पीएम जनमन: कमजोर जनजातीय समूहों के लिए आशा की सबसे बड़ी किरण
- अर्जुन मुंडा
"जनजातीय सशक्तिकरण, गौरवशाली भारत" के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने विगत दशक के कार्यकाल में जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे अतुलनीय हैं। आजादी के बाद सरकारें तो बदलती थीं पर उनके एजेंडे में अनुसूचित जनजातीय समाज दूर-दूर तक कहीं नजर नहीं आता था। देश आगे बढ़ता गया और जनजातीय समाज वहीं का वहीं रह गया। मूलभूत सुविधाओं की कमी और राजनीतिक उपेक्षाओं के कारण जनजातीय समाज मुख्यधारा से दूर रह गया। देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जनजातियों के हित में सोचा और अलग से जनजातीय मंत्रालय का गठन किया। उस काम को प्रधानमंत्री मोदी तेजी से आगे ले गए। जनजातीय समाज को राजनीतिक एवं सामाजिक ढंग से सशक्त करना यदि किसी मायने में कोई कर पाया है तो वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।
प्रधानमंत्री मोदी का चिंतन हमेशा ऐसी योजनाओं को ...