। कहीं भी स्टाफ के अभाव में बिजली आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके साथ ही कंट्रोल रूप व्यवस्था को भी हर समय सक्रिय रखा जाए। बैठक में आगामी माहों में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की मांग और आपूर्ति प्रबंधन की विस्तार से जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रबी सीजन में खेती के लिए पानी और बिजली की कमी न रहें। बैठक में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मुख्य सच...
नीमच के हर खेत में पहुंचेगा पानी, पंजाब के किसानों को छोड़ देंगे पीछेः शिवराज

नीमच के हर खेत में पहुंचेगा पानी, पंजाब के किसानों को छोड़ देंगे पीछेः शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- मुख्यमंत्री ने विकास पर्व में दी नीमच को अनेक सौगात - 1208 करोड़ की रामपुरा मनासा वृहद सूक्ष्म दाबयुक्त सिंचाई परियोजना के भूमि-पूजन सहित विभिन्न शिलान्यास और लोकार्पण भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि नीमच जिले (Neemuch District) में गांधी सागर बांध (Gandhi Sagar Dam) और अन्य साधनों से हर किसान के खेत तक पानी पहुँचाएंगे। यहाँ के किसान पंजाब के किसानों को पीछे छोड़ देंगे। पूर्व सरकार ने गांधी सागर बांध से किसानों को पर्याप्त सिंचाई दिलवाने पर ध्यान नहीं दिया, जबकि यह असंभव कार्य नहीं था। उन्होंने कहा कि उनके शब्दकोष में असंभव शब्द नहीं है। शीघ्र ही 3500 करोड़ रुपये लागत की नीमच- जावद सिंचाई योजना (Neemuch-Javad Irrigation Scheme) भी प्रारंभ की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को नीमच जिले के मनासा में विकास पर्व के कार्यक्रम...
प्रदेश के हर खेत में पहुंचेगा पानी, लहराएंगी फसलें, आएगी समृद्धि : मुख्यमंत्री शिवराज

प्रदेश के हर खेत में पहुंचेगा पानी, लहराएंगी फसलें, आएगी समृद्धि : मुख्यमंत्री शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है। आज आगर-मालवा में 1200 करोड़ रूपये से अधिक की लागत की कुंडालिया पाइप सिंचाई प्रणाली के प्रथम चरण के कार्य का लोकार्पण किया गया है। इससे 146 गाँव के खेतों में पाइप लाइन से पानी पहुँचाया जाएगा। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के हर खेत में पानी पहुँचे। इससे किसानों की फसलें लहराएंगी और समृद्धि आयेगी। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का "पर ड्रॉप मोर क्रॉप'' का सपना साकार होगा। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को आगर-मालवा में विकास पर्व के अंतर्गत लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने आगरमालवा पहुँची संत रविदास यात्रा का स्वागत और संतों का सम्मान किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में 1306 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया तथा हितग्राहियों ...

Ashes 2023: चौथा टेस्ट हुआ ड्रॉ, बारिश से फेरा इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी

खेल
लंदन (London)। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया (England and Australia) के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला गया एशेज सीरीज 2023 (Ashes series 2023) का चौथा टेस्ट (fourth test match) मैच ड्रॉ पर समाप्त (ended in a draw) हो गया है। इस मैच के परिणाम से इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England Cricket Team) को काफी बड़ा धक्का लगा है। इस मैच में टीम का पलड़ा भारी था और अगर मैच पूरा खेला जाता है निश्चित रूप से इंग्लैंड जीत हासिल करता। पांच मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया 2-1 से आगे है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने पहली पारी में 317 रन बनाए थे। टीम के लिए मार्नस लाबुशेन (51) और मिचेल मार्श (51) ने अर्धशतक जमाए थे। इंग्लैंड ने पहली पारी में 592 रन का विशाल स्कोर बनाया। इसमें जैक क्रॉली के 189 और जॉनी बेयरस्टो के 99* रन शामिल रहे। पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड ने 275 रन की बढ़त हासिल की थी। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने लाब...
पर्यावरण ही जीवन का स्रोत है

