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मानवता की तबाही की कीमत पर कमाई

मानवता की तबाही की कीमत पर कमाई

अवर्गीकृत
- डॉ. अनिल कुमार निगम युद्ध हमेशा विनाश लाते हैं। इससे हमेशा मानवता का विनाश हुआ है। हर युद्ध अपने पीछे भयावह चिह्न छोड़ जाता है। भारत की भी नीति ‘‘ वसुधैव कुटुम्बकम् ’’ की रही है, लेकिन अमेरिका और यूरोपीय संघ की रणनीति यह रही है कि विश्व में युद्ध चलते रहने चाहिए। संभवत: यही कारण है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को दो वर्ष से अधिक समय हो चुका है। वहीं हमास और इजराइल के बीच युद्ध छिड़े हुए लगभग पांच महीने का समय गुजर चुका है, लेकिन इनका कोई अंत दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध और हमास-इजराइल युद्ध मानवता के लिए बरबादी का सबब हैं, जबकि अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों के लिए ये कमाई का साधन बन गए हैं। संपूर्ण विश्व में युद्ध चलता रहे, अमेरिका व पश्चिमी देशों के लिए यह फायदे की बात है। तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद रूस-यूक्रेन युद्ध शांत नहीं हुआ। हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर...
“सेवा और वसुधैव कुटुम्बकम्” के भाव से होगा जीवन सार्थक: मुख्यमंत्री शिवराज

“सेवा और वसुधैव कुटुम्बकम्” के भाव से होगा जीवन सार्थक: मुख्यमंत्री शिवराज

देश, मध्य प्रदेश
- जी-20 अंतर्गत सी-20 सर्विस समिट का समापन, 16 सेवा योगी उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित भोपाल (Bhopal)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि भारतीय समाज (Indian Society) और भारत (India) के मूल में सेवा का भाव (sense of service) समाहित है। एक ही चेतना सभी प्राणियों में व्याप्त है। यह भारतीय संस्कृति का मूल विचार है। संत कबीर ने भी कहा है कि "साहिब तेरी साहिबी, सब घट रही समाय, जो मेहंदी के पात में, लाली लखी न जाय।" अर्थात् परमात्मा प्रत्येक मनुष्य में हैं लेकिन दिखाई नहीं देता। जिस तरह लाल रंग, हरी मेहंदी के पत्ते में समाहित है, लेकिन दिखता नहीं है। सेवा और साधना से मनुष्य का योगदान दिखाई देता है। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन हॉल में जी-20 के सिविल सेवा समिट (G-20 Civil Services Summit) के समापन कार्यक्रम को संबोध...