Friday, September 20"खबर जो असर करे"

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औपनिवेशिकता से उबरने की चुनौती

औपनिवेशिकता से उबरने की चुनौती

अवर्गीकृत
- गिरीश्वर मिश्र भारत में ज्ञान और शिक्षा की परम्परा की जड़ें न केवल गहरी और अत्यंत प्राचीन हैं बल्कि यहां विद्या को अर्जित करना एक पवित्र और मुक्तिदायी कार्य माना गया है । इसके विपरीत पश्चिम में ज्ञान का रिश्ता अधिकार और नियंत्रण के उपकरण विकसित करना माना जाता रहा है ताकि दूसरों पर वर्चस्व और एकाधिकार स्थापित किया जा सके । उसी रास्ते पर चलते हुए पश्चिमी दुनिया में मूल्य-निरपेक्ष विज्ञान के क्षेत्र का अकूत विस्तार होता गया और उसके परिणाम सबके सामने हैं । ऐतिहासिक परिवर्तनों के बीच विज्ञान की यह परम्परा यूरोप और अमेरिका से चल कर दुनिया के अन्य क्षेत्रों में फैली । इतिहास गवाह है कि औपनिवेशक दौर में पश्चिम से लिए गए विचार, विधियाँ और विमर्श अकेले विकल्प की तरह दुनिया के अनेक देशों में पहुँचे और हाबी होते गए । ऐसा करने करने का प्रयोजन ‘अन्य’ के ऊपर आधिपत्य था । इस प्रक्रिया में अंतर्निहित ए...
कच्चे तेल में निचले स्तर से रिकवरी, 88.07 डॉलर तक पहुंचा ब्रेंट क्रूड

कच्चे तेल में निचले स्तर से रिकवरी, 88.07 डॉलर तक पहुंचा ब्रेंट क्रूड

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमत में गिरावट का सिलसिला जारी है। क्रूड के भाव सितंबर के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। हालांकि आज ब्रेंट क्रूड और डब्ल्यूटीआई क्रूड निचले स्तर से रिकवरी करते नजर आए। आज के कारोबार में ब्रेंट क्रूड की कीमत गिरकर 82.31 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक पहुंच गई थी। इसी तरह वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई क्रूड) गिरकर 75.86 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गया था। आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में ये गिरावट ऐसे वक्त पर आई है, जब चीन में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। संक्रमण फैलने की वजह से चीन के कई शहरों में मिनी लॉकडाउन लगा दिया गया है। साथ ही जिन प्रांतों में कोरोना का संक्रमण अधिक नहीं है, वहां भी एहतियातन कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। इन प्रतिबंधों की वजह से चीन के ऑयल इंपोर...
शेयर बाजार में निचले स्तर से रिकवरी, बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी

शेयर बाजार में निचले स्तर से रिकवरी, बढ़त के साथ बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण गुरुवार को कमजोरी के साथ खुलने वाला घरेलू शेयर बाजार कारोबार के अंत में मजबूती के साथ बंद हुआ। हालांकि आज वीकली एक्सपायरी के दिन शेयर बाजार सीमित दायरे में कारोबार करता नजर आया, इसके बावजूद बाजार ने निचले स्तर से अच्छे रिकवरी करने में सफलता हासिल की। आज के कारोबार में आईटी, एनर्जी और मेटल सेक्टर के शेयरों में अच्छी खरीदारी का रुख नजर आया। फार्मास्यूटिकल, एफएमसीजी और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के शेयरों में भी बढ़त बनी रही। साथ ही पब्लिक सेक्टर बैंकों के शेयरों में भी तेजी का रुख बना रहा। दूसरी ओर रियल्टी, प्राइवेट सेक्टर बैंक और ऑटोमोबाइल सेक्टर के शेयरों में बिकवाली का दबाव बना रहा। इसी तरह मिडकैप और स्मॉलकैप के शेयरों में भी आज आमतौर पर दबाव की स्थिति बनी रही। पूरे दिन के कारोबार के दौरान कुल 1,955 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई। इनमें से 905 शेयर मु...
रिकॉर्ड लो लेवल पर जाने के बाद रुपये ने निचले स्तर से की रिकवरी

रिकॉर्ड लो लेवल पर जाने के बाद रुपये ने निचले स्तर से की रिकवरी

देश, बिज़नेस
नई दिल्ली। बुधवार को डॉलर के मुकाबले 80 रुपये (Rs 80 level against dollar) के स्तर से नीचे बंद होने के बाद आज एक बार फिर भारतीय मुद्रा 80 रुपये के स्तर (Indian currency level of Rs 80) से गिरकर कारोबार करती नजर आई। रुपये ने आज एक बार फिर डॉलर के मुकाबले 80.06 के स्तर पर गिरकर सबसे निचले स्तर तक पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया। हालांकि कारोबार शुरू होने के बाद आज दिनभर रुपये की स्थिति में उतार चढ़ाव बना रहा। बाजार में डॉलर का प्रवाह बढ़ने पर भारतीय मुद्रा मजबूत होकर 79.77 के स्तर (Indian currency strengthens to the level of 79.77) तक भी पहुंची, लेकिन बाद में डॉलर की मांग में तेजी आने के कारण एक बार फिर रुपया लुढ़क कर नीचे आ गया। वैश्विक मोर्चे पर बने दबाव और डॉलर इंडेक्स में आई तेजी के कारण इंटर बैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में रुपये ने आज एक बार फिर गिरावट का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन स्टॉक मार्केट मे...