Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: track

भारत 2030-31 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर: एसएंडपी

भारत 2030-31 तक दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर: एसएंडपी

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। अर्थव्‍यवस्‍था के मोर्चे पर अच्‍छी खबर है। भारत (India) वित्‍त वर्ष 2030-31 (Financial year 2030-31) तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (World's third Largest Economy) बनने की राह पर है। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल (Rating agency S&P Global) ने जारी अपनी रिपार्ट में यह अनुमान जताया है। एजेंसी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 6.7 फीसदी की दर से भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने का अनुमान है। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने गुरुवार को जारी ‘इंडिया फॉरवर्ड: इमर्जिंग पर्सपेक्टिव्स’ शीर्षक वाली रिपोर्ट के प्रथम संस्करण में भारत को एक अग्रणी अर्थव्‍यवस्‍था के तौर पर दिखाया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 फीसदी की शानदार विकास दर के आगे की स्थिति है, जो इस सरकार के 7.2 फीसदी के पूर्वानुमान से अधिक है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मजबूत वृद्धि संभाव...
अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाएगी खेती किसानी

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाएगी खेती किसानी

अवर्गीकृत
- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा एक बात अब साफ हो गई है कि दुनिया के देशों की अर्थव्यवस्था को खेती किसानी ही नई दिशा दे सकती है। कोरोना लॉकडाउन और रूस-यूक्रेन युद्ध ने दो बातें साफ कर दी हैं कि औद्योगिकीकरण के बावजूद खेती किसानी की अपनी अहमियत है। जिस तरह से कोरोना महामारी के दौरान देश-दुनिया के लोगों का बड़ा सहारा खेती किसानी ही बनी, ठीक उसी तरह भुखमरी से जूझते देशों के साथ समग्र विश्व की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार खेती किसानी रह गई है। इसमें कोई दो राय नहीं कि औद्योगीकरण समय की मांग है पर पिछले कुछ दशकों से औद्योगीकरण के नाम पर खेती-किसानी की जिस तरह से उपेक्षा हुई उसका परिणाम रहा कि गांव उजड़ते गए और शहर गगनचुंबी इमारतों में तब्दील होते गए। इसके साथ ही उद्योग-धंधों की प्राथमिकता के चलते कृषि क्षेत्र पर अपेक्षित ध्यान भी नहीं दिया गया। यह तो अन्नदाता की मेहनत का परिणाम रहा है कि देश में खाद...