कभी तो तोल-मोल के बोल लिया करो फारूक अब्दुल्ला जी
- आर.के. सिन्हा
डॉ. फारूक अब्दुल्ला को आग में घी डालने में बहुत मजा आता है। वे भड़काऊ बयान देकर खबरों में बने रहना चाहते हैं। हालांकि जम्मू- कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता से देश उम्मीद करता है कि वे तोल-मोल के बयानबाजी करें। पर वे मानने के लिए तैयार नहीं हैं। उनके हालिया बयान सुन लें। फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि भारत को पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। गाजा में इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध का जिक्र करते हुए उन्होंने यहां तक कह दिया कि हमारा भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा हाल हो सकता है। अब फारूक साहब से कोई पूछे कि क्या आपने कभी पाकिस्तान से पूछा कि उसने मुंबई में हमला क्यों करवाया था या फिर उसने करगिल में घुसपैठ किसलिए की थी?
वे तो हर स्थिति में भारत की नुक्ताचीनी करने में ही लगे रहते हैं। उन्हें कौन बताए कि विदेश नीति सारे देश की होती है न कि किसी प्रदेश या पार...