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मप्रः विधायक संजय पाठक को जान का खतरा.., बोले- मिल रही धमकियां

मप्रः विधायक संजय पाठक को जान का खतरा.., बोले- मिल रही धमकियां

देश, मध्य प्रदेश
कटनी। कटनी जिले (Katni district) के विजयराघवगढ़ (Vijayraghavgarh) से भाजपा विधायक संजय सतेन्द्र पाठक ( BJP MLA Sanjay Satendra Pathak) ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में धमकी मिली हैं और आसपास असमाजिक तत्वों रात को घूमते मिले हैं। इसको लेकर उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी है। विधायक पाठक ने बताया कि एक दिन पहले ही उनके आधार कार्ड में पता बदलने का मामला सामने आया था। जब उन्होंने बैंक के कार्य को लेकर आधार कार्ड निकलवाया तो उसमें कटनी पाठक वार्ड की जगह उनका पता पंजाब का कर दिया है। भाजपा विधायक ने बताया कि वे पाठक वार्ड, कटनी के निवासी हैं, यहीं का पता उनके आधार कार्ड पर भी लिखा हुआ था, लेकिन किसी ने आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर उनका पता बदल दिया है। उन्होंने बताया कि उनके आधार कार्ड में उनका पता बदलकर फ्लैट ...
डीके सुरेश की भारत तोड़ने की धमकी पर कांग्रेस देश से मांगे माफी

डीके सुरेश की भारत तोड़ने की धमकी पर कांग्रेस देश से मांगे माफी

अवर्गीकृत
- हृदयनारायण दीक्षित राहुल गांधी इस समय भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। इसके पहले इस कार्यक्रम का नाम उन्होंने भारत जोड़ो रखा था। लेकिन उनकी पार्टी के ही बेंगलुरु से सांसद और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री शिव कुमार के भाई डीके सुरेश ने भारत तोड़ने की बात की है। उनका वक्तव्य आहतकारी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि दक्षिण भारतीय राज्यों का धन उत्तर भारतीय राज्यों को दिया जा रहा है। वे ताजा केन्द्रीय बजट पर टिप्पणी कर रहे थे। बजट प्रावधानों की निन्दा, समर्थन और आलोचना सभी दलों का अधिकार है। उनका यह बयान संसद में भी चर्चा का विषय है। उन्होंने धमकी दी है कि यह प्रवृत्ति जारी रही तो अलग देश की मांग उठाई जाएगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी को इस बयान पर कांग्रेस का दृष्टिकोण प्रस्तुत करना चाहिए। वक्तव्य सीधे भारतीय राष्ट्र राज्य पर हमला है। सभी दलों को अपनी विचारधारा ...
भारत के बुनियादी ढांचे पर साइबर हमले का खतरा!

भारत के बुनियादी ढांचे पर साइबर हमले का खतरा!

अवर्गीकृत
- डॉ. अनिल कुमार निगम साइबर सुरक्षा आज वैश्विक मुद्दा है। जितनी तीव्र गति से भारत समेत विभिन्न देशों में डिजिटलाइजेशन बढ़ रहा है, उतनी ही गति से साइबर हमलों का खतरा मंडरा रहा है। भारत के बुनियादी ढांचे पर साइबर हमले का खतरा बना हुआ है। अमेरिका, भारत और ब्राजील साइबर हमलावरों के सीधे निशाने पर हैं। स्वास्थ्य और वित्त क्षेत्र के साथ-साथ विमानन उद्योग, तेल, गैस और ऊर्जा सेक्टर और तकनीकी कंपनियों जैसे मूलभूत ढांचे के महत्वपूर्ण अंगों को साइबर हमलों का निशाना बनाया जा रहा है। हालांकि भारत अपनी साइबर सुरक्षा पर काफी ध्यान दे रहा है, परंतु नवंबर 2022 में जिस तरीके से भारत के सबसे शीर्ष चिकित्सा संस्थान- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली को निशाना बनाया गया, वह अत्यंत चिंताजनक है। सवाल यह है कि अगर साइबर हमलावर भारत के मूलभूत ढांचे मसलन ऊर्जा आपूर्ति, रेलवे सिगनलिंग, पीएनजी गैस आपूर्...
भारत में धार्मिक स्वतंत्रता

भारत में धार्मिक स्वतंत्रता

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक अमेरिका ने एक रिपोर्ट जारी की है। उसके अनुसार दुनिया के 14 देशों में धार्मिक स्वतंत्रता को खतरा है। यह खुशी की बात है कि 14 देशों में भारत का आगे-पीछे कहीं भी नाम नहीं है। हमारे तथाकथित अल्पसंख्यक संप्रदायों के नेता, कांग्रेसी और कम्युनिस्ट लोग इसे अमेरिका की लापरवाही कहेंगे या वे यह मानकर चलेंगे कि अमेरिका ने इन देशों के साथ भारत का नाम इसलिए नहीं जोड़ा है कि वह उसे चीन के विरुद्ध इस्तेमाल करना चाहता है। इस रपट में रूस, चीन और पाकिस्तान के नामों पर विशेष जोर दिया गया है। यदि अमेरिका ने भारत को चीन के खिलाफ डटाए रखने की इच्छा के कारण ही इस सूची में भारत का नाम नहीं जोड़ा है तो मैं पूछता हूं कि उसमें सउदी अरब का नाम क्यों जोड़ा गया है? सउदी अरब से तो अमेरिका के संबंध काफी घनिष्ट हैं। इसी प्रकार अब वह पाकिस्तान से भी उत्तम संबंध बनाने के अवसर नहीं छोड़ रहा है। जहां तक रूस...

चीन ने फि‍र दी धमकी, कहा- ताइवान तबाही को कर रहा आमंत्रित, शह देने वालों की भी खैर नहीं

विदेश
बीजिंग । चीन ताइवान के बीच अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की पिछले सप्ताह के यात्रा के बाद तनाव बढ़ता ही जा रहा है। ताइवान द्वीप के पास करीब एक सप्ताह तक चले सैन्य अभ्यास के बाद को चीन ने एक बार फिर ताइवान पर हमले की धमकी दी। वहीं ताइवान ने चीन के दावों को ख्याली पुलाव करार देते हुए खुद भी सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने गुरुवार को कहा कि स्वतंत्रता के लिए बाहरी ताकतों के साथ मिलीभगत और उकसावे में आने से ताइवान केवल अपनी तबाही को न्यौता देगा और उसे शह देने वालों का भी जल्द खात्मा हो जाएगा। वांग ने संवाददाताओं से कहा, ताइवान की आजादी का उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा और राष्ट्रीय हितों पर कुठाराघात करने का कोई भी प्रयास पूरी तरह विफल हो जाएगा। ताइवानी जनता को डराने-धमकाने का चीन का प्रयास और ताइवान द्वीप के लिए नाकेबंदी करने और संभ...