चिलचिलाती धूप पर भारी आस्था, पांच दिवसीय पंचक्रोशी यात्रा शुरू, हजारों श्रद्धालु हुए शामिल
उज्जैन (Ujjain)। प्राचीन उज्जयिनी ऐतिहासिक (ancient ujjayini historical), धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी होने से अनेक विशिष्टताएं समेटे हुए है। पावन उज्जयिनी तीर्थ नगरी के रूप में मान्यता प्राप्त है। विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग (South facing Jyotirlinga) उज्जयिनी (Ujjain) में विराजमान है। महाकाल मन्दिर की चारों दिशाओं में चार द्वारपाल विराजित हैं। इन चार द्वारपालों की परिक्रमा (पंचक्रोशी यात्रा-Panchkroshi Yatra) वैशाख माह की कृष्ण दशमी (शनिवार) को शुरू हुई। यह पांच दिवसीय यात्रा अमावस्या पर समाप्त होगी। इस यात्रा के दौरान चिलचिलाती कड़ी धूप पर आस्था और विश्वास भारी नजर आया। यात्रा में दूर-दराज के इन्दौर, उज्जैन, भोपाल, गुना, धार, मंदसौर, नीमच, देवास, सीहोर आदि जिलों के श्रद्धालु शामिल हुए हैं।
यात्रा में शिव के गुणगान, भजन, कीर्तन, हरि लागवे बेड़ा पार ...