Friday, November 22"खबर जो असर करे"

Tag: religion

भाजपा जानती है गठबंधन सरकार का धर्म

भाजपा जानती है गठबंधन सरकार का धर्म

अवर्गीकृत
- आर.के. सिन्हा नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने रविवार को शपथ ग्रहण समारोह के बाद अपना कामकाज संभाल लिया है। यह पहली बार नहीं है जब भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेगी। वास्तव में, भाजपा की पहली सरकार, जो 1996 में गठित हुई थी, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एक गठबंधन की सफल प्रयोग वाली सरकार थी। भले ही वह केवल 13 दिन चली। अटल जी 1998 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में पुनः वापस आए थे। इसलिए यह कहना सरासर गलत होगा कि भाजपा को गठबंधन सरकारों का नेतृत्व करने का अनुभव नहीं है। भाजपा को 2014 में 283 और 2019 में 303 सीटें मिली थीं। उन जीतों में मोदी जी की सबसे अहम भूमिका रही थी। लेकिन, पूर्ण बहुमत के बाद भी मोदी जी ने गठबंधन का धर्म निभाया । हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीतीं- ब...
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस: धार्मिक पर्यटन का केंद्र है भारत

राष्ट्रीय पर्यटन दिवस: धार्मिक पर्यटन का केंद्र है भारत

अवर्गीकृत
- लोकेन्द्र सिंह धर्म और अध्यात्म भारत की आत्मा है। यह धर्म ही है, जो भारत को उत्तर से दक्षिण तक और पूरब से पश्चिम तक एकात्मता के सूत्र में बांधता है। भारत की सभ्यता और संस्कृति का अध्ययन करते हैं तो हमें साफ दिखायी देता है कि धार्मिक पर्यटन हमारी परंपरा में रचा-बसा है। तीर्थाटन के लिए हमारे पुरखों ने पैदल ही इस देश को नापा है। भारत की सभ्यता एवं संस्कृति विश्व समुदाय को भी आकर्षित करती है। हम अनेक धार्मिक स्थलों पर भारतीयता के रंग में रंगे विदेशी सैलानियों को देखते ही हैं। दरअसल, भारत को दुनिया में सबसे ज्यादा धार्मिक स्थलों का देश कहा जाता है। एक अनुमान के अनुसार, देशभर में पांच हजार से अधिक सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं। अब उनमें एक और स्थान जुड़ गया- अयोध्याधाम। जिस प्रकार का आस्था का सैलाब प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के बाद रामलला के दर्शन को उमड़ा है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि आनेवाले ...
सनातन है जीवन का आमंत्रण

सनातन है जीवन का आमंत्रण

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र यह भारत का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि ‘सनातन’ और ‘धर्म’ जैसे अत्यंत व्यापक आशय वाले सदाशायी विचारों को लेकर अर्थ का अनर्थ करने वाली चर्चाएँ चल रही हैं। इन अवधारणाओं का अवमूल्यन हो रहा है। पहले बिना जाने बूझे इन्हें ‘विज्ञान विरोधी’ कहा गया था और उसे आडम्बर और ढोंग की श्रेणी में रख व्यर्थ मान लिया गया। भौतिक और आध्यात्मिक की दो श्रेणियाँ बनाई गई। इसके साथ यथार्थ और कल्पित का भेद किया गया। शरीर और आत्मा के रिश्ते को विच्छिन्न कर दिया गया। हो होता है उसका एक ही स्वरूप है। वह सिर्फ़ वस्तु है । फलतः सब कुछ को वस्तु की श्रेणी में रखा गया । अब राजनीति की सहूलियत देखते हुए उसमें अनेक दूसरे दोष देखे जा रहे हैं। ‘सनातन धर्म’ को लेकर उसे उसके मूल भाव से काट कर उस पर तोहमत जड़ कर उसकी छवि धूमिल करने की कोशिश हो रही है। इस तरह की कोशिश स्वस्थ और परिपक्व मानसिकता की जगह संकुचित मनोवृत्...
यह चुनाव मात्र वोट की नहीं, धर्म और अधर्म की लडाई हैः स्मृति ईरानी

