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IL T-20: उद्घाटन मैच में दुबई कैपिटल्स का सामना अबू धाबी नाइट राइडर्स से

IL T-20: उद्घाटन मैच में दुबई कैपिटल्स का सामना अबू धाबी नाइट राइडर्स से

खेल
अबू धाबी। इंटरनेशनल लीग टी20 क्रिकेट (आईएलटी20) टूर्नामेंट (International League T20 Cricket (ILT20) Tournament) के पहले संस्करण के उद्घाटन मैच में 13 जनवरी को दुबई कैपिटल्स (dubai capitals) का सामना अबू धाबी नाइट राइडर्स (Abu Dhabi Knight Riders) से होगा। यह मुकाबला दुबई में खेला जाएगा। दूसरे मैच में 14 जनवरी को एमआई एमिरेट्स का सामना शारजाह वॉरियर्स से होगा, जबकि गल्फ जाइंट्स और डेजर्ट वाइपर्स क्रमशः नाइट राइडर्स और वॉरियर्स से 15 जनवरी को भिड़ेंगे, जो प्रतियोगिता का पहला डबल हेडर डे होगा। लीग का फाइनल 12 फरवरी को निर्धारित है, जो दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। लीग में पांच डबल-हेडर मैच खेले जाएंगे। दोपहर के मैच स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:00 बजे (3:30 अपराह्न IST) से शुरू होंगे, जबकि शाम के खेल स्थानीय समयानुसार शाम 6:00 बजे (शाम 7:30 IST) से होंगे। आईएलटी20 के उद्घाटन संस्करण...

US Open: फाइनल में पहुंची इगा स्विएटेक, ओन्स जबूर से होगा सामना

खेल
न्यूयॉर्क। दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी (Number one player) इगा स्विएटेक (Inga Swietec) ने यूएस ओपन के फाइनल (US Open Finals) में प्रवेश कर लिया है। स्विएटेक ने महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में बेलारुस की आर्यना सबलेंका (Aryna Sabalenka) को 3-6, 6-1, 6-4 से हराकर अपने पहले यूएस ओपन फाइनल में प्रवेश किया। खिताबी मुकाबले में शनिवार को स्विएटेक का सामना ओन्स जबूर (ons jaboor) से होगा। मैच के बाद स्विएटेक ने कोर्ट पर एक साक्षात्कार में कहा, "आर्यना को पीछे धकेलने और उन तेज गेंदों को खेलने में सक्षम होने के लिए आपके पास ऊर्जा होनी चाहिए। पहले सेट में मेरे पास इसकी थोड़ी कमी थी इसलिए मुझे इसे एक साथ लाने की जरूरत थी। मुझे बहुत खुशी है कि मैं ऐसा करने में सफल रही।" इस जीत के साथ स्विएटेक यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली पोलिश महिला बन गईं, जहां उनका सामना जबूर से होगा, जो पहले दिन इस टूर्नाम...

शिवसेना का ‘सामना’ के जरिए केंद्र पर वार, कहा- विपक्ष की आवाज दबाने सांसदों का किया गया निलंबन

देश, राजनीति
मुंबई । शिवसेना (Shiv Sena) ने अपने मुख पत्र सामना (saamana) में संपादकीय लेख (editorial articles) के माध्यम से संसदीय कार्यवाही (parliamentary proceedings) को लेकर केंद्र सरकार (Central government) पर हमला बोला. संपादकीय लेख में कहा गया की सत्ताधारी सरकार विरोधियों की आवाज दबाना चाहती है और इसी कारण संसद में दर्जनों सांसदों को निलंबित किया गया है. कहा गया कि यह सांसद जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं उनके मुद्दे उठाते हैं लेकिन सरकार जनता की महंगाई पर आवाज सुनना नहीं चाहती. आरोप लगाया गया कि संसद में कोई आवाज उठाई तो उनके मुंह पर निलंबन की पट्टी चिपका देते हैं और सांसदों को क्या बोलना है यह भी केंद्र सरकार ही तय कर रही है. लेख में कहा गया कि विरोध करने वाले सांसदों की आवाज आप दबा सकोगे, परंतु महंगाई के खिलाफ यलगार का आह्वान करनेवाली जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता, इसे ध्यान में रखें. न...