Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: uproar

रैलियों के कोलाहल में ढक गए ज्वलंत मुद्दे

रैलियों के कोलाहल में ढक गए ज्वलंत मुद्दे

अवर्गीकृत
- डॉ. रमेश शर्मा हिमाचल प्रदेश के चुनाव तक पहुंचते-पहुंचते रैलियों और महारैलियों का दौर अपने चरम पर है । मुश्किल से सप्ताह भर का समय शेष है । राम मंदिर निर्माण, अनुच्छेद 370, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई, संविधान, कानून व्यवस्था, जाति और क्षेत्रीय समीकरण आदि महत्वपूर्ण विषय रहे हैं जिन का जिक्र दलों ने अपने-अपने हिसाब से परिस्थिति के अनुसार किया है अथवा कर रहे हैं । कौन कितना सफल रहा है यह परिणाम तय करेंगे । लोकसभा चुनाव में विदेश नीति, आर्थिक स्थिति, आतंकवाद, राष्ट्रीय सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण जैसे पक्ष व्यापक बहस या अपेक्षित चिंता से लगभग अछूते रहे। ये मुद्दे आने वाली पीढ़ियों के अस्तित्व से जुड़े हुए हैं । सत्तारूढ़ दल ने इन्हें अपने ढंग से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में छुआ है लेकिन अन्य दलों से इन पर चर्चा से परहेज किया गया है इनका महत्व केवल अंतरराष्ट्रीय सम्मे...
दिल्ली की ‘सुनहरी’ पर बवाल क्यों?

दिल्ली की ‘सुनहरी’ पर बवाल क्यों?

अवर्गीकृत
- अदिति सिंह भारत में विकास के कार्यों में कानूनी पेचीदगियां, धार्मिक एवं राजनीतिक हस्तक्षेप कोई नई बात नहीं है। वैसे भी विपक्ष और कुछ वर्ग विशेष के नुमाइंदों ने सरकार के प्रत्येक विकास के कार्य को सांप्रदायिक और सियासी मुद्दा बनाने की कुत्सित मानसिकता बना ली है। हाल ही में हमने नये संसद भवन के उद्घाटन, पवित्र सेंगोल और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा जैसे प्रकरणों में कई कुतर्कों और दुर्भावनाओं के विष वमन को झेला है। यही संकीर्ण मानसिक प्रवृत्ति अन्य छोटे-बड़े विकास कार्यों को भी सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करती रहती है। दिल्ली में एक सुनहरी मस्जिद है। यह लुटियन जोन में सड़क के बीचों-बीच गोल चक्कर में स्थित है। कभी इस गोल चक्कर को ‘हकीम जी का बाग’ भी कहा जाता था। इस छोटे से बाग में सुनहरी मस्जिद खड़ी है। इसके चारों तरफ दिन-रात ट्रैफिक चलता है। नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ट्रैफिक व्यव...
संसद की सुरक्षा में चूक पर विपक्ष का हंगामा, 14 सांसद शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित

संसद की सुरक्षा में चूक पर विपक्ष का हंगामा, 14 सांसद शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित

देश
नई दिल्ली (New Delhi)। संसद (Parliament) के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा (Both houses Lok Sabha and Rajya Sabha) में गुरुवार को विपक्ष ने संसद (Parliament) की सुरक्षा में हुई चूक का मुद्दा (Issue of security lapse) उठाया और हंगामा किया। विपक्ष (Opposition created ruckus) प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से इस पर संसद में बयान चाहता था। इसके लिए सदन में नारेबाजी की गई और प्लेकार्ड दिखाए गए। विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा से 13 सदस्यों और राज्यसभा से एक सदस्य को शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के चलते पहले कई बार स्थगित हुई। इस दौरान तृणमूल सांसद डेरेक ओ'ब्रायन को उनके अनुचित आचरण के चलते निलंबित किया गया। हालांकि वे सदन में बैठे रहे। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने कई बार उनसे सदन से जाने के लिए कहा लेकिन वे सदन से नहीं गए। इसलिए उनके विषय को सदन की आचार समि...
विपक्ष ने बनाया तिल का ताड़

विपक्ष ने बनाया तिल का ताड़

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक संसद की बहस को देख ऐसा लगा कि हमारे विपक्ष के तरकस में तीर हैं ही नहीं। वह सत्तारूढ़ दल पर खाली तरकस घुमाने में जुटा हुआ है। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर हमला किया और फिर तवांग में हुई मुठभेड़ को लेकर लोकसभा में हंगामा हो गया। इन दोनों मामलों में विपक्ष चाहता तो संसद में गंभीर बहस चलवा सकता था, जिससे देश को लाभ ही होता। जनता को भी पता चलता कि न्यायपालिका और कार्यपालिका के समन्वय पर जो बात उपराष्ट्रपति ने कही है, वहां कहां तक ठीक है। जगदीप धनखड़ ने न्यायाधीशों की नियुक्ति के बारे में वर्तमान ‘काॅलेजियम’ पद्धति में सुधार की बात कही थी। उन्होंने न्यायपालिका के अधिकारों की कटौती या उपेक्षा की कोई बात नहीं कही थी। उन्होंने किसी स्वस्थ संसदीय प्रजातंत्र में न्यायपालिका, विधानपालिका और कार्यपालिका के बीच जो आवश्यक संतुलन और सहयोग का तत्व...