कैसे खुल जाते हैं फर्जी विश्वविद्यालय
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने पिछले सप्ताह देश के 21 फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची जारी कर दायित्व की इतिश्री कर ली है। आयोग का लगभग हर साल ऐसी सूची जारी करता है। सवाल यह है कि युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले यह विश्वविद्यालय कैसे खुल जाते हैं। आखिर ऐसा तंत्र क्यों नहीं विकसित किया जाता जो इनको पनपने ही न दे। होता यह है कि जब तक ऐसी सूची जारी होती है तब तक हजारों छात्र- छात्राओं का भविष्य दांव पर लग चुका होता है। मोटे अनुमान के अनुसार ही पिछले एक दशक में 90 हजार से अधिक विद्यार्थियों का भविष्य इन फर्जी संस्थाओं की भेंट चढ़ चुका है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि डिग्री लेने के सालों बाद पता चलता है कि वह फर्जी या अमान्य है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की इस सूची में मजे की बात यह है कि सर्वाधिक फर्जी विश्वविद्यालय देश की राजधानी दिल्ली में हैं। सूची क...