यह चुनाव मात्र वोट की नहीं, धर्म और अधर्म की लडाई हैः स्मृति ईरानी

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल (Bhopal)। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में गरीब कल्याण और अंत्योदय (poor welfare and antyodaya) के संकल्प के साथ भाजपा (BJP) काम कर रही है। मप्र में घर की बेटी को लक्ष्मी के रूप में शासकीय योजना के माध्यम से पूजा है और 46 लाख से अधिक बेटियों को लखपति बनाया है। जिस पार्टी ने लाडली बहना योजना से एक करोड 31 लाख महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है, गौरव की बात है कि उस पार्टी का नाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है। हम यह भ्रम न पालें कि आगामी समय में हम सिर्फ चुनाव लड़ने वाले हैं। यह मात्र वोट की लड़ाई नहीं, अधर्म और धर्म की लड़ाई है। यह लड़ाई उनसे है जो राम का नाम लेते हैं और कोर्ट में हलफनामा देकर राम के अस्तित्व को नकारते है। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार को सीहोर जिले की विधानसभाओं में पहुंची भाजपा की जन आशीर्वाद...
पाकिस्तान पहुंची ग्वालियर की अंजू ने धर्म बदलकर प्रेमी से किया निकाह

पाकिस्तान पहुंची ग्वालियर की अंजू ने धर्म बदलकर प्रेमी से किया निकाह

देश, मध्य प्रदेश
पिता बोले- बेटी से कोई वास्ता नहीं, उसे वहीं मरने दो भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) की रहने वाली अंजू थॉमस (Anju Thomas) ने पाकिस्तान (Pakistan) में अपने प्रेमी से शादी (marry lover) कर ली है। इससे पहले उसने धर्म बदलकर इस्लाम कबूल (converted to islam) कर लिया और अपना नाम फातिमा (name fatima) रख लिया। उसने सोशल मीडिया फ्रेंड नसरुल्लाह (social media friend nasrullah) से दीरबाला डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में निकाह किया। मंगलवार को उसने प्रेमी के साथ अपने प्री वेडिंग शूट के वीडियो भी शेयर किए। निकाह की खबर सुनकर उसके पिता गया प्रसाद थॉमस का बीपी बढ़ गया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने कहा कि अंजू से उनका कोई वास्ता नहीं है, वह मेरे लिए मर गई। गौरतलब है कि ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बौना गांव निवासी 35 वर्षीय अंजू अपने पति और दो बच्चों को छोड़कर 21 जु...
हम किसी धर्म को क्यों मानते हैं?

हम किसी धर्म को क्यों मानते हैं?

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक धर्म परिवर्तन संबंधी दो-तीन घटनाओं ने आज मेरा ध्यान खींचा। उ.प्र. के सीतापुर गांव में तीन लोगों को इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया कि वे गांव के लोगों को डंडे के जोर पर ईसाई बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने लोगों को कुछ लालच भी दिए और पवित्र क्रास भी बांटे। धर्म परिवर्तन करवाने वाले कुछ भारतीय ईसाइयों के साथ ब्राजील के चार पादरीनुमा टूरिस्ट भी थे। उधर मध्यप्रदेश के बस्तर जिले में लगभग 60 ईसाई परिवारों को भागकर एक स्टेडियम में शरण लेनी पड़ी, क्योंकि उन पर कुछ लोगों ने हमले शुरू कर दिए थे। हमलावरों का आरोप है कि पादरी लोग आदिवासियों को गुमराह करके ईसाई बना डालते हैं। इसी तरह बड़ोदरा के पास एक गांव में एक ईसाई को लोगों ने सिर्फ इसलिए पीट दिया कि वह क्रिसमस के अवसर पर सांता क्लाज के कपड़े पहनकर लोगों को चाॅकलेट बांट रहा था। उधर कर्नाटक विधानसभा में एक ऐसा विधेयक लाने की तैयार...
शिक्षा के साथ संस्कृति, संस्कार और धर्म जुड़ा है : कैलाश सत्यार्थी

