Friday, November 22"खबर जो असर करे"

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राहुल गांधी और प्रियंका ने भगवान ओंकारेश्वर के किए दर्शन, मां नर्मदा को चढ़ाई चुनरी

राहुल गांधी और प्रियंका ने भगवान ओंकारेश्वर के किए दर्शन, मां नर्मदा को चढ़ाई चुनरी

देश, मध्य प्रदेश
खंडवा। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के तीसरे दिन शुक्रवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ओंकारेश्वर पहुंचे। उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) भी थीं। राहुल और प्रियंका यहां मां नर्मदा की संध्या आरती में शामिल हुए। उन्होंने मां नर्मदा आरती की और मां नर्मदा को चुनरी भी चढ़ाई। इसके बाद उन्होंने ज्योतिर्लिंग भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन किये और करीब पांच मिनट तक दोनों भाई-बहन ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में रहे। ओंकारेश्वर में राहुल गांधी धार्मिक रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने सिर पर मेहरून कलर की पगड़ी पहनी थी। गले में माला नजर आई। साथ ही, ऊं लिखा पीले रंग का शॉल ओढ़ रखा था, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रआ ने सिर पर चुनरी ओढ़ रखी थी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थ...
मध्य प्रदेश में दो-दो यात्राओं का कैसा होगा संदेश!

मध्य प्रदेश में दो-दो यात्राओं का कैसा होगा संदेश!

अवर्गीकृत
- ऋतुपर्ण दवे इन दिनों देश में गुजरात और हिमाचल के विधानसभा चुनाव के साथ दिल्ली महानगर पालिका चुनावों की पूरे देश में भले ही चर्चा हो रही हो लेकिन एक राज्य ऐसा भी है जहां विधानसभा चुनाव को पूरे वर्ष भर बाकी हैं लेकिन राजनीतिक सरगर्मियां कुछ ऐसी हैं कि पूछिये मत। चुनावी समर में भाजपा और कांग्रेस जोर आजमाइश में एक-दूसरे से पीछे नहीं है। राष्ट्रपति का दौरा, प्रधानमंत्री का महीने भर के अंतराल में दो बार दौरा, केन्द्रीय गृहमंत्री का दौरा और अब सरकार की गौरव यात्रा तो राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के पहुंचने के मायने बेहद खास हैं। कहने की जरूरत नहीं कि बात मध्य प्रदेश की हो रही है। अगले वर्ष यानी 2023 में ठीक इन्हीं दिनों देश का दिल कहें या भारत का हृदय प्रदेश, मध्य प्रदेश चुनावी कोलाहल की उफान में डूबा हुआ होगा। 2018 के चुनाव में थोड़े से अंतराल से पिछड़ने के बाद बहुमत से पिछड़ी भाजपा को द...
मप्र में भाजपा ने 20-25 भ्रष्ट विधायक खरीदकर बनाई सरकारः राहुल गांधी

मप्र में भाजपा ने 20-25 भ्रष्ट विधायक खरीदकर बनाई सरकारः राहुल गांधी

देश, मध्य प्रदेश
बुरहानपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भारत जोड़ो यात्रा (bhaarat jodo yaatra) के पहले दिन भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बुधवार शाम को बुरहानपुर के ट्रांसपोर्ट नगर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हम चुनाव जीते थे, हमारी सरकार थी। भाजपा ने करोड़ों रुपये देकर 20-25 भ्रष्ट विधायकों को खरीद लिया और सरकार बना ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बुधवार सुबह मध्य प्रदेश में बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव से शुरू हो होकर दरियापुर होते हुए दोपहर में सेंट जेवियर स्कूल जैनाबाद फाटक पहुंची। यहां स्कूल में विश्राम करने के बाद यात्रा फिर आगे बढ़ी और शाम को बुरहानपुर पहुंची। रास्ते में जगह-जगह यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। इसके बाद राहुल गांधी ने यहां ट्रांसपोर्ट नगर में नुक्कड़ सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा...
वीर सावरकर के विरोध के निहितार्थ

