जन-गण-मन में रचे-बसे अटल जी
- हृदयनारायण दीक्षित
अटल जी का नाम भारतीय जन-गण-मन में रचा बसा है। वे जीवित रहते तो आज 98 बरस के होते। उनकी स्मृति बार-बार आती है। उनका पूरा व्यक्तित्व भावप्रवण काव्य था। तरल, सरल, विरल और विश्वमोहक। 25 दिसंबर को उनकी जयंती है। कैसे करें उनका स्मरण? स्मरण उनका होता है, जिनका विस्मरण हो जाता है। अटल जी की स्मृति प्रतिपल जीवंत रहती हैं। वे भारतीय सार्वजनिक जीवन की दिव्यता हैं और राजनीतिक जीवन के मर्यादा पुरुष। भारतीय इतिहास ने उन्हें पूरी आत्मीयता के साथ अपने अन्तःस्थल में स्थापित किया है। वैसे इतिहास निर्मम और निष्पक्ष होता है। वह अपने-पराए में भेद नहीं करता। वह अनायास ही किसी को महानायक नहीं बनाता। लोकमत भी इतिहास की तरह निर्मम होता है। इसलिए विश्व इतिहास के प्रतिष्ठित महानायक भी संपूर्ण लोकमन की प्रशंसा नहीं पा सके। लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी अद्वितीय हैं। उन्होंने राष्ट्र के संपूर्ण जन-गण...