Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: Uttar Pradesh

योगी सरकार, शिक्षा में बड़ा सुधार

योगी सरकार, शिक्षा में बड़ा सुधार

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री योगी सरकार ने छह वर्ष में उत्तर प्रदेश में विकास के नये आयाम स्थापित किए हैं। इसमें शिक्षा भी शामिल है। माध्यमिक और बेसिक शिक्षा पर इतना ध्यान पहले कभी नहीं दिया गया।ऑपरेशन कायाकल्प योगी आदित्यनाथ की अभिनव योजना रही है। परिषदीय विद्यालयों में इंफ्रॉस्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए ऑपरेशन कायाकल्प के पहले चरण में किए गए प्रयासों में आशातीत सफलता मिली है। इस अवधि में परिषदीय विद्यालयों के इंफ्रॉस्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए 11 हजार करोड़ रुपये खर्च किये गए। बेसिक शिक्षा परिषद तथा माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में एक लाख 64 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई है। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में करीब साठ नये विद्यार्थियों का नामांकन हुआ। सितंबर तक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 2.36 लाख शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध कराए जाएंगे। शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी...
उत्तर प्रदेश में योगीराज, सुशासन की बहार

उत्तर प्रदेश में योगीराज, सुशासन की बहार

अवर्गीकृत
- मृत्युंजय दीक्षित उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मफिया के खिलाफ बड़ा अभियान चल रहा है। सरकारी तथा गैर सरकारी भूमि को मुक्त कराया जा रहा है। इस मुक्त भूमि पर आवास बनाकर गरीबों को दिए जा रहे हैं। अपना घर मिलने पर इन गरीबों की आंखों में खुशी के आंसू हैं। होठों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए प्रशंसा और प्रार्थना है। प्रयागराज के लूकरगंज में 1731 वर्गमीटर की नजूल की जमीन माफिया अतीक के कब्जे में थी। उसकी कीमत लगभग दस करोड़ रुपये थी। इस ज़मीन को 13 सितंबर 2020 को मुक्त कराया गया था। वर्ष 2021 में 26 सितंबर को मुख्यमंत्री ने यहां गरीबों के लिए आवासीय फ्लैट्स की आधारशिला रखी और मात्र 18 माह में यह आवासीय योजना पूरी हो गई। इस पर 5.68 करोड़ रुपये खर्च हुए। आवासीय योजना 1731 वर्गमीटर में विकसित की गई और इसमें दो ब्लॉक बने। गरीबों को यह फ...
उप्र निकाय चुनाव में भाजपा की बड़ी लकीर

उप्र निकाय चुनाव में भाजपा की बड़ी लकीर

अवर्गीकृत
- मृत्युंजय दीक्षित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भगवा राजनीति का अजेय दुर्ग बन चुका है । 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपने सहयोगी दलों के साथ पहली बार 73 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। अब गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में जितने भी चुनाव हो रहे हैं, हर में भाजपा की लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ रहा है। 2017 के नगर निगम चुनाव, 2019 के लोकसभा चुनाव, 2022 के विधानसभा चुनाव और अब 2023 के नगर निकाय चुनाव ने तो नया अध्याय लिख दिया है। निकाय चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा ने सभी 17 नगर निगम और उसके बाद नगर पंचायत और पालिका चुनाव में सीट व वोट प्रतिशत के हिसाब से अब तक की सबसे बड़ी जीत अर्जित कर बड़ी लकीर खींच दी है। इसी समय हुए उपचुनाव में भाजपा ने सपा के मजबूत नेता आजम खां के अंतिम गढ़ को भी ध्वस्त कर दिया है। ...
अर्थव्यवस्था की उड़ान में खेती का बड़ा योगदान

अर्थव्यवस्था की उड़ान में खेती का बड़ा योगदान

अवर्गीकृत
- शशिकान्त जायसवाल देशभर में उत्तर प्रदेश में पिछले छह वर्ष से विभिन्न क्षेत्रों में आए बदलाव की चर्चा हो रही है। खेती-किसानी के मामले में भी उत्तर प्रदेश दूसरे राज्यों की तुलना में कोसों आगे निकल चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन ने मल्टी सेक्टोरल क्षेत्रों को विकास की ओर डायवर्ट कर सस्टेनेबल और सर्वसमावेशी बनाया है। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और उससे संबंधित सेक्टर को मजबूती मिली है। योगी सरकार का पहला बजट ही किसानों को समर्पित था। यहीं से उत्तर प्रदेश के कृषि अर्थव्यवस्था की ग्रोथ और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए विकास यात्रा प्रारंभ हुई। इसका परिणाम है कि कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र की ग्रोथ रेट आज अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास से राज्य के सकल राज्य घरेलू उत्पाद में कृषि का योगदान 26 फीसदी हुआ है। जबकि कृषि विकास दर स्थिर मूल्य पर वित्तीय...
योगी आदित्यनाथ की अयोध्या यात्रा के निहितार्थ

योगी आदित्यनाथ की अयोध्या यात्रा के निहितार्थ

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नगर निगम चुनाव की दृष्टि से अनेक क्षेत्रों में जनसभा कर रहे हैं। वह स्थानीय मुद्दों के साथ ही प्रदेश मे विकास और कानून व्यवस्था का उल्लेख करते हैं। इस क्रम में उनकी अयोध्या यात्रा का व्यापक महत्व है। छह वर्ष पहले तक अयोध्या उदास और उपेक्षित थी। विदेशी आक्रांताओं ने यहां विध्वंस किया। आजादी के बाद अपने को सेक्युलर बताने वाली सरकारों को काशी, मथुरा और अयोध्या का नाम लेने में झिझक होती थी। यहां पर्यटन के अनुरूप विकास करने में संकोच होता था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने इस धारणा को बदल दिया। केवल अस्था ही नहीं तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से तीर्थ नगरों का विश्व स्तरीय विकास शुरू किया गया। योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किए गए दीपोत्सव से अयोध्या की उदासी का अंधेरा छंटने लगा। सैकड़ों वर्षों की श्री रामलीला परम्...
किसी घर में पैदा न हो ‘ऐसा अतीक’