वीर सावरकर के विरोध के निहितार्थ

अवर्गीकृत
- सुरेश हिन्दुस्थानी कांग्रेस अपने सत्ता निर्वासन को समाप्त करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा पर है। जो कांग्रेस की तड़पन को दूर करने के लिए अपरिहार्य भी है। लेकिन कभी-कभी इस यात्रा के दौरान ऐसा भी लगने लगता है कि इसका मूल उद्देश्य भारतीय समाज को जोड़ने के लिए नहीं, बल्कि समाज में बिखराव पैदा करना ही है। अगर यात्रा का उद्देश्य वास्तव में ही समाज को जोड़ने के लिए होता तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी कम से कम वीर सावरकर के बारे में अनुचित टिप्पणी करने से परहेज करते, लेकिन राहुल गांधी ने ऐसा नहीं किया। इसके पीछे कांग्रेस के कौन से निहितार्थ हैं? यह कांग्रेस के नेता ही जानते होंगे, लेकिन इतना अवश्य है कि महाराष्ट्र में वीर सावरकर पर निशाना साधने के कुछ मायने हैं। एक राजनीतिक विश्लेषक के तौर पर अध्ययन किया जाए तो यही कहा जा सकता है कि महाराष्ट्र में वीर सावरकर के प्रति सम्मान कुछ ज्यादा ही है और कांग...
सावरकर विवादः काश, राहुल गांधी कुछ सीख लेते अपनी दादी से

सावरकर विवादः काश, राहुल गांधी कुछ सीख लेते अपनी दादी से

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- आर.के. सिन्हा राहुल गांधी संसद के शीतकालीन सत्र में संसद भवन जाएं तो एक बार देख लें विनायक दामोदर सावरकर का वहां पर लगा चित्र। वे संसद भवन के स्टाफ से यह भी पूछ लें कि इस चित्र का अनावरण कब और किसने किया था। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में वीर सावरकर पर ओछी टिप्पणियां करके अपनी अज्ञानता और मंद बुद्धि का ही परिचय दिया है। हो सकता है कि उन्हें पता ही न हो कि वीर सावरकर का चित्र संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में लगा हुआ है, जहां तमाम सांसद रोज ही जाते हैं। वीर सावरकर के चित्र का 26 फरवरी, 2003 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने संसद भवन में अनावरण किया था। इसे चंद्रकला कुमार कदम ने बनाया था। जब वीर सावरकर का चित्र लगाने की पहल हुई तब कांग्रेस ने यह कहकर विरोध किया था कि वे सांसद नहीं थे। इस पर कांग्रेस को जवाब दिया गया था कि लोकमान्य तिलक तथा महात्मा गांधी जैसे राजनीति व स्वाधीनता ...
सावरकर : राहुल का कोई दोष नहीं

सावरकर : राहुल का कोई दोष नहीं

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- डॉ. वेदप्रताप वैदिक राहुल गांधी की अच्छी-खासी भारत-यात्रा चल रही है, लेकिन पता नहीं क्या बात है कि वक्त-बेवक्त उसमें वे पलीता लगवा लेते हैं। पहले उन्होंने जातीय-जनगणना के सोये मुर्दे को उठा दिया, जिसे उनकी माता सोनिया गांधी ने खुद दफना दिया था और अब उन्होंने महाराष्ट्र में जाकर वीर सावरकर के खिलाफ बयान दे दिया है। क्या उन्हें पता नहीं है कि विनायक दामोदर महाराष्ट्रियन थे और महाराष्ट्र के लोग उन्हें स्वांतत्र्य संग्राम का महानायक मानते हैं? स्वयं इंदिरा गांधी ने उन्हें महान स्वतंत्रता-सेनानी कहा है। राहुल ने ब्रिटिश सरकार को लिखे सावरकर के एक पत्र को उद्धृत करते हुए कहा है कि सावरकर ने अपने आप को अंडमान की जेल से छुड़वाने के लिए ब्रिटिश सरकार से माफी मांगी और रिहा होने के बाद उसके साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। राहुल का कहना है कि सावरकर ने ऐसा करके गांधी, पटेल और नेहरू के साथ विश्वासघा...
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में अब 23 नवंबर को पहुंचेंगी

