अवसादग्रस्त लोगों को दिखानी होगी सही राह
- योगेश कुमार गोयल
लोगों में अवसाद निरन्तर बढ़ रहा है, जिसके चलते ऐसे कुछ व्यक्ति आत्महत्या जैसा हृदयविदारक कदम उठा बैठते हैं। जीवन से निराश होकर आत्महत्या की बढ़ती दुष्प्रवृत्ति गंभीर चिंता का सबब बन रही है। कोरोना काल में लोगों में हताशा और निराशा ज्यादा बढ़ी है, जिससे आत्महत्याओं का प्रतिशत भी लगातार बढ़ रहा है। खासकर युवाओं में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति सरकार के साथ-साथ समाज को भी गंभीर चिंतन-मनन के लिए विवश करने हेतु पर्याप्त है।
राजस्थान के कोटा में एक ही दिन एक कोचिंग संस्थान के तीन छात्रों द्वारा आत्महत्या करने की घटना तो स्तब्ध करने वाली है। शुरुआती जांच में सामने आया कि तीनों छात्र पढ़ाई के दबाव के कारण डिप्रेशन में थे और कुछ दिनों से कोचिंग कक्षाएं भी नहीं ले रहे थे। वैसे, कोटा में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि एक वर्ष के भीतर यहां करीब 20 छ...