नि:स्वार्थ सेवा भाव है सनातन संस्कृति का मूल-मंत्र : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) बुधवार देर शाम दिल्ली के भारत मंडपम् में आयोजित संत ईश्वर सम्मान समारोह 2024 (Saint Ishwar Samman Ceremony 2024) में शामिल हुए। उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नि-स्वार्थ भाव से समाज की सेवा करने का मौका मिलना परमात्मा की कृपा है। यह हमारी सनातन संस्कृति (Sanatan culture) का मूल-मंत्र है। मृत्यु-लोक में अपने प्रारब्ध के बल पर 84 लाख योनियों में से मानव शरीर का मिलना भी परमात्मा की कृपा है। जन्म और मृत्यु के बीच काल-खंड में अपने श्रेष्ठ कर्मों से प्रारब्ध को सत्कर्मों में बदलने, विशेषकर समाज सेवा का अवसर परमात्मा प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संत ईश्वर सम्मान जैसा मंच समाज सेवा की इस अनुपम भावना को मान्यता प्रदान करता है। संत ईश्वर फाउंडेशन और राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा सुदूर क्षेत्रों से आए सनात...