सकारात्मक ऊर्जा की स्रोत है सावन शिवरात्रि
- योगेश कुमार गोयल
शिवरात्रि को भगवान शिव का सबसे पवित्र दिन माना गया है, जो सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत भी है। हालांकि पूरे साल मनाई जाने वाली इन शिवरात्रियों में से दो की मान्यता सर्वाधिक है, फाल्गुन महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि। प्रायः जुलाई या अगस्त माह में मानसून के सावन महीने में मनाई जाने वाली सावन शिवरात्रि को कांवड़ यात्रा का समापन दिवस भी कहा जाता है। इस वर्ष सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई शनिवार को रात 8.32 बजे से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 16 जुलाई की रात 10.08 बजे होगा। विभिन्न हिन्दू तीर्थ स्थानों से गंगाजल भरकर शिवभक्त अपने स्थानीय शिव मंदिरों में इस पवित्र जल से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार भारत में सावन शिवरात्रि का बहुत महत्व है। इस दिन गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक करना बहुत पुण्यकारी माना जाता है। मान्यता है कि इ...