किसी घर में पैदा न हो ‘ऐसा अतीक’

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया अतीक अहमद के पुत्र असद और उसके दोस्त का मुठभेड़ में मारा जाना और उसके कुछ ही समय बाद पुलिस पहरे में आ रहे अतीक अहमद की उसके भाई अशरफ के साथ की गई हत्या की घटनाओं से सबका दिल दहल गया है। इन दोनों सनसनीखेज घटनाओं की जांच के न्यायिक आदेश दे दिए गए हैं। बेशक, अतीक अहमद के मारे जाने के साथ ही एक दहशत के युग का अंत हुआ है पर किसने सोचा होगा प्रयागराज में तांगा चलाने वाले शख्स का बेटा देखते–देखते अपराध के संसार में खौफ का पर्याय बन जाएगा। वह जिसकी संपत्ति पर चाहेगा कब्जा जमा लेगा। अगर कोई उसे अपनी संपत्ति देने में आनाकानी करेगा तो वह उसका या उसके बहन-बेटियों का अपहरण करवा लेगा। जरूरत पड़ने पर उस शख्स को मौत के घाट भी उतरवा देना उसके लिए तो मामूली बात थी। अफसोस इस बात को लेकर होता है कि अतीक अहमद को मुलायम सिंह यादव और फिर अखिलेश ...
एनकाउंटर पर सवाल क्यों ?

एनकाउंटर पर सवाल क्यों ?

अवर्गीकृत
- प्रभुनाथ शुक्ल उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'जीरो टॉलरेंस' नीति ने अतीक जैसे माफिया को घुटनों के बल आने पर मजबूर कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि पूरे देश में एक अलग तरह के तटस्थ शासक के रूप में उभरी है। अपराधियों में मुख्यमंत्री की इस नीति को लेकर खौफ है। अब किसी भी घटना को अंजाम देने से पहले अपराधी और दंगाई 100 बार सोचने लगे है। यही कारण है कि रामनवमी जैसे पवित्र दिवस पर पश्चिम बंगाल, बिहार और दूसरे राज्यों में आगजनी और हिंसा हुईं की घटनाएं हुईं, लेकिन उत्तर प्रदेश में इस तरह की कोई वारदात नहीं हुई। योगी की कार्यशैली को लेकर पूरे देश में सियासी बहस छिड़ी है। माफिया अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर ओवैसी और अखिलेश यादव धर्म और मजहब का तड़का लगा रहे हैं। निश्चित रूप से सवाल उठाना विपक्ष का राजनीतिक धर्म है। लेकिन अपराध और माफिया...
योगी सरकार के बेमिसाल छह साल

योगी सरकार के बेमिसाल छह साल

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री योगी सरकार ने अपने छह वर्ष पूरे किए। उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड योगी आदित्यनाथ के नाम हुआ। उनकी सरकार ने पिछले कार्यकाल में ही विकास के अनेक कीर्तिमान बना दिए थे। विकास के अनुकूल माहौल बनाने के कारण उत्तर प्रदेश प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है। पचास से अधिक योजनाओं के क्रियान्वयन में यूपी नंबर वन हो गया था। पिछली कई सरकारों को योगी ने अपने एक ही कार्यकाल में बहुत पीछे छोड़ दिया था। दूसरे कार्यकाल की शुरुआत भी नए मंसूबों के साथ हुई थी। लोक कल्याण संकल्प पत्र के माध्यम से प्रदेश की जनता से किये गये पूरे किए जा रहे हैं। प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले राज्य के रूप में आगे बढ़ाने का रास्ता बना दिया है। यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। निवेश के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है। छह वर्ष प...
आरक्षण बन गया अफीम की गोली

आरक्षण बन गया अफीम की गोली

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में जातीय आरक्षण अफीम की गोली बन चुका है। हर राजनीतिक दल चाहता है कि वह जातीय आधार पर थोक वोट सेंत-मेत में कबाड़ ले। इस समय दो प्रदेशों में जातीय आरक्षण को लेकर काफी दंगल मचा हुआ है। एक है, छत्तीसगढ़ और दूसरा है- उत्तर प्रदेश! पहले में कांग्रेस की सरकार है और दूसरे में भाजपा की सरकार। लेकिन दोनों तुली हुई हैं कि 50 प्रतिशत की संवैधानिक सीमा को तोड़कर आरक्षण को 76 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग तक बढ़ा दिया जाए। बिहार तथा कुछ अन्य प्रांतों में भी इस तरह के विवादों ने तूल पकड़ लिया है। जहाँ तक छत्तीसगढ़ का सवाल है, उसकी सरकार ने विधानसभा में ऐसे विधेयक को पारित कर दिया है, जो 58 प्रतिशत आरक्षण को बढ़ा कर 76 प्रतिशत कर देता है। आर्थिक दृष्टि से पिछड़ों के लिए सिर्फ 4 प्रतिशत आरक्षण रखा गया है। इस नई प्रस्तावित आरक्षण-व्यवस्था के पीछे न तो कोई ठोस आंकड़े हैं और न ही तर्क हैं।...