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में अब 23 नवंबर को पहुंचेंगी

देश, मध्य प्रदेश
भोपाल। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मध्यप्रदेश में आने की तिथि में बदलाव किया गया है। अब यह यात्रा 23 नवंबर को प्रदेश में दाखिल होगी। यह फैसला राहुल गांधी के साथ बुधवार को हुई बैठक के बाद लिया गया। बैठक में मध्यप्रदेश से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, अजय सिंह, पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया शामिल हुए। महाराष्ट्र के मालेगांव में हुई इस बैठक में यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा पहले 20 नवंबर को महाराष्ट्र की सीमा से लगे बुरहानपुर जिले के ग्राम बोदरली से मप्र में प्रवेश करने वाली थी, लेकिन राहुल गांधी 21 और 22 नवंबर गुजरात चुनाव में प्रचार के लिए जाएंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि यात्रा मध्य प्रदेश में बीस नवंबर को देर शाम प्रव...
राहुल का नाराः अब भारत तोड़ो

राहुल का नाराः अब भारत तोड़ो

खेल
- डॉ. वेदप्रताप वैदिक अपनी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने ‘भारत तोड़ो’ का नारा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत में जातीय जनगणना फिर से शुरू की जानी चाहिए। 2011 में कांग्रेस ने जातीय जनगणना करवाई थी लेकिन भाजपा सरकार ने उस पर पानी फेर दिया। उसे सार्वजनिक ही नहीं होने दिया और अब 2021 से जो जनगणना शुरू होनी थी, उसमें भी जातीय जनगणना का कोई स्थान नहीं है। राहुल गांधी इस वक्त जो कुछ कह रहे हैं, वह शुद्ध थोक वोट की राजनीति का परिणाम है। वे चाहते हैं कि इसके बहाने वे पिछड़ी जातियों के वोट आसानी से पटा लेंगे। लेकिन यदि राहुल गांधी को कांग्रेस के इतिहास का थोड़ा-बहुत भी ज्ञान होता तो वह ऐसा कभी नहीं कहते। क्या मैं राहुल को बताऊं कि अंग्रेज सरकार ने भारत में जातीय जनगणना इसलिए चालू करवाई थी कि वे भारत के लोगों की एकता को तोड़ना चाहते थे। क्यों तोड़ना चाहते थे? क्योंकि 1857 के स्वातंत्र्...

भारत जोड़ो यात्रा: स्वयं को तसल्ली देने का प्रयास

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- सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान में कांग्रेस पार्टी जिस दो राहे पर खड़ी है, वह भूलभुलैया जैसी स्थिति को प्रदर्शित कर रहा है। क्योंकि कांग्रेस में जो सुधार की आवाजें मुखरित हो रही हैं, उसे कांग्रेस नेतृत्व सिरे से नकारने का काम कर रहा है। इसे कांग्रेस का बहुत कमजोर पक्ष कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि कांग्रेस के सुधार की आवाज उठाने वाले नेता छोटे स्तर के नेता नहीं, बल्कि कांग्रेस को स्थापित करने में पसीना बहाने वाले रहे हैं। इनकी आवाज को अनसुना करके ऐसा ही लग रहा है कि कांग्रेस में नेतृत्व से अलग राय रखने वाले नेताओं की कोई जगह ही नहीं है। अब कांग्रेस भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है, जिसकी कमान राहुल गांधी संभाल रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के लिए बेचैन करने वाली स्थिति यह है कि जिसके नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं, कांग्रेस ने फिर से उन्हीं राहुल गांधी को आगे करके परिवर्तन की आस देख रहे...