Friday, September 20"खबर जो असर करे"

Tag: ten evils.

दस बुराइयों से मुक्ति पाने का पर्व है दशहरा

दस बुराइयों से मुक्ति पाने का पर्व है दशहरा

अवर्गीकृत
- सुरेन्द्र किशोरी भारत विशाल देश है। इसकी भौगोलिक संरचना जितनी विशाल है, उतनी ही विशाल इसकी संस्कृति है। यह भारत की सांस्कृतिक विशेषता ही है कि सभी पर्व देश में एक जैसी श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाए जाते हैं, भले ही उनके मनाने की विधि अलग हो। ऐसा ही पावन पर्व दशहरा है। इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। दशहरा को मर्यादा पुरुषोत्तम राम द्वारा अत्याचारी राक्षसी प्रवृत्तियों के प्रतीक रावण के वध का स्मरण कर बुराई पर अच्छाई के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। लोग दैत्याकार पुतले को फूंक कर तमाशे के उल्लास में अपने कर्तव्य पालन को सीमित रखते हैं। लोग यह भुला देते हैं कि अत्याचार और उत्पीड़न के साथ संघर्ष कभी समाप्त नहीं होता। रावण के दस सिर मात्र उसकी असाधारण बुद्धिमत्ता की याद नहीं दिलाते, वरन उन दस बुराइयों को गिनने के लिए हमें प्रेरित करते हैं, जिन्होंने हमारे जीवन को दूभर बना रखा ...