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नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) बुधवार देर शाम दिल्ली के भारत मंडपम् में आयोजित संत ईश्वर सम्मान समारोह 2024 (Saint Ishwar Samman Ceremony 2024) में शामिल हुए। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नि-स्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने का मौका मिलना परमात्मा की कृपा है। यह हमारी सनातन संस्कृति (Sanatan culture) का मूल-मंत्र है। मृत्यु-लोक में अपने प्रारब्ध के बल पर 84 लाख योनियों में से मानव शरीर का मिलना भी परमात्मा की कृपा है। जन्म और मृत्यु के बीच काल-खंड में अपने श्रेष्ठ कर्मों से प्रारब्ध को सत्कर्मों में बदलने, विशेषकर समाज सेवा का अवसर परमात्मा प्रदान करता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संत ईश्वर सम्मान जैसा मंच समाज सेवा की इस अनुपम भावना को मान्यता प्रदान करता है। संत ईश्वर फाउंडेशन और राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा सुदूर क्षेत्रों से आए सनात...
लोकमाता अहिल्या बाई ने सनातन संस्कृति की ध्वजा लहराई : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

लोकमाता अहिल्या बाई ने सनातन संस्कृति की ध्वजा लहराई : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर (Lokmata Ahilyabai Holkar) ने सच्चे अर्थों में सनातन संस्कृति की ध्वजा को लहराने का कार्य किया। अठाहरवीं शताब्दी में लगभग 28 वर्ष के उनके शासन में प्रशासनिक कुशलता, जन-कल्याण, सुशासन के अनेक दृष्टांत प्रस्तुत किए। लोकमाता अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार देर शाम पुणे के जानकी देवी बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज ऑडिटोरियम में रामभाऊ म्हाळगी प्रबोधिनी संस्था (Rambhau Mhalgi Prabodhini Sanstha) के राष्ट्रीय चर्चा कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि "पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर और उनके जन कल्याणकारी सुशासन" विषय पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज गौरवशाली इतिहास वाले कार्यक्रम में आकर पुणे नग...