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विद्यार्थियों में तनाव और चिंता का कारण बनती प्रश्नपत्र लीक की बढ़ती घटनाएं

विद्यार्थियों में तनाव और चिंता का कारण बनती प्रश्नपत्र लीक की बढ़ती घटनाएं

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- प्रियंका सौरभ जब किसी प्रतियोगी परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होता है तो परीक्षार्थियों के साथ परिजनों के भी सपने भी चकनाचूर होते हैं। ऐसी घटनाओं से एक उन्नत, समृद्ध, सुशिक्षित एवं सशक्त राष्ट्र एवं समाज बनने-बनाने का हमारा सामूहिक स्वप्न और मनोबल टूटता है। इससे युवाओं के भीतर व्यवस्था के प्रति असंतोष एवं निराशा की स्थायी भावना घर करती है, शासन के प्रति अविश्वास बढ़ता है और व्यवस्था से आमजन का मोहभंग होता है। नौजवानों के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं न केवल उज्ज्वल भविष्य का, अपितु कई बार अस्तित्व का भी प्रश्न बन जाती हैं। इसके साथ ही सरकार की विश्वसनीयता संकट में पड़ती है। प्रश्नपत्र लीक करवाने के मामले में कई बार बड़े-बड़े कोचिंग केंद्रों एवं संचालकों की भी संलिप्तता पाई जाती है। नकल आज एक देशव्यापी कारोबार बनता जा रहा है, जिसके कई लाभार्थी और अंशधारक हैं। नेता से लेकर अधिकारी तक, प्रश्नपत्र निर...
जीवन में आरोग्य

जीवन में आरोग्य

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- गिरीश्वर मिश्र ‘जीवेम शरद: शतम्’ ! भारत में स्वस्थ और सुखी सौ साल की जिंदगी की आकांक्षा के साथ सक्रिय जीवन का संकल्प लेने का विधान बड़ा पुराना है। पूरी सृष्टि में मनुष्य अपनी कल्पना शक्ति और बुद्धि बल से सभी प्राणियों में उत्कृष्ट है। वह इस जीवन और जीवन के परिवेश को रचने की भी क्षमता रखता है। साहित्य,कला, स्थापत्य और ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में उसकी विराट उपलब्धियों को देखकर कोई भी चकित हो जाता है। यह सब तभी सम्भव है जब जीवन हो और वह भी आरोग्यमय हो। परंतु लोग स्वास्थ्य पर तब तक ध्यान नहीं देते जब तक कोई कठिनाई न आ जाए। दूसरों से तुलना करने और अपनी बेलगाम होती जरूरतों और महत्वाकांक्षाओं के बदौलत तरह-तरह की चिंताए कष्ट, तनाव और अवसाद से ग्रस्त होना आज आम बात हो गई है। मुश्किलों के आगे घुटने टेक कई लोग तो जीवन से ही निराश हो बैठते हैं । कुछ लोग इतने निराश हो जाते हैं कि उन्हें कुछ सूझता ...

कर्मयोगी श्रीकृष्ण: जियो तो ऐसे जियो!

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- गिरीश्वर मिश्र सुख की चाह और दुःख से दूरी बनाए रखना जीवित प्राणी का सहज स्वाभाविक व्यवहार है जो पशु- मनुष्य सब में दिखाई पड़ता है। यह सूत्र जीवन के सम्भव होने की शर्त की तरह काम करता है। पर इसके आगे की कहानी हम सब खुद रचते हैं। आहार, निद्रा, भय और मैथुन के अलावा हम सब धन, दौलत, पद, प्रतिष्ठा, आदर, सम्मान, प्रेम, दया, दान आदि समाज जनित कामनाओं के इर्द-गिर्द निजी और सार्वजनिक जीवन ताना-बाना बुनते हैं। जिन्दगी खेने की सारी कशमकश इन्हीं को लेकर चलती रहती है। आज की दुनिया में हर कोई कुंठा और तनाव से जूझता दिख रहा है और उससे निपटने के लिए मानसिक दबाव बढ़ता जा रहा है। थोड़ा निकट से देखें तो यही बात उभर कर सामने आती है कि किसी न किसी तरह सभी अपनी स्थिति से असंतुष्ट हैं। कुछ लोग जितना है उसमें इच्छा से कम होने को लेकर तो कुछ लोग जो उनके पास नहीं है उसे पाने को लेकर। सबके साथ कुछ न कुछ ऐसा हो रहा ...

चीन-ताइवान तनाव के बीच अजरबैजान-अर्मेनिया में छिड़ी जंग, जानिए इसके पीछे की वजह

विदेश
येरेवान/बाकू । चीन और ताइवान (China and Taiwan) के बीच जारी तनाव और जंग के खतरे के बीच दुनिया के दो अन्य देशों में जंग (War) शुरू हो गई है. अजरबैजान और अर्मेनिया (Azerbaijan and Armenia) के बीच एक बार फिर तनातनी शुरू हो गई है. अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने दावा किया है कि उन्होंने विवादित क्षेत्र नागोर्नो-काराबाख की कई पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया है. अजरबैजान के मुताबिक तनानती की शुरुआत तब हुई, जब अर्मेनिया के सैनिकों ने विवादित क्षेत्र में उनके एक सैनिक को मार दिया. बता दें कि इस इलाके में रूस के शांति सैनिक भी तैनात हैं. अर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय ने अजरबैजान के हमले में दो सैनिकों की मौत की पुष्टि की है. लड़ाई में अब तक अर्मेनिया के 19 सैनिक घायल हो गए हैं. इनमें से 4 की हालत गंभीर है. इलाके में तैनात रूस की शांति सेना ने अजरबैजान के सैनिकों के तीन बार संघर्ष विरा...