यह दाता और पाता, दोनों का अपमान
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक
सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त जज एस. अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त करने पर विपक्ष हंगामा कर रहा है। उसका कहना है कि जजों को फुसलाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। पहले उनसे अपने पक्ष में फैसला करवाओ और फिर पुरस्कार स्वरूप उन्हें राज्यपाल, राजदूत या राज्यसभा का सदस्य बनवा दो।
जो विपक्ष सरकार पर यह आरोप लगा रहा है, क्या उसने अपने पिछले कारनामों पर नजर डाली है? इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के जमाने के कई राज्यपालों, राजदूतों और सांसदों से मेरा परिचय रहा है, जो पहले या तो जज या नौकरशाह या संपादक रहे हैं। उन्होंने जज या संपादक या नौकरशाह के तौर पर सरकार को उपकृत किया तो सरकार ने उन्हें उक्त पद देकर पुरस्कृत किया ।
वे लोग समझते रहे हैं कि पुरस्कार पाकर वे सम्मानित हुए हैं लेकिन उनके अपमान का इससे बड़ा प्रमाण-पत्र क्या हो सकता है? यदि उन्होंने अदालत में बिल्कुल...