Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: traffic rules

सड़कों पर कैसे थमे अराजकता

सड़कों पर कैसे थमे अराजकता

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा यकीन मानिए कि किसी देश और वहां के लोगों को जानने के लिए आपको कोई बहुत घुमक्कड़ी करने की जरूरत नहीं है। आप जिस देश के समाज को जानना चाहते हैं, उसके एयरपोर्ट से उतरने के बाद वहां की सड़कों में चल रहे यातायात को देख भर लें। आपको सब कुछ पता चल जाएगा कि वहां का समाज कितना अनुशासन प्रिय है या अराजकता में कितना यकीन करता है। राजधानी दिल्ली की सड़कों से गुजरते हुए यहां पहली बार आने वाले शख्स को इतना तो पता ही चल जाता होगा कि इधर की सड़कों पर यातायात नियमों को मानना भी लोग अपनी शान के खिलाफ समझते हैं। बेशक, राजधानी दिल्ली की सड़कों का नजारा देखकर डर लगता है। दो पहिया चलाने वाले न जाने कितने ड्राइवर दिखाई देते हैं, जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना होता है। बात यहीं खत्म नहीं होती। वे बेखौफ ड्राइवर भी भरपूर मात्रा में मिल जाते हैं जो अपनी मोटरसाइकिल या स्कूटी चलाते हुए लगातार मोबाइल प...
हिंसा की लपटों में फ्रांस

हिंसा की लपटों में फ्रांस

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- प्रभुनाथ शुक्ल फ्रांस इस समय दुनिया की सुर्खियों में है। देशभर में लोग हिंसक और उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंक्रो सरकार हाशिये है। प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। निश्चित रूप से सारे घटनाक्रम की वजह फ्रांस की पुलिस और वहां का असहिष्णु कानून है। ट्रैफिक नियमों का कथित रूप से अनुपालन न करने पर एक किशोर को जांच की आड़ में गोली मार दी गई। कारचालक 17 वर्षीय किशोर नाहेल एम पर आरोप था कि उसने वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस पर रिवाल्वर तान दिया था। निश्चित रूप से इसकी जितनी आलोचना की जाए वह कम है। दुनिया भर में मानवीय और उसके अधिकार सर्वोपरि होने चाहिए। मीडिया की खबरों और उसके विश्लेषण से पता चलता है कि पुलिस अपनी नाकामी छिपाने के लिए निर्दोष युवक पर इस तरह का आरोप मढ़ रही है। नाहेल ने अगर ट्रैफिक नियम को तोड़ा था तो उसे दूसरे तरीके से भी सजा दी जा सकती थी। यह जुर्म इतना बड़ा नहीं था कि उसे गोली मार दी...