आरक्षणजन्य हिंसा की आग में जलता मणिपुर
- सियाराम पांडेय 'शांत'
मणिपुर जल रहा है। वहां जातीय और मजहबी तनाव चरम पर है। तनाव के इस आतिशी जखीरे में राजनीति की माचिस की तीली भी लगी हुई है। आजकल राजनीतिक दल हिंसा को शांत करने से अधिक उसे भड़काने में रुचि ले रहे हैं। जिस मैतेई समुदाय पर सशस्त्र हमले हो रहे हैं, उसमें सर्वाधिक हिंदू हैं और कुछ मुस्लिम हैं जबकि हमलावर समुदाय नगा और कुकी ईसाई धर्म में आस्था रखते हैं। मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के सरकार के प्रस्ताव के चलते इस संघर्ष ने तूल पकड़ा है। नगा और कुकी समुदाय के लोगों को लगता है कि अगर मैतेई को भी अनुसूचित जनजाति में शामिल कर लिया गया तो आरक्षण के तहत मिलने वाले उनके अपने लाभ में विभाजन की स्थिति बनेगी जो उनके समुदाय के लिए मुफीद नहीं है। 30-35 लाख की जनसंख्या वाले मणिपुर में तीन मुख्य समुदाय हैं; मैतई, नगा और कुकी। जनसंख्या में भी मैतई ज्यादा हैं और राज्य में...