अक्षय ऊर्जा दिवस: यह ‘श्योर, प्योर और सिक्योर’ है
- योगेश कुमार गोयल
पूरी दुनिया में पारम्परिक ऊर्जा के मुकाबले अक्षय ऊर्जा की मांग लगातार तेजी से बढ़ रही है। दरअसल वर्तमान में पूरी दुनिया पर्यावरण संबंधी गंभीर चुनौतियों से जूझ रही है और पारम्परिक ऊर्जा स्रोत इस समस्या को और ज्यादा विकराल बनाने में सहभागी बन रहे हैं, जबकि अक्षय ऊर्जा इन गंभीर चुनौतियों से निपटने में कारगर साबित हो सकती है। यही कारण है कि भारत में भी अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा इत्यादि का उत्पादन बढ़ाने के लिए बड़ी-बड़ी परियोजनाएं स्थापित की जा रही हैं। विभिन्न अवसरों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सौर ऊर्जा को ‘श्योर, प्योर और सिक्योर’ बताते हुए अक्षय ऊर्जा के महत्व को स्पष्ट रेखांकित कर चुके हैं। अक्षय ऊर्जा उत्पादन के मामले में भारत की यह बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है कि भारत दुनियाभर में अक्षय ऊर्जा उत्पादन म...