विश्व बालश्रम निषेध दिवस: असहाय बचपन-बेहाल बचपन
- योगेश कुमार गोयल
बालश्रम की समस्या पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर चुनौती है। हालांकि इसके समाधान के लिए बालश्रम पर प्रतिबंध लगाने हेतु कई देशों द्वारा कानून भी बनाए गए हैं लेकिन फिर भी स्थिति में अपेक्षित सुधार दिखाई नहीं देता। बालश्रम के प्रति विरोध तथा इसके लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 12 जून को दुनियाभर में ‘बालश्रम निषेध दिवस’ मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत ‘अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन’ (आईएलओ) द्वारा वर्ष 2002 में 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को बालश्रम से बाहर निकालकर शिक्षित करने के उद्देश्य से की गई थी। बच्चों की समस्याओं पर विचार करने के लिए पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय प्रयास अक्टूबर 1990 में न्यूयार्क में विश्व शिखर सम्मेलन में हुआ था, जिसमें गरीबी, कुपोषण और भुखमरी के शिकार दुनियाभर के करोड़ों बच्चों की समस्याओं पर 151 देशों के प्रतिनिधियों ने विचार-विमर्श किया था।
हा...