शिक्षा के साथ संस्कृति, संस्कार और धर्म जुड़ा है : कैलाश सत्यार्थी

दिल्ली, देश
नई दिल्ली के पूसा सभागार में ज्ञानोत्सव का शुभारंभ नई दिल्ली। ज्ञानोत्सव ज्ञान का उत्सव ही नहीं, यह ज्ञान का यज्ञ है। सात्विक उद्देश्य से किए जाने वाले यज्ञ में सर्वश्रेष्ठ की आहुति देनी होती है। इस ज्ञानोत्सव में आने वाले साधारण कार्यकर्ता नहीं बल्कि आप भारत के निर्माता हैं। भारतीयता मेरी माँ के स्तन से निकले दूध के समान है। स्तन से निकला दूध रक्त का संचार करता है। भारतीय शिक्षा समावेशिता की यात्रा करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मूल में सार्वभौमिकता, समता और समग्रता है। विद्या हमारे धर्म का लक्षण हैं। आप सभी श्रेष्ठ भारत के निर्माण में शिक्षा के क्रियान्वयन में भागीदार बने ऐसी आशा करता हूँ। यह उद्गार शिक्षा संस्कृति उत्थान द्वारा गुरुवार को आयोजित तीन दिवसीय ज्ञानोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप मे नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने व्यक्त किए। नई दिल्ली के ...
धर्म के नाम पर जारी अधर्म

धर्म के नाम पर जारी अधर्म

अवर्गीकृत
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारत में कोई स्वेच्छा से अपना धर्म बदलना चाहे तो यह उसका मौलिक अधिकार है लेकिन मैं पूछता हूं कि ऐसे कितने लोगों को आपने कोई नया धर्म अपनाते हुए देखा है, जिन्होंने उस धर्म के मर्म को समझा है और उसे शुद्ध भाव से स्वीकार किया है? ऐसे लोगों की आप गणना करना चाहें तो उनमें महावीर, बुद्ध, ईसा, मुहम्मद, शंकराचार्य, गुरुनानक, महर्षि दयानंद जैसे महापुरुषों के नाम सर्वाधिक अग्रगण्य होंगे। लेकिन दुनिया के लगभग 90 प्रतिशत लोग तो इसीलिए किसी पंथ या धर्म के अनुयायी बन जाते हैं, क्योंकि उनके माता-पिता उसे मानते थे। सारी दुनिया में ऐसे 5-7 प्रतिशत लोग ढूंढना भी मुश्किल हैं, जो वेद, जिंदावस्ता, आगम ग्रंथ, त्रिपिटक, बाइबिल, कुरान या गुरूग्रंथ पढ़कर हिंदू या पारसी या जैन या बौद्ध या ईसाई या मुसलमान या सिख बने हों। जो थोक में धर्म परिवर्तन होता है, उसके लिए या तो विशेष परिस्थितियां उत्पन...

देश की धड़कन हिंदी

अवर्गीकृत
- रमेश सर्राफ धमोरा दुनिया में भारत सबसे ज्यादा विविध संस्कृतियों वाला देश है। धर्म, परंपराओं और भाषा में इसकी विविधता के बावजूद यहां के लोग एकता में विश्वास रखते हैं। भारत में विभिन्न बोलियां बोली जाती हैं। लेकिन सबसे ज्यादा हिंदीबोली, लिखी व पढ़ी जाती है। इसीलिए हिंदी भारत की सबसे प्रमुख भाषा है। 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया था कि हिंदी की खड़ी बोली ही भारत की राजभाषा होगी। इस महत्वपूर्ण निर्णय के बाद 1953 से देश में 14 सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। हिंदी के ज्यादातर शब्द संस्कृत, अरबी और फारसी भाषा से लिए गए हैं। यह मुख्य रूप से आर्यों और पारसियों की देन है। इस कारण हिंदी अपने आप में एक समर्थ भाषा है। अंग्रेजी में मात्र 10 हजार मूल शब्द हैं। इसके मुकाबले हिंदी के मूल शब्दों की संख्या 2 लाख 50 हजार से भी अधिक है। हिंदी विश्व की एक प्राचीन,स...