पर्यावरण ही जीवन का स्रोत है

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र हमारा पर्यावरण पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश इन पंच महाभूतों या तत्वों से निर्मित है। आरम्भ में मनुष्य इनके प्रचंड प्रभाव को देख चकित थे। ऐसे में यदि इनमें देवत्व के दर्शन की परम्परा चल पड़ी तो कोई अजूबा नहीं है। आज भी भारतीय समाज में यह एक स्वीकृत मान्यता के रूप में आज भी प्रचलित है। अग्नि, सूर्य, चंद्र, आकाश, पृथ्वी, और वायु आदि ईश्वर के ‘प्रत्यक्ष’ तनु या शरीर कहे गए है। अनेकानेक देवी-देवताओं की संकल्पना प्रकृति के उपादानों से की जाती रही है जो आज भी प्रचलित है। शिव पशुपति और पार्थिव हैं तो गणेश गजानन हैं। सीताजी पृथ्वी माता से निकली हैं। द्रौपदी यज्ञ की अग्नि से उपजी ‘याज्ञसेनी’ हैं। वैसे भी पर्यावरण का हर पहलू हमारे लिए उपयोगी है और जीवन को सम्भव बनाता है। वनस्पतियाँ हर तरह से लाभकर और जीवनदायी हैं। वृक्ष वायु-संचार के मुख्य आधार हैं। शीशम और सागौन के वृक्ष सिर्फ ...
पाकिस्तान अदालत की शरण में

पाकिस्तान अदालत की शरण में

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत और पाकिस्तान के बीच अब ऐसे मामले पर विवाद उठ खड़ा हुआ है, जिसे सारी दुनिया के देश एक आदर्श संधि मानते रहे हैं। अब से 62 साल पहले जवाहरलाल नेहरू और अयूब खान के प्रयत्नों से सिंधु नदी के पानी को लेकर दोनों देशों के बीच सिंधु जल संधि हुई थी, उसका पालन कई युद्धों के दौरान भी होता रहा लेकिन भारत ने अब संधि के नियमों का हवाला देते हुए इसके प्रावधानों को बदलने की पहल की है। भारत ने पाकिस्तान को 90 दिन का नोटिस दिया है कि दोनों देश मिलकर अब संधि के मूलपाठ में संशोधन करें। संशोधन क्या-क्या हो सकते हैं, यह भारत सरकार ने अभी स्पष्ट नहीं किया है लेकिन जाहिर है कि वह ऐसे नियम अब बनाना चाहेगी कि जैसा तूल इस संधि ने अभी पकड़ा है, वैसा भविष्य में दोहराया न जाए। अभी भारत और पाकिस्तान के बीच जो विवाद चला है, वह इस बात पर है कि पाकिस्तान ने भारत की शिकायत हेग के अंतरराष्ट्रीय न्याय...
वाटर विजन@2047 से पानी के लिए मिला सहकारिता मॉडल : शेखावत

वाटर विजन@2047 से पानी के लिए मिला सहकारिता मॉडल : शेखावत

देश, मध्य प्रदेश
- वाटर विजन@2047 राज्य मंत्रियों के प्रथम सम्मेलन का समापन भोपाल (Bhopal)। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से मप्र की राजधानी भोपाल में आयोजित दो दिवसीय राज्य के जल संसाधन मंत्रियों (water resources ministers) के प्रथम जल सम्मेलन वाटर विजन@2047 (First Water Conference Water Vision@2047) का शुक्रवार शाम को समापन हुआ। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Jal Shakti Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल में आयोजित इस सम्मेलन में देश को पानी के लिए सहकारिता का नया मॉडल मिला है। इस सम्मेलन से जो सार निकलेगा, उसका सभी राज्यों को फायदा होगा। साथ ही दूसरे की अच्छी बातों को भी सभी राज्य आत्मसात करेंगे। शेखावत ने कहा कि भोपाल का यह ऐतिहासिक भवन कई घटना, वक्तव्य और प्रस्तावों का गवाह रहा है। अब पानी के संरक्षण और भावी पीढ़ी के लिए जीवन ...
पानी को बनाया नहीं, सिर्फ बचाया जा सकता है

पानी को बनाया नहीं, सिर्फ बचाया जा सकता है

अवर्गीकृत
- उमाशंकर पांडेय पानी को बनाया नहीं बल्कि इसे केवल बचाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के जखनी गांव की हरियाली सारी दुनिया के लिए उदाहरण है। यहां के मेड़बंदी मॉडल को जल संरक्षण के लिए सारे देश में कई जगह लागू किया जा चुका है। भारत का जल शक्ति मंत्रालय इसे पूरे देश के लिए उपयुक्त मानते हुए हर जिले में दो गांवों को जखनी जैसा जलग्राम बनाने के लिए चुन चुका है। नीति आयोग ने भी इस जल संरक्षण विधि को मान्यता दी है और इस आधार पर जखनी को आदर्श गांव माना है। लोग जागरूक हों तो सूखा और अकाल आ ही नहीं सकता। हमें अपने पूर्वजों के समाधान को अपनाना होगा। पुराने तालाबों और कुंओं का जीर्णोद्धार करना होगा। खेतों की मेड़बंदी कर घरों की नालियों का पानी भी खेतों में पहुंचाना होगा। हमारे पुरखों की जल संरक्षण पर सोच ‘खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़' रही है। इसी सोच ने जखनी के जख्म सोख लिए हैं। जखनी के लोगों ...