Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: This

शाकिब ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लिया, ये हो सकता है उनका आखिरी टेस्ट

शाकिब ने टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लिया, ये हो सकता है उनका आखिरी टेस्ट

खेल
कानपुर। बांग्लादेश (Bangladesh) के हरफनमौला (All-rounder ) खिलाड़ी शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) ने गुरुवार को टी20 क्रिकेट से संन्यास (Retirement from T20 cricket) की घोषणा की और यह भी पुष्टि की कि वह अगले महीने ढाका में दक्षिण अफ्रीका South Africa( के खिलाफ पहले मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लेंगे। भावुक शाकिब ने गुरुवार को यह घोषणा भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट मैच से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उन्होंने कहा, "नए खिलाड़ियों को लाने का यह सही समय है। टी20आई के लिए भी यही दृष्टिकोण है। मैंने मुख्य चयनकर्ता और बीसीबी अध्यक्ष से बात की है और हम सभी को लगा कि आगे बढ़ने और नए खिलाड़ियों को मौका देने का यह सही समय है।" शाकिब ने खुलासा किया कि उन्होंने मीरपुर में अपने घरेलू दर्शकों के सामने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने की इच्छा जताई है। हालांकि, अगर उनकी इच्छा पूरी नह...
यही वक्त है भारत के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपने सूचकांक तैयार करने का

यही वक्त है भारत के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपने सूचकांक तैयार करने का

अवर्गीकृत
- प्रहलाद सबनानी वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों की भिन्न भिन्न क्षेत्रों में रेटिंग तय करने की दृष्टि से वित्तीय एवं विशिष्ट संस्थानों द्वारा सूचकांक तैयार किए जाते हैं। हाल ही के समय में इन विदेशी संस्थानों द्वारा जारी किए गए कई सूचकांकों में भारत की स्थिति को संभवत जान बूझकर गल्त दर्शाया गया है। इन सूचकांकों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान एवं अफ्रीका के गरीब देशों की स्थिति को भारत से बेहतर बताया गया है। उदाहरण के लिए अभी हाल ही में पश्चिमी देशों द्वारा जारी किए गए तीन सूचकांकों की स्थिति देखिए। सबसे पहिले उदार (लिबरल) लोकतंत्र सूचकांक में भारत की रैकिंग को 104 बताया गया है और भारत के ऊपर निजेर देश को बताया गया है। इसी प्रकार, आनंद (हैपीनेस) सूचकांक में भी भारत का स्थान 126वां बताया गया है जबकि पाकिस्तान को 108वां स्थान मिला है, जहां अत्यधिक मुद्रा स्फीति के चलते वहां के नागरिक अत्यधिक ...
यह सिर्फ चुनाव नहीं, राष्ट्रधर्म की स्थापना का सनातन यज्ञ भी है

यह सिर्फ चुनाव नहीं, राष्ट्रधर्म की स्थापना का सनातन यज्ञ भी है

अवर्गीकृत
- संजय तिवारी लोकसभा 2024 का चुनाव वस्तुतः एक धर्मयुद्ध है। इसको बहुत संजीदगी से सभी को लड़ना ही होगा। राजनीतिक जय-पराजय अपनी जगह है किंतु देश को जीतना चाहिए। राष्ट्र विजयी हो, ऐसा संकल्प होना चाहिए। इसके लिए प्रतिज्ञा की नहीं केवल संकल्प की आवश्यकता है। प्रतिज्ञा में शक्ति नहीं होती। वह भीष्म बनाती है किंतु संकल्प शक्ति से भरी होती है। वह शिव बनाती है। शिव कल्याणकारी हैं। शिव से ही सत्य और सुंदर भी स्थापित हो पायेंगे। संकल्प और प्रतिज्ञा के बारे में श्रीमदभगवदगीता में भगवान कृष्ण ने बहुत सलीके से समझा दिया है। याद कीजिए कि जब जयद्रथ को मारने की प्रतिज्ञा अर्जुन कर लेते हैं कि सूर्यास्त तक नहीं मारा तो अग्नि समाधि ले लूंगा। आचार्य द्रोण कमलव्यूह के अंदर जयद्रथ को छुपा देते हैं जिसका आकर 32 कोस का था। जाहिर है वह उस तक कैसे पहुँचते ! जयद्रथ की सुरक्षा में बड़े बड़े वीर तैनात थे। भगवान...
आरजेडी वालो, मंदिर-स्कूल में भेद नहीं, ये वैशिष्ट्य है हमारा

आरजेडी वालो, मंदिर-स्कूल में भेद नहीं, ये वैशिष्ट्य है हमारा

अवर्गीकृत
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। इसके मुख्य समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। इस समारोह को लेकर अंतर्विरोध भी देखने को मिल रहा है। एक तरफ ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन राजनीतिक पार्टी है, जिसके प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी राममंदिर और बाबरी ढांचे के बहाने फिर से सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर राम मंदिर को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज का एक विवादित बयान सामने आया है। बयान में वे कहते दिखे, ''500 साल बाद मनुवाद की वापसी हो रही है।'' इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में काम करनेवाले लालू यादव एवं उनके बच्चों के भक्तगण, राजनीतिक कार्यकर्ता हैं, जो मंदिर की तुलना आज स्कूल से कुछ इस तरह से कर रहे हैं जैसे कि मंदिर अज्ञानता के गढ़ हैं और इनसे सभी को दूरी बनाए रखना चाहिए । वस्तुत: लालू प्रसाद याद...
आपसे किया हर वादा होगा पूरा, ये मोदी की गारंटीः नरेन्द्र मोदी

आपसे किया हर वादा होगा पूरा, ये मोदी की गारंटीः नरेन्द्र मोदी

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश भाजपा ने जो संकल्प पत्र जारी किया है, वह मध्यप्रदेश को नई ऊंचाई पर ले जाने वाला, आत्मनिर्भर और युवाओं, महिलाओं और हर वर्ग को सशक्त बनाने वाला है। भाजपा का संकल्प पत्र आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों, गरीबों को नया संबल देने वाला है। ये आप सभी लोगों को मजबूत जिंदगी देने वाला संकल्प पत्र है। भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड है कि वह जो कहती है, वो करके दिखाती है। आप मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए, आपसे किया गया हर वादा पूरा होगा, ये मोदी की गारंटी है। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार शाम को बड़वानी जिले के तलून में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में आदिवासियों के योगदान को बड़वानी और मालवा निमाड़ से बेहतर और कौन जान सकता है। यह भूमि जनजातीय महापुरुष भीमा नायक, खज्या नायक और टंट्या ...
यह नये भारत का नया और भव्य रेलवे है

यह नये भारत का नया और भव्य रेलवे है

अवर्गीकृत
- डॉ. दिलीप अग्निहोत्री प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के न्यू इंडिया विजन में विकास और लोक कल्याण का समावेश है। भारत को विकसित बनाने का संकल्प है। संकल्प को सिद्ध करने की इच्छाशक्ति है। उनकी नौ वर्ष की यह यात्रा यही प्रमाणित करती है। दूसरी तरफ विपक्ष के गठबंधन ने शब्दों के जुगाड़ से अपने लिए इंडिया नाम गढ़ लिया है। लेकिन उनकी कल्पना के इस इंडिया में विकास की कोई बात नहीं होती। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित बनने की दिशा में अग्रसर है। इसकी कार्ययोजना पर कार्य प्रगति पर है। इस नये भारत का रेलवे भी नया है, क्योंकि रेलवे में विकास की दृष्टि से भी नौ साल बेमिसाल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भी कि भारत विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा है। इसमें रेलवे का विकास का शामिल है। भारतीय रेलवे के इतिहास में नया अध्याय जुड़ा। अमृत भारत रेलवे स्टेशन अभियान के अंतर्गत 1300 स्टेशन विकस...
यह गीता प्रेस का ही नहीं, सनातन संस्कृति का भी सम्मान है

यह गीता प्रेस का ही नहीं, सनातन संस्कृति का भी सम्मान है

अवर्गीकृत
- मृत्युंजय दीक्षित न केवल भारत वरन संपूर्ण विश्व में सनातन हिंदू संस्कृति का साहित्य के माध्यम से प्रचार- प्रसार करने वाली संस्था गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार मिलना हिंदू सनातन संस्कृति व साहित्य के लिए गर्व और हिंदू समाज के लिए आनंद की अनुभूति का समय है। जरा सोचिए कि अगर गीता प्रेस न होता तो आज हिंदू सनातन संस्कृति व परम्परा का क्या हाल हो रहा होता? एक विदेशी डाक्टर ए.ओ. हयूम तथा अंग्रेज मैकाले की शिक्षा के कुप्रभाव को रोकने में अगर जिसने अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वह गीता प्रेस ही है। आज संपूर्ण विश्व में हिंदू सनातन संस्कृति की जो जयकार होती है उसमें गीता प्रेस की बड़ी भूमिका है। संभवतः यही कारण है कि आज कांग्रेस गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिये जाने की आलोचना कर रही है। गीता प्रेस हिंदू धार्मिक ग्रंथों का विश्व का सबसे बड़ा प्रकाशक है। आज हर घर तक गीता, रामायण, महाभारत स...
नाम राम और रोहित, फिर भी ईसाई, यह भारत में ही हो सकता है भाई!

नाम राम और रोहित, फिर भी ईसाई, यह भारत में ही हो सकता है भाई!

अवर्गीकृत
- डॉ. मयंक चतुर्वेदी देशभर से लगातार कुछ इस तरह के समाचार प्रतिदिन आ रहे हैं कि कैसे प्रार्थना के नाम पर मतांतरण का खेल भारत के अलग-अलग राज्यों में खेला जा रहा है। स्वाधीनता के पूर्व ऐसे समाचार आना हो सकता है स्वभाविक हों, क्योंकि कोई भी केंद्रीय राज सत्ता नहीं थी, किंतु क्या देश में स्वतंत्रता के बाद भी ऐसे दृश्य उभरने चाहिए ? यह आज का बड़ा प्रश्न है। झारखंड के रांची में सुखदेव नगर इलाके में मतांतरण के आरोप में पुलिस ने पांच महिलाओं को हिरासत में लिया है। छत्तीसगढ़ के धमतरी में प्रार्थना सभा के विरोध में ग्रामीण पुलिस से मांग करते हैं कि गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि गांव में प्रार्थना सभा न हो। क्योंकि बाहरी लोग ग्रामीणों को रुपये का लालच देकर मतांतरण कराने की कोशिश कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के खंडवा में ''नाम राम और धर्म क्रिश्चियन कैसे इसकी हो जांच'' शीर्षक...

यह भारत जोड़ो नहीं, सत्ता के लिए यात्रा है

अवर्गीकृत
- सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान में कांग्रेस जिस दोराहे पर खड़ी है, वह भूलभुलैया जैसी स्थिति को प्रदर्शित कर रहा है, क्योंकि कांग्रेस में जो सुधार की आवाजें मुखरित हो रही हैं, उसे नेतृत्व सिरे से नकार रहा है। इसे कांग्रेस का बहुत कमजोर पक्ष कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। ऐसा लग रहा है कि नेतृत्व से अलग राय रखने वाले नेताओं की कोई जगह ही नहीं है। अब कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। इसकी कमान राहुल गांधी संभाल रहे हैं। कांग्रेस के लिए बेचैन करने वाली स्थिति यह है कि जिसके नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं, कांग्रेस ने फिर उसी को आगे करके परिवर्तन की आस देख रहे नेताओं को ठेंगा दिखाने का कार्य किया है। ऐसे में प्रश्न यह भी है कि कांग्रेस किसको जोड़ने का प्रयास कर रही है, क्योंकि जो अपने दल के नेताओं को एक सूत्र में पिरोने में सफल नहीं हो पा रहा है, वह किस आधार पर भारत जोड़ने की कल्पना कर...