असंगठित क्षेत्र में महिलाओं की बड़ी हिस्सेदारी
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा
असंगठित क्षेत्र में श्रम शक्ति की बागडोर महिलाओं ने ही संभाल रखी है। देश की आर्थिक गतिविधियों के संचालन में असंगठित क्षेत्र की अपनी भूमिका है और इसमें कोई दोराय नहीं कि असंगठित क्षेत्र में श्रम शक्ति को भले ही मेहनत का पूरा पैसा नहीं मिलता हो पर असंगठित क्षेत्र में सर्वाधिक रोजगार के अवसर हैं। बहुत बड़े वर्ग की रोजी-रोटी असंगठित क्षेत्र पर ही टिकी हुई है। हालांकि असंगठित क्षेत्र की अपनी समस्याएं हैं। इसमें रोजगार की सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, नियमित आय का ना होना, स्वास्थ्य सुरक्षा सहित बहुत सी समस्याओं से दोचार होना पड़ता है। हालांकि सरकार असंगठित क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के लिए समय-समय पर योजनाएं लाती है और ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन कराकर उनकी वास्तविक संख्या व आवश्यक जानकारी जुटाते हुए योजनाओं को अंतिम रूप दिया जाता रहा है। खैर, बात भले ही थोड़ी अजीब